
सर्दियां अपने साथ जहां नई मौसमी बीमारियों को लाती है, वहीं ये पुरानी बीमारियों को भी बढ़ा सकती है। जी हां, सर्दियों की सर्द हवा अक्सर लोगों के पुराने दर्द को फिर से उभार देती है। सबसे ज्यादा परेशानी हड्डियों के दर्द से पीड़ित लोगों झेलना पड़ता है। ये अर्थराइटिस (arthritis) समेत पुराने जोड़ों के दर्द से जुड़ी बीमारियों को बढ़ा देती है। ऐसे में जरूरी है कि सर्दी में हम हड्डियों और जोड़ों के दर्द से जुड़ी परेशानियों पर ज्यादा गौर करें। आम लोगों की इसी परेशानी को ध्यान में रखते हुए 'ऑनली माय हेल्थ' ने डॉ. आमोद मनोचा (Amod Manocha)से बात की, जो कि मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, दिल्ली के साकेत में पेन मैनेजमेंट के वरिष्ठ सलाहकार और प्रमुख हैं।
डॉ. आमोद बताते हैं कि दर्द और मौसम के बीच वैसे तो कोई नाता नहीं पर बढ़ते-घटते तापमान का हमारे शरीर पर खास असर होता है। विभिन्न कारकों जैसे कम तापमान, वायुमंडलीय दबाव, इम्यून सिस्टम, ब्लड सर्कुलेशन में बदलाव का प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है। ऐसे कई अध्ययन भी हैं, जो बताते हैं कि ठंड और नमी वाले मौसम का दर्द पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है। अन्य अध्ययनों से पता चलता है कि स्थानीय जलवायु में परिवर्तन के हिसाब से शरीर के अंदर कई प्रतिक्रियाएं होती हैं। इन प्रतिक्रियाओं का असर हमारे शरीर, मनोदशा और गतिविधियों पर भी होता है।
सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है जोड़ों का दर्द?
डॉ. आमोद की मानें तो, सर्दी के मौसम में तापमान में गिरावट आने के चलते जोड़ों की ब्लड वेसल्स सिकुड़त जाती हैं और उस हिस्से में खून का तापमान कम हो जाता है। इसके चलते जब हम खड़े होते हैं या चलते-फिरते हैं, तो जोड़ों में अकड़न के साथ दर्द महसूस होता है। ऐसे में आप कुछ चीजों का ध्यान रख कर इस दर्द को कम कर सकते हैं।
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जोड़ों के दर्द का उपाय (Ways to Avoid Winter Joint Pain)
1.ब्लड सर्कुलेशन को ठीक रखने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज करें
सर्दियों में, छोटे दिन और ठंड हमें हमें नियमित एक्सरसाइज करने से रोकते हैं। इस गतिहीनता के कारण न केवल ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती हैं, बल्कि मासंपेशियों और हड्डियों में कठोरता और दर्द भी बढ़ जाता है। इसे ठीक करने के लिए रोज एक्सरसाइज करें, जो कि ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाएगी और हड्डियों में सूजन, कठोरता और दर्द को कम कर देगी। साथ ही रोजाना एक्सरसाइज करने से आपका चयापचय भी सही रहेगा, जिससे कि शरीर के लिए जरूरी बॉडी केमिकल्स को रिलीज करने में मदद मिलेगी।
2.वजन संतुलित रखें
त्योहारों और छुट्टियों के इस मौसम में व्यक्ति आसानी से मोटापे का शिकार हो सकता है। इस मोटापे के बढ़ने से जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे दर्द के स्तर बढ़ सकता है। इसलिए सर्दियों में भी एक संतुलित, स्वस्थ और नेचुरल डाइट लें, जिसमें आवश्यक खनिज जैसे कैल्शियम और विटामिन डी हो। ये आपके जोड़ों और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करेगा।
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3.सुबह की धूप लें
सुबह की धूप विटामिन डी का नेचुरल सोर्स है। दरअसल विटामिन डी, हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ मांसपेशियों की कार्यक्षमता और तंत्रिका तंत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। साथ ही विटामिन डी विशेष रूप से बुजुर्गों में फ्रैक्चर और दर्द के प्रति संवेदनशीलता के जोखिम को कम कर सकती है।
4.समझदारी से कपड़े पहनें और गर्म रहें
सर्दियों में समझदारी से कपड़े पहनें। भारी-भारी कपड़े आपकी गतिविधियों को प्रतिबंधित करते हैं और इन्हें पहन कर रखना भी मुश्किल होता है। ऐसे में पतले कपड़ों को कई परतों में पहनें, जिसमें कि गर्मी ट्रैप हो जाए और लंबे समय तक गर्म रहें। इसी तरह हाथों और पैरों के लिए दस्ताने और मोजे का उपयोग करें।
इन सबके अलावा आप हीट थेरेपी की मदद लें। हीट थेरेपी दर्द और कठोरता को कम कर सकता है। ये टिशूज में फ्लेक्सिबिलिटी और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है। इसके लिए गर्म पानी से नहा लें और गर्म पानी की बोतल से सिकाई करें। गौरतलब है कि हड्डियों के पुराने दर्द को घरेलू नुस्खों से कम किया जा सकता है पर अगर ये ज्यादा परेशान करे, तो आपको अपने डॉक्टर से मदद लेनी चाहिए और सही इलाज करवाना चाहिए।
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