
हलवा भी प्रेगनेंसी में फायदेमंद हो सकता है अगर उसे सही तरह से बनाया जाए। आज हम जानेंगे कुछ हेल्दी और टेस्टी हलवे की रेसिपी।
प्रेगनेंसी में मीठा खाने की क्रेविंग होती है पर शुगर लेवल बढ़ने के डर से महिलाएं मीठा नहीं खा पातीं। अगर आप प्रेगनेंसी में हेल्दी मीठा खाना चाहती हैं तो हलवा एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। हलवे में मौजूद घी और ड्रायफ्रूट्स आपके और होने वाले बच्चे की सेहत के लिये अच्छा साबित होगा। आज हम आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं कुछ आसान हलवे की रेसिपी जो आप कभी भी बना सकती हैं और ये आपको गर्भावस्था के दौरान कई बीमारियों से बचा कर भी रखेंगी। रेसिपीज़ और उनके फायदे जानने के लिये हमने बात की The Nutriwise Clinic, लखनऊ की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से और जाना प्रेगनेंसी में हेल्दी हलवे की रेसिपी।
1.प्रेगनेंसी और डायबिटीज़ है तो खाएं सूजी का हलवा (Benefits of soji halwa in pregnancy)
सूजी (Sooji) की कई रेसिपी हम बनाते हैं पर गर्भवती हैं तो सूजी का हलवा खाना न भूलें। सूजी में विटामिन और मिनरस की भरपूर मात्रा होती है जो आपके और होने वाले बच्चे के शरीर को मजबूत बनायेगी। सूजी में फाइबर और खनिज पदार्थों का मिश्रण होता है। अगर आपको डायबिटीज़ भी है तो सूजी बेझिझक खा सकते हैं। इसमें ग्लासेमिक इंडेक्स कम होता है तो ये शुगर लेवल जल्दी बढ़ने नहीं देता। इस बात का ध्यान रखें कि हलवे में चीनी की मात्रा न के बराबर ही रखें। चीनी की जगह आप ड्रायफ्रूट या गुड़ डाल सकती हैं।
सामग्री
- सूजी
- दूध
- गुड़
- अखरोट
विधि
- एक कढ़ाई में सूजी भून लें।
- भुनने के बाद उसमें दूध डालकर पकायें।
- अलग पैन में गुड़ और पिसा हुआ अखरोट डालकर पकायें।
- मिश्रण को सूजी में डालें और गरम-गरम खाएं।
2.प्रेगनेंसी में ठंड से बचाये सिंघाड़े का हलवा (Singhara halwa for winters)
इन दिनों आपको बाजार में सिंघाड़ा (Singhara) खूब दिख रहा होगा। ये गर्भवती महिलाओं को खासतौर पर खिलाया जाता है। इससे मां और गर्भस्थ शिशु दोनों को फायेदा मिलता है। इससे ठंड के दिनों में आपको सर्दी-जुखाम जैसी परेशानी भी नहीं होगी। सिंघाड़े का हलवा आपको ठंड के दिनों में पोषक तत्व देगा। इसमें मौजूद प्रोटीन, फैट, विटामिन ए, सी, मैगनीज़, फॉस्फोरस जच्चा-बच्चा के लिये फायदेमंद है। सिंघाड़े का हलवा खाने से आप पूरे दिन शरीर में एनर्जी महसूस करेंगी क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट की अच्छी मात्रा होती है। चलिये सीखते हैं सिंघाड़े के हलवे की हेल्दी रेसिपी।
सामग्री
- सिंघाड़ा
- घी
- कैस्टर शुगर
- इलाइची पाउडर
- दूध
विधि
- सिंघाड़े को मिक्सी में चलाकर उसका पाउडर बना लें।
- कढ़ाई में घी डालें और पाउडर को भून लें।
- भूनने के बाद उसमें दूध और कैस्टर शुगर डालें।
- मिश्रण में इलाइची पाउडर डालकर मिलायें।
- सिंघाड़े का टेस्टी-हेल्दी हलवा तैयार है।
3.मूंग दाल हलवा खाएंगी तो नहीं होगी खून की कमी (Moong dal halwa for anemia)
मूंग दाल (Moong dal) का हलवा तो हम सबको पसंद है पर अगर प्रेगनेंसी के दौरान इसे खाया जाए तो ये अपने आप में एक कंप्लीट मील है। इसको खाने से खून बढ़ता है और गर्भावस्था या डिलीवरी के बाद महिलाओं में अक्सर खून की कमी हो जाती है तो आपको ये हलवा खाना चाहिये। इससे स्किन प्रॉब्लम भी दूर होती है। कुछ महिलाओं को प्रेगनेंसी में स्किन एलर्जी की समस्या हो जाती है, ऐसे मे मूंग का हलवा आपके लिये बेस्ट है। मूंग की दाल के हलवे को और भी हेल्दी बनाने के लिये इसमें मखाने डाल सकते हैं। इससे आपको एनर्जी मिलेगी।
सामग्री
- मूंग दाल
- सौंठ पाउडर
- गुड़
- दूध
- ड्रायफ्रूट
विधि
- 1 दिन पहले मूंग दाल को भिगोकर रख लें।
- हलवा बनाने के लिये भीगी हुई दाल को मिक्सी में पीसकर पेस्ट बना लें।
- कढ़ाई में घी गरम करें और उसमें पेस्ट डालकर भूनें।
- पेस्ट में गुड़, दूध, सौंठ पाउडर डालकर मिलायें।
- तैयार हलवे को ड्रायफ्रूट से गार्निश करें।
4.प्रेगनेंट और कामकाजी हैं तो खाएं रागी का हलवा (Ragi halwa recipe)
गर्भवती महिलाओं को रागी (Ragi) का सेवन करने से पौष्टिक गुण मिलते हैं। अगर प्रेगनेंसी के दौरान रागी से बना हलवा खाएंगी तो हीमोग्लोबिन अच्छा रहेगा और एनीमिया जैसी बीमारी नहीं होगी। रागी में आयरन की अच्छी मात्रा पाई जाती है। रागी धीरे-धीरे पचती है इसलिये जो महिलाएं प्रेगनेंट और कामकाजी हैं वो इसे खा सकती हैं। इसको खाने के बाद जल्दी भूख नहीं लगती। रागी में गुड कॉलेस्ट्रोल पाया जाता है इसलिये इससे बना हलवा खाएंगी तो आपको हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्या नहीं होगी। रागी में कैल्शियम भी पाया जाता है। ये आपके और बच्चे की सेहत के लिये बेस्ट है।
सामग्री
- 1 कप रागी
- 1 कप बादाम
- आटा
- गुड़
- घी
विधि
- घी में एक कप रागी, आटा, एक कप पिसा हुआ बादाम डालकर भून लें।
- गुड़ मिलाकर उबला हुआ पानी डाल दें।
- पानी सूखने तक चलाते रहें।
- मेवे डालकर खा सकती हैं।
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5.गर्भावस्था में अनपच दूर करे काली गाजर का हलवा (Kali gajar halwa for good digestion)
अगर आप प्रेगनेंट हैं तो काली गाजर (Black carrot) का हलवा ट्राय करें। ये लाल गाजर के मुकाबले ज्यादा फायदेमंद होती है। इससे आपका खून साफ होगा। अक्सर गर्भवती महिलाओं को अनपच हो जाता है। आप काली गाजर का हलवा खाएं ये आपके पाचन तंत्र को दुरुस्त करेगा। इससे आपके शरीर में ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहेगा क्योंकि काली गाजर में पोटैशियम पाया जाता है। इस पौष्टिक हलवे में आपको काली गाजर के कई और गुण मिलेंगे जैसे विटामिन ए जिससे आपकी आंखें ठीक रहेंगी। इससे आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल भी नियंत्रण में रहेगा। तो चलिये सीखें आसान हलवे की रेसिपी।
सामग्री
- काला गाजर
- दूध
- मेवे
- घी
विधि
- काली गाजर को छीलकर घिस लें।
- कढ़ाई में दूध गरम करें और उसमें गाजर डाल दें।
- दूध पकने के बाद घी में मिश्रण को भून लें।
- उसमें मेवे डालकर सर्व करें।
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6.बच्चे के मानसिक विकास में फायदेमंद खसखस का हलवा (Khas Khas ka halwa for brain)
खसखस (Poppy seed) हड्डियों के लिये बहुत फायदेमंद होता है। गर्भवती महिलाओं के लिये ये हलवा विशेष तौर पर बनाया जाता है। इसमें जिंक, कॉपर और कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है जिससे ये मांसपेशियों में कमजोरी नहीं होने देता। अगर आप गर्भवती हैं तो खसखस का हलवा चखना न भूलें। इससे आपके होने वाले बच्चे के दिमाग का विकास भी तेजी से होगा। ये याददाश तेज करने में भी मदद करता है।
सामग्री
- खसखस
- ड्रायफ्रूट्स
- घी
- चीनी
- दूध
विधि
- खसखस और बादाम को 4 से 5 घंटे पहले भिगोकर रख दें।
- भीगे हुए खसखस और बादाम को मिक्सी में पीसकर पेस्ट बना।
- पेस्ट को घी में भून लें।
- चीनी और दूध डालकर पकायें।
- ढेर सारे ड्रायफ्रूट डालकर खाएं।
इस सभी रेसिपीज़ को प्रेगनेंसी के समय बनाकर खाएं आपको फायदा होगा। बस किसी भी मिष्ठान को बनाते समय ये ध्यान रखें कि उसमें चीनी की मात्रा कम से कम हो।
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