
कोरोना महामरी ने बिगाड़ दी है खानपान की आदत? डॉक्टरों की मानें तो कोरोना महामरी के चलते बच्चे से लेकर बुढ़ों तक में खानपान की आदत में बदलाव आ रहा है यानी लोग ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार हो रहे हैं। इसके कई कारण हैं जैसे समय पर खाना न खाना, स्ट्रेस लेना, कसरत न करना, सही समय पर न सोना आदि। ईटिंग डिसऑर्डर 2 तरह के होते हैं पहला एनोरेक्सिया नर्वोसा जिसमें व्यक्ति को ज्यादा खाने का डर सताता है और वो खाना छोड़ देता है और दूसरा बुलीमिया नर्वोसा जिसमें व्यक्ति जरूरत से ज्यादा खाता है। अगर आप जरूरत से ज्यादा खाने लगे हैं या आपको कुछ भी खाने का मन नहीं करता तो आप समझ जाएं कि आपको चिकित्सिक सलाह की जरूरत है। ये दोनों ही प्रकार इन दिनों घरों में देखने को मिल रहे हैं। ईटिंग डिसऑर्डर से शिकार व्यक्ति को डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए वो आपको कई तरह की थैरेपी का सुझाव देकर इस समस्या से निकाल सकते हैं। इसके अलावा कुछ आसान टिप्स भी हैं जिन्हें फॉलो करके आप आसानी से ईटिंग डिसऑर्डर ठीक कर सकते हैं। हम इस लेख में उन्हीं उपायों पर बात करेंगे। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के वेलनेस डाइट क्लीनिक की डाइटीशियन डॉ स्मिता सिंह से बात की।
1. एक दिन में 5 मील्स (Eat 5 meals a day to cure eating disorder during pandemic)
ईटिंग डिसऑर्डर का एक प्रकार है बुलीमिया नर्वोसा जिसमें इंसान जरूरत से ज्यादा खाता है और उसे हर समय भूख लगती है। इस समस्या से बचने के लिए आप दिन में 3 की जगह 5 बार खाएं। हेल्दी बॉडी के लिए हमें एक दिन में 5 मील्स लेने चाहिए। आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि जब भूख लगे तभी खाएं, जबरदस्ती खाने से आपके खाने की क्षमता बढ़ जाती है। अगर बार-बार खाने का मन करता है तो फाइबर को डाइट में शामिल करें। आप मील्स के बीच में फल खाएं तो पेट भरा हुआ लगेगा। किसी के प्रेशर में आकर बिल्कुल भी न खाएं नहीं तो आपकी सेहत बिगड़ सकती है। अगर आप भूख कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा आप एक बार में खूब सारा खाना न खाएं। छोटी प्लेट में खाएं जिससे आपको जल्दी पेट भरने का अहसास होगा।
2. काम के साथ एक्सरसाइज भी जरूरी है (Exercise daily to cure eating disorder during pandemic)
कोरोना काल ने लोगों को हर तरह की परेशानियों से रूबरू करवाया है पर आपको हर परिस्थिति में काम और एक्सरसाइज को बराबर का महत्व देना है। वैश्विक महामारी के समय हमारे लिए जरूरी है कि हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी रखें। इसके लिए रोजाना कसरत करें। ज्यादा नहीं तो कम से कम 30 मिनट जरूर निकालें। कसरत करने से ईटिंग डिसऑर्डर की समस्या भी धीरे-धीरे दूर होगी। रोजाना छत या बॉलकनी में टहलें। सुबह की ताजी हवा जरूर लें। कसरत करने से आप मोटे नहीं होंगे और आपको अपनी भूख का अहसास भी होगा जो लोग ईटिंग डिसऑर्डर में कुछ भी खा नहीं पाते उन्हें भी भूख लगेगी।
इसे भी पढ़ें- World Obesity Day: मोटे लोगों को कोरोना होने के बाद गंभीर स्थिति का खतरा 3 गुना ज्यादा, जानें डॉक्टर की राय
3. खाने का समय फिक्स करें (Fix your meal time to cure eating disorder during pandemic)
डॉ स्मिता ने बताया कि इस समय वैश्विक महामारी के चलते ज्यादातर लोग घर से काम कर रहे हैं। ऐसे में लोगों के खाने का टाइम और पैटर्न दोनों में ही बदलाव देखे गए हैं। फिक्स टाइम न होने के कारण कई लोग इस बीच ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार भी हुए। इससे बचने के लिए आपको अपने खाने का समय फिक्स करना होगा। अगर आप ऑफिस या स्कूल जा रहे होते तो आपका एक तय समय होता पर लंबे समय से घर पर रहने के कारण लोग अपनी दिनचर्या बदल लेते हैं पर आपको ऑफिस क्लॉक के मुताबिक सुबह तैयार होकर नाश्ता करके काम शुरू करना चाहिए। समय पर तैयार न होने या ब्रेकफास्ट समय पर न करने से पूरे दिन की साइकिल खराब हो जाती है। आपको हर मील के बीच 3 से 4 घंटे का गैप देते हुए रात को 9 बजे तक डिनर खत्म कर लेना है। जो लोग नाइट शिफ्ट में काम करते हैं उन्हें भी रात को 9 बजे का अपना डिनर कर लेना चाहिए।
4. बार-बार वजन न नापें (Avoid measuring weight every now and then to cure eating disorder during pandemic)
कोविड महामारी में सबसे ज्यादा हेल्थ पर चर्चा हुई है। हर नुक्कड़-चौराहे पर लोग स्वास्थ्य से जुड़ी खबरों पर चर्चा कर रहे हैं ऐसे में अगर आप इन बातों से घिरे रहेंगे तो भी ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार हो सकते हैं। ईटिंग डिसऑर्डर से ग्रसित व्यक्ति अपना वजन बार-बार नापकर खुद के लिए परेशानी बन जाता है पर आप ऐसी गलती न करें। बार-बार वजन चेक करने से बचें। इससे आपको डिप्रेशन हो सकता है। हफ्ते में केवल एक ही बार वजन नापें। आप चाहें तो एक डायरी में अपनी डाइट को लिखकर फॉलो कर सकते हैं कि आपने कब खाया या क्या खाया। इससे आपको बेचैनी नहीं रहेगी और आप हेल्दी डाइट ले सकेंगे। आपको खुद से प्यार करना है। जिन लोगों का वजन बढ़ता है वो अक्सर खुद को सबसे दूर कर लेते हैं जबकि वजन कम करना इतना मुश्किल नहीं है बस आपको सही स्टेप फॉलो करने हैं।
इसे भी पढ़ें- दूसरे फेज में 60+ उम्र वाले सभी और 45 से 59 साल की उम्र वाले इन 20 कैटेगरी के लोगों को लगेगा कोरोना का टीका
5. परिवार के मित्र या दोस्तों के साथ ही खाना खाएं (Start eating your meals with family to cure eating disorder during pandemic)
कोरोना काल में हर कोई अपने मुताबिक दिनचर्या बिता रहे हैं। जो लोग घर से ही ऑफिस का काम कर रहे हैं ऐसे लोगों में भी ईटिंग डिसऑर्डर की समस्या देखी जा रही है। इससे बचने के लिए अपनी फैमिली के साथ खाने का टाइम जरूर निकालें। वर्किंग टेबल पर काम करते हुए खाने से बेहतर है आप खाने का ब्रेक लें और परिवार के साथ बैठकर खाएं। इससे आपको अपनी भूख का अहसास भी होगा और आप खाने का पूरा मजा ले सकेंगे। इससे आपका डिप्रेशन भी काफी हद तक दूर होगा। परिवार के साथ खाना खाने के अपने अलग फायदे हैं जिन पर आप गौर कीजिएगा। सबके साथ खाने से आपको पेट भी भरा हुआ महसूस होगा और जल्दी भूख नहीं लगेगी। जिन लोगों को भूख नहीं लगती उन्हें भी भूख न लगने की समस्या से छुटकारा मिलेगा। आपको ज्यादा सोचने से भी खुद को दूर रखना है इससे स्लीपिंग और ईटिंग दोनों तरह के डिसऑर्डर हो सकते हैं।
इन तरीकों से आप खुद को माहमारी के बीच ईटिंग डिसऑर्डर से बचा सकते हैं, आपके आसपास किसी को ये समस्या हो तो उससे बात करके मदद करें।
Read more on Healthy Diet in Hindi