भारत को युवाओं का देश कहा जाता है क्योंकि यहां की ज्यादातर आबादी 35 साल से कम उम्र की है। मगर पिछले कुछ सालों में युवाओें की संख्या लगातार घटती रही है। इसका एक बड़ा कारण युवाओं का स्वास्थ्य रहा है। आमतौर पर यही समझा जाता है कि युवावस्था में व्यक्ति सबसे ज्यादा स्वस्थ होता है। मगर पिछले 8-10 सालो में भारत सहित दुनियाभर के युवाओं में कुछ खास तरह के रोग बढ़ गए हैं, जिनके कारण कम उम्र में ही लाखों लोगों की हर साल मृत्यु हो रही है। वैज्ञानिकों और डॉक्टर्स के लिए ये बीमारियां चिंता का विषय बनी हुई हैं। इनमें से ज्यादातर बीमारियां ऐसी हैं, जो जीवनशैली से जुड़ी हुई हैं, यानी अच्छी लाइफस्टाइल न होने के कारण लोग इन बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। आइए आपको बताते हैं ऐसी 6 बीमारियां, जिनके कारण देश का युवा कम उम्र ही तमाम तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहा है।
हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure or Hypertension)
हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप की समस्या आजकल बहुत तेजी से बढ़ रही है। आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनियाभर में हाई ब्लड प्रेशर के जितने भी मरीज हैं, उनमें 10% से भी ज्यादा की उम्र 30 साल से कम है। वहीं 35% से ज्यादा हाई ब्लड प्रेशर के मरीज 40 साल से कम उम्र के हैं। चूंकि हाई ब्लड प्रेशर की समस्या आगे चलकर हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट और स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों का कारण बनता है, इसलिए दुनियाभर के वैज्ञानिक चिंतित हैं। युवाओं में हाई ब्लड प्रेशर बढ़ने के कई कारण हैं, जिनमें- एक्सरसाइज की कमी, ऑयली फूड्स का ज्यादा सेवन, देर रात तक जागना, घंटों बैठकर मोबाइल चलाना या टीवी देखना, मोटापा बढ़ना आदि प्रमुख हैं।
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विटामिन डी की कमी (Deficiency of Vitamin D)
तमाम रिसर्च ये बता चुकी हैं कि युवाओं में विटामिन डी की बहुत ज्यादा कमी हो रही है, खासकर शहरों में रहने वाले लड़के-लड़कियों में। विटामिन डी की कमी से व्यक्ति की हड्डियां बेहद कमजोर हो जाती हैं और आगे चलकर हड्डियों से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा विटामिन डी की कमी से डायबिटीज, हार्ट अटैक, दांतों की कमजोरी, अस्थमा जैसी बीमारियों का भी खतरा बढ़ता है। लगातार बढ़ते डायबिटीज के मरीजों की संख्या का कारण भी विटामिन डी की कमी है।
विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत सुबह की ताजी-गुनगुनी धूप है। मगर आजकल युवा न तो धूप में रहना चाहते हैं और न ही सुबह उठकर खुली हवा में टहलना चाहते हैं। छोटे बच्चे भी अब बाहर खेलने के बजाय घर के अंदर वाले गेम्स ज्यादा पसंद करते हैं। इसलिए हर उम्र के लोगों में विटामिन डी की कमी बढ़ रही है।
कैंसर (Cancer)
कैंसर को दुनिया के सबसे खतरनाक रोगों में गिना जाता है। आज दुनियाभर में कैंसर दूसरी सबसे बड़ी बीमारी है, जिसके कारण सबसे ज्यादा मौतें होती हैं। इनमें से 25% लोगों की मौत 40-45 साल की उम्र में हो जाती है। इसका कारण यह है कि कैंसर अनुवांशिक बीमारी है। इसके अलावा आजकल लोगों की बदली हुई जीवनशैली और खाने की चीजों की अशुद्धता के कारण कैंसर बढ़ रहा है। भारत में 100 से ज्यादा तरह के कैंसर पाए जाते हैं। मगर भारत में आमतौर पर महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और पुरुष मुंह के कैंसर, टेस्टिकुलर कैंसर, गले के कैंसर से ज्यादा मरते हैं।
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नपुंसकता (Infertility)
आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनियाभर के युवाओं में नपुंसकता जिस तेजी से बढ़ी है, उसे लेकर वैज्ञानिक चिंतित हैं। पिछले कुछ सालों में पुरुषों में स्पर्म काउंट घटने और स्पर्म की क्वालिटी खराब होने जैसे मामलों के कारण उनके पिता बनने की क्षमता बहुत कम हो गई है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि खाने-पीने की गलत आदतें इस समस्या का कारण बन रही हैं। लोग आजकल बहुत सारी ऐसी चीजें खा रहे हैं, जिनमें हानिकारक केमिकल्स और तत्वों की मिलावट होती है। इसके अलावा नींद की कमी, शारीरिक समस्याएं भी नपुंसकता को बढ़ावा दे रही हैं।
लिवर के रोग (Liver Problems)
एल्कोहल, फैटी फूड्स (वसायुक्त भोजन) के कारण अब युवाओं में लिवर की समस्याएं भी काफी सामने आने लगी हैं। लिवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो शरीर में 500 से भी ज्यादा फंक्शन करता है। आजकल युवाओं में एल्कोहल पीने का चलन बढ़ गया है। इसके अलावा बाहर खाना, जंक फूड्स, रेडी टू ईट चीजें, पैकेटबंद हाई कैलोरी फूड्स आदि के कारण भी लिवर की समस्याएं काफी बढ़ गई हैं।
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