पार्टनर्स के बीच कभी-कभार लड़ाई झगड़े होना सामान्य है। कई बार आप अपने गुस्से को नियंत्रित नहीं कर पाते हैं। मनभेद होने के कारण आप दोनों के बीच में तनाव बना रहता है। कई बार आप भी सोचते हैं कि बात वहीं खत्म कर दी जाए लेकिन आपका पार्टनर काफी गुस्सा होता है, और फिर आप भी गुस्से में आ जाते हैं। आपको हमेशा ऐसी स्थिति से बचना चाहिए, जिसमें आपको पता है कि अब आपकी बात किसी और दिशा में जा रही है और आपके पार्टनर को गुस्सा आने वाला है। आपको अपनी बात ठीक तरह से रखनी चाहिए और इसके साथ अपने पार्टनर की बात भी ध्यान से सुननी-समझनी चाहिए। आपको किसी भी स्थिति में बात को आगे बढ़ने से रोकना चाहिए।
अधिक समय साथ में बिताएं
अगर आप अपने पार्टनर की पसंद और नापसंद अच्छी तरह जानना चाहते हैं, तो कोशिश करें कि आप दोनों किसी अच्छी और रोमांटिक जगह घूमने जाएं। अधिक से अधिक समय एक दूसरे के साथ बिताना आपके लिए सहायक होगा। कहीं घूमने जाने से आप दोनों ही एक दूसरे को अपना पूरा समय देंगे। कोशिश करें कि आप अपने साथी से किसी तीसरे व्यक्ति की बातें न करें, ऐसा करना अपके लिए गलत हो सकता है। यदि आप अपने पार्टनर के सामने किसी और की चर्चा करते हैं तो उनको अच्छा महसूस नहीं होत है। कोई भी नहीं चाहेगा कि उनका पार्टनर किसी और के बारे में सोचे। इस कारण से वो आपके आसपास से दूर हटने के बहाने खोजने लगते हैं।
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अपने रिश्ता ईमानदारी से निभाएं
किसी भी रिश्ते में लड़ाई होना आम बात है, किंतु ईमानदारी का बना रहना बहुत आवश्यक है। छोटी से छोटी बात अपने साथी को बताएं, उनसे कोई बात न छिपाएं। अगर आप दोनों में झगड़ा हुआ भी है, तो आपको यह बात सबको नहीं बतानी चाहिए। किसी तीसरे व्यक्ति को अपने झगड़े के बारे में बताने का अर्थ है कि आप उनसे सहानुभूति लेना चाहते हैं। यह बात आपके साथी को अक्सर पसंद नहीं आती। इससे मुद्दे सुलझने की बजाए और बिगड़ने लगते हैं। हमेशा प्रयास करें कि आप दोनों की लड़ाई में किसी तीसरे व्यक्ति की आवश्यकता न पड़े, और आप खुद जाकर अपने पार्टनर से बात करके उन मुद्दों को सुलझाएं।
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थोड़ा समय और स्पेस दें
कई बार ऐसा होता है कि आप कुछ और कहना चाहते हैं, और आपका साथी उस बात को किसी गलत तरीके से समझ लेता है। ऐसी स्थिति में आपको अपनी बात सही ढंग से रखनी चाहिए, लेकिन बहस करने से बचना चाहिए। अगर आपके पार्टनर आपकी बात नहीं सुनना चाहते हैं, तो आपको उन्हें थोड़ा स्पेस देना चाहिए। उनको शांति से कुछ सोचने-समझने का वक्त दीजिए, और उसके बाद अपनी बात रखिए। यदि आपका साथी आपसे काई बात मानने के लिए कहता है तो, अधिक बहस न करके उनकी भी बात समझने की कोशिश कीजिए।
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एक-दूसरे को अकेला न छोड़ें
कुछ लोग छोटी-छोटी बातों से झगड़ा होने के बाद, आप अपने पार्टनर से बात करना बंद कर देते हैं। ये कुछ समय के लिए ठीक माना जा सकता है क्योंकि गुस्से के दौरान हर इंसान को अकेलेपन और पर्सनल स्पेस की जरूरत होती है। लेकिन गुस्सा शांत होने के बाद या पार्टनर के माफी मांगने के बाद आपको उनसे बात करनी चाहिए। उनको भी आपकी उतनी ही जरूरत है जितनी आपको उनकी है। एक-दूसरे को अधिक समय के लिए अकेला न छोड़ें, और उनसे बात करने का प्रयास करें। हर रिश्ते में छोटी-मोटी खिट-पिट और तकरार चलती रहती है, मगर रिश्ते न तो आसानी से जोड़े जाते हैं और न तोड़े जाते हैं।
Written By: Stuti Goswami
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