विटामिन डी की कमी से कमजोर हड्डियों, कैंसर और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का खतरा, जानें स्रोत

विटामिन डी कमी शरीर के लिए खतरनाक हो सकती है। विटामिन डी की कमी से हाई ब्लड प्रेशर, अस्थमा, कैंसर और डिप्रेशन जैसी बीमारियों का खतरा होता है। जानें किन आहारों के सेवन से मिलता है विटामिन डी।  
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विटामिन डी की कमी से कमजोर हड्डियों, कैंसर और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का खतरा, जानें स्रोत


शरीर के लिए विटामिन डी एक जरूरी तत्व है। ये विटामिन मांसपेशियों के निर्माण, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास और कोशिकाओं के विकास के लिेए बहुत महत्वपूर्ण है। खून के बेहतर संचार और हृदय रोगों से बचाव के लिए भी विटामिन डी बहुत जरूरी है। लेकिन सबसे खास बात ये है कि विटामिन डी हड्डियों में कैल्शियम को अवशोषित करने के लिए जरूरी है। विटामिन डी के कारण ही हड्डियां मजबूत होती हैं। अगर शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाए, तो कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। जानें क्या हैं ये समस्याएं और विटामिन डी के कौन से हैं सबसे अच्छे स्रोत।

हाई ब्लड प्रेशर

विटामिन डी की कमी होने पर व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है। दरअसल विटामिन डी रक्त संचार (ब्लड सर्कुलेशन) को बेहतर रखने में मदद करता है। इसलिए इसकी कमी से व्यक्ति का ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।

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बच्चों में अस्थमा

कई शोधों में पाया गया है कि विटामिन डी अस्थमा के बचाव के लिए बहुत जरूरी तत्व है। दरअसल विटामिन डी फेफड़ों को स्वस्थ रखता है और छोटे बच्चों के फेफड़ों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए अगर किसी बच्चे में विटामिन डी की कमी हो जाए, तो वो अस्थमा या फेफड़ों की दूसरी बीमारियों का शिकार हो सकता है।

कैंसर हो सकता है

रिसर्च बताती हैं कि विटामिन डी कैंसर सेल्स के विस्तार को रोकता है। खासकर महिलाओं में होने वाले ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए विटामिन डी को बहुत उपयोगी पाया गया है। इसलिए जिन महिलाओं के शरीर में विटामिन डी की कमी होती है, उनमें हड्डियों की कमजोरी, ऑस्टियोपोरोसिस और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी बढ़ जाता है।

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डिप्रेशन का खतरा

आपको जानकर हैरानी होगी कि शरीर में विटामिन डी की कमी डिप्रेशन का कारण भी बन सकती है। दरअसल मस्तिष्क में मौजूद कुछ रिसेप्टर्स मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन डी का उपयोग करते हैं। अगर विटामिन डी की कमी हो जाए, तो व्यक्ति को तनाव, चिंता और डिप्रेशन की समस्या हो सकती है। चिकित्सक डिप्रेशन की दवा के रूप में भी विटामिन डी की गोलियों का प्रयोग करते हैं।

विटामिन डी के सबसे अच्छे स्रोत

विटामिन डी सबसे ज्यादा समुद्री आहारों जैसे- ट्यूना मछली, सैलमन मछली, फिश ऑयल (मछली का तेल), केल आदि में पाया जाता है। इसके अलावा शाकाहारी लोगों के लिए विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत दूध, सिंघाड़ा, मशरूम, सुबह की ताजी धूप आदि हैं। अंडे के पीले भाग में भी थोड़ी मात्रा में विटामिन डी होता है। सवस्थ रहने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा फल, सब्जियां और मोटे अनाज खाने चाहिए।

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