
सर्दियों का मौसम अपने साथ मौसमी बीमारियां लाता है। ऐसे में सबसे जरूरी ये है कि आप अपनी इम्यूनिटी को स्ट्रोंग रखें और मौसमी बीमारियों से खुद का बचाव करें। इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि आप अपनी डाइट और फिटनेस का खास ख्याल रखें। वेलनेस कोच ल्यूक कोटिन्हो (Luke Coutinho) लगातार डाइट और फिटनेस से जुड़े टिप्स शेयर करते रहते हैं। हाल ही में उन्होंने सर्दियों के लिए कुछ खास इंडियन रेसिपी (Indian Recipes for Winter) शेयर किए जो कि इम्यूनिटी बूस्टर तो हैं ही पर शरीर के लिए भी कई मायनों में फायदेमंद हैं। दरअसल, ये रेसिपी आपके बालों और स्किन के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इसके अलावा जिन लोगों को सर्दियों में घुटनों के दर्द या हड्डियों के दर्द की परेशानी होती है, उनके लिए भी ये फायदेमंद है। तो आइए जानते हैं सर्दियों के लिए ल्यूक कोटिन्हो की बताई हुई 4 बेस्ट इंडियन रेसिपी।
देसी अंदाज में बनाएं सर्दियों के लिए ये 4 हेल्दी रेसिपीज- Indian Recipes for Winter
1.रागी का हलवा
रागी सर्दियों में खाने के लिए एक शानदार एंटीऑक्सीडेंट फूड है। आप इससे कई प्रकार की रेसिपी ट्राई कर सकते हैं। पर ल्यूक कोटिन्हो (Luke Coutinho) ने रागी से हलवा बनाने की रेसिपी शेयर की है, जिसमें आप कई प्रकार के अनाज का इस्तेमाल कर सकते हैं। आमतौर पर आप इसे नाश्ते में बना कर खा सकते हैं। रागी हलवा बनाने के लिए आपको चाहिए
सामग्री:
- -4 बड़े चम्मच रागी का आटा
- -2 चम्मच घी
- -1 टीस्पून अजवाइन पाउडर
- -छोटा चम्मच जीरा पाउडर
- -2 बड़े चम्मच गुड़ पाउडर
- -1 चम्मच नमक
- -1 चम्मच सूखी अदरक पाउडर (सौंठ)
- -2 कप पानी
- -1 टेबलस्पून कटे हुए मेवे
बनाने का तरीका:
- -एक छोटे पैन में घी गरम करें।
- -रागी का आटा डालकर घी में 2 - 3 मिनट तक भूनें।
- -एक बार जब आटा अच्छी तरह से भुन जाए और सुगंध छोड़ने लगे, तो गुड़, नमक, अदरक पाउडर, अजवाइन , जीरा पाउडर और पानी मिलाएं।
- -यह सुनिश्चित करने के लिए अच्छी तरह से मिलाएं कि कोई गांठ न बने और गुड़ पूरी तरह से पानी में घुल जाए
- -इसमें उबाल आने दें और इसे 3 से 4 मिनट के लिए कम गर्म पानी में पकाएं।
- -गैस बंद कर दें।
- -कटे हुए मेवे से सजाकर गर्म-गर्म सर्व करें।
रागी हलवा के फायदे
- -ये हलवा कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है, जो कि पूरे दिन आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
- -यह आयरन और फाइबर से भरपूर होता है, जो कि पेट के लिए फायदेमंद है।
- -रागी में फास्फोरस की मात्रा भी अच्छी होती है, जो कि मांसपेशियों की मजबूत बनाने में मदद करता है।
- -यह एंटीऑक्सिडेंट, अघुलनशील फाइबर, बी- विटामिन, पोटेशियम और मैग्नीशियम में समृद्ध है जो कि आपकी इम्यूनिटी बढ़ाता है।
- -यह शिशुओं सहित सभी आयु वर्गों के लोगों के खाने लिए अच्छा है।

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2.पंजीरी (ग्लूटेन फ्री)
पंजीरी एक देसी रेसिपी है, जिसे सर्दियों के दिनों में खासतौर पर घरों में बना कर रखा जाता है। यह पारंपरिक रूप से गेहूं के आटे से बना होता है, जिसमें भारी मात्रा में ड्राई फ्रूट्स, बीज और गोंद के साथ बनाया जाता है। यह अक्सर सर्दी को दूर करने के लिए गर्म तासीर वाला फूड माना जाता है। यह स्तनपान को बढ़ावा देने में मदद करता है और आमतौर पर नर्सिंग माताओं को दिया जाता है। पंजीरी का धार्मिक महत्व भी है क्योंकि इसे भगवान को प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। इसे बनाने के लिए
सामग्री:
- -1 कप सत्तू का आटा
- -1 कप रागी का आटा या ओट्स का आटा ले लें
- -½ कप घी लें
- -बादाम और अनसाल्टेड पिस्ता आदि लें
- -1 बड़ा चम्मच तिल (तिल) के बीज भुन कर इसका पाउडर बना लें।
- -1 बड़ा चम्मच कद्दू का बीज लें
- -2 बड़ा चम्मच गोंद ले लें
- -1 बड़ा चम्मच अलसी पाउडर लें।
- -¼ कप मखाना लें।
- -1 चम्मच अदरक (सौंठ) पाउडर लें।
- -1 चम्मच इलायची पाउडर लें।
- -1 कप गुड़ लें
- -थोड़ा सा मेथी के बीज का पाउडर ले लें।
पंजीरी बनाने की विधि
- -भुने हुए ओट्स को पाउडर में पीस लें।
- -ड्राई फ्रूट्स को पीसकर अलग रख दें।
- -एक पैन में 1 चम्मच घी लें, मखानों को भूनें, और ठंडा होने के बाद इसे पाउडर बना लें और फिर इसे अलग रख दें।
- -एक पैन में बचा हुआ घी, ओट्स पाउडर और सत्तू का आटा डालें। इसे तब तक अच्छे से हिलाएं जब तक कि एक हल्की सुगंध न निकल जाए और मिश्रण हल्के भूरे रंग का न हो जाए।
- -नट्स और बीज, अदरक पाउडर, गोंड, इलायची पाउडर, तिल के बीज का पाउडर और मेथी पाउडर सब मिला लें।
- -3 मिनट के लिए धीमी गैस पर सभी सामग्री को अच्छी तरह से हिलाएं।
- -गैस बंद कर दें।
- -गुड़ का पाउडर डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
- -मिश्रण को ठंडा होने दें।
- -एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें।
पंजीरी के फायदे
- -पंजीरी एक इम्यूनिटी बूस्टर फूड है।
- -ये अक्सर शरीर को फिर से भरने और अंदर से मजबूत करने के लिए खाया जाता है।
- -प्रसव के बाद पंजीरी खाना एक नई मां के लिए बेहद मददगार होता है, क्योंकि इसमें हीलिंग गुण होते हैं और यह लैक्टेशन को भी उत्तेजित करता है।
- -पंजूरी बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली सामग्री में एडाप्टोजेनिक गुण होते हैं जो शरीर की मरम्मत और हीलिंग में मदद करते हैं।
- -पंजीरी कैल्शियम, ऑयरन, प्रोटीन, स्वस्थ वसा और फाइबर में समृद्ध है, जो कि शरीर के लिए अन्य कारणों से भी फायदेमंद है।
3.गुजराती उंधियू
गुजराती उंधियू, गुजरात में बनने वाली बड़ी ही फेसम डिश है। इसकी खास बात ये है कि किसान इसे मिट्टी के बर्तन में पकाकर धरती में गाड़ देते हैं और आग लगा देते हैं। यह एक विशेष सर्दियों की तैयारी है, जिसमें जड़ वाली सब्जियों का इस्तेमाल होता है। पर आप इसे प्रेशर कुकर में भी तैयार कर सकते हैं।
सामग्री:
- -2 कप कटा हरा धनिया लें
- -मेथी
- -2 छोटे चम्मच तिल
- -अजवाइन लें
- -1 टेबलस्पून अदरक का पेस्ट
- -3 बड़ा चम्मच मिर्च का पेस्ट
- -½ कप कटा हुआ हरा लहसुन
- -1 बड़ा चम्मच गरम मसाला
- -2 बड़े चम्मच कसा हुआ नारियल
- -3 बड़े चम्मच धनिया पाउडर
- -1 बड़ा चम्मच गुड़ पाउडर
- -स्वादानुसार नमक
- -आलू और शक्कर कंदी
- - बैंगन

गुजराती उंधियू बनाने का तरीका:
- -मेथी को साफ करके 2 बार पानी से धोकर बारीक काट लें।
- -एक प्याले में मुठिया की सारी साम्रगी एक साथ मिला लें ओर जरूरत हो तो पानी डालकर सख्त आटा गूंथ लें
- -अब इनके छोटे छोटे गोले बनाकर गर्म तेल में सुनहरा होने तक तल लें और इन्हें एक तरफ रख लें।
- -आलू और शक्कर कंदी को चौकोर आकर में काट ले, फलियों को लंबी काट ले और बैंगन को चार चीरे लगा ले
- -अब सूखा मसाला तौयार करें और एक बर्तन में सूखे मसाले की सारी साम्रगी मिला लें।
- - नारियल,धनिया,मिर्च,जीरा पाउडर, नमक,अदरक लहसुन की पेस्ट को एक साथ मिला लें।
- -इस मसाले को दोनो बैंगन में भर ले थोड़ा थोड़ा, और बाकी के मसाले में सारी सब्जियों को अच्छे से मिलाकर रख लें।
- -अब धनिया,अदरक,मिर्च,लहसुन इसकी पेस्ट बना ले
- -अब सबसे पहले कूकर में तेल गर्म करके इसमें अजवाइन, तिल और हींग डाले फिर हरी चटनी डालकर 5 मिनट पका लें।
- -अब सारी सब्जियां जो हमने मसाले में मिलाकर रखी थी, उन्हें भी पके हुए मसाले में डालकर 1 गिलास पानी डालकर रख लें।
- - 2 सिटी कुकर में ले और ठंडा होने पर उंधियू को कड़ाई में निकाल लें।
- -अब उंधियू में जो हमने सबसे पहले मुठिये बनाकर रखे थे वो इस उंधियू में डाल दे, 1 गिलास पानी डालकर 10 मिनट धीमी आंच पर पका लें
- -10 मिनट बाद गैस बन्द कर दें,हरा धनिया डालकर रोटी के साथ सर्व करें।
गुजराती उंधियू खाने के फायदे
- -इस रेसिपी में इस्तेमाल की जाने वाली सब्जियां फाइबर, प्रोटीन, फोलेट और बी विटामिन से भरपूर हैं।
- -करकंद एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
- -हरी लहसुन में एलिसिन और मैंगनीज होता है और यह प्रकृति में अत्यधिक एंटीवायरल और जीवाणुरोधी है, जो कि आपको मौसमी इंफेक्शन से बचाता है।

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4.सरसों का साग
सरसों का साग भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी क्षेत्र का एक लोकप्रिय शाकाहारी सर्दियों का व्यंजन है। इसे सरसों के साग और मसालों जैसे अदरक और लहसुन से बनाया जाता है। इसे अक्सर मक्की (मकई) की रोटी के साथ परोसा जाता है और ताजे सफेद मक्खन के साथ खाया जाता है। यह सर्दियों के लिए एक सही वार्मिंग भोजन है। सरसों के साग खाने के फायदे
- -सरसों का साग अत्यधिक पौष्टिक खाना है, जो कि विटामिन ए, सी, और के से भी भरपूर होता है।
- -पालक फाइबर और मैग्नीशियम में समृद्ध है, तो अदरक और लहसुन एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर हैं। जो कि शरीर के लिए हर तरह से फायदेमंद है।
ये 4 व्यंजन एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट से भरपूर भी हैं, जो कि शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद हैं। इसके अलावा ये आपकी त्वचा, बालों और संयुक्त स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। तो, सर्दियों में घर बैठे बनाएं ये हेल्दी रेसिपीज और शरीर को अंदर से रखें स्वस्थ और खुश।
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