इंटरनेट पर सेहत और स्वास्थ्य से जुड़ी 10 अफवाहें कहीं आपको न बना दें 'अप्रैल फूल', जानें इनकी सच्चाई

अप्रैल महीने में लोग लोगों को Fool बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। इसलिए आप इस महीने में सतर्क रहें और हेल्थ से जुड़ी इन अफवाहों से दूर रहें।
  • SHARE
  • FOLLOW
इंटरनेट पर सेहत और स्वास्थ्य से जुड़ी 10 अफवाहें कहीं आपको न बना दें 'अप्रैल फूल', जानें इनकी सच्चाई

कोरोनाकाल के दूसरे वेव ने हम सभी को परेशानी में डाल दिया है। सभी को इस बात की चिंता है कि कहीं यह साल भी 2020 की तरह न गुजर जाए। अगर लॉकडाउन दोबारा हुआ, तो सभी काम ठप हो जाएंगे। इस तरह की कई चिंताएं लोगों के मन में बैठी हैं। इसलिए सभी लोग यह दुआ कर रहे हैं कि यह साल लोगों की जिंदगी में खुशियां भर दे। इस डर के माहौल के बीच लोगों द्वारा कोरोना या फिर अन्य हेल्थ से जुड़ी खबरों को लेकर अफवाहें फैलाई जाती हैं, जिसे लोग सच मान बैठते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरों और सच के बीच हम फंस जाते हैं कि आखिर क्या सच है और क्या झूठ? घरेलू उपचार को लेकर भी कई मिथ फैलाई गई हैं, जिसे लोगों द्वारा सच मान लिया जाता है और कई लोग इन उपायों को अपनी डेली लाइफस्टाइल में शामिल भी कर लेते हैं। इस साल भी कई ऐसी खबरें हमारे सामने आई हैं, जो महज एक अफवाह रही हैं। इस अप्रैल फूल के दिन भी आपके आसपास कई लोग या सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाई जा सकती हैं। इसलिए सतर्क रहें और सच्चाई क्या है, इसे ढूंढने की कोशिश करें। आज हम आपको अप्रैल फूल यानी 1 अप्रैल (April Fool) के दिन कुछ ऐसे मिथक बातों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आप आज से पहले सच मानते थे। आइए जानते हैं उन मिथक (Myths Vs Fact) बातों के बारे में-

1. क्या शाकहारी लोगों को नहीं होता कोरोना ?

शायद आप लोगों में से कई लोगों ने इस तरह की बातें सुनी होंगी। कोरोना फैलने के शुरुआती दिनों में इस तरह की अफवाहें फैल रही थीं कि शाकाहारी लोगों को कोरोना नहीं होता है। इसमें लोगों द्वारा यह तर्क दिया जा रहा था कि कोरोनावायरस चमगादड़ के सूप पीने से फैला है। शाकाहारी लोग इस तरह की चीजों का सेवन नहीं करते हैं। इसलिए उन्हें कोरोना नहीं हो सकता है। वहीं, लोगों द्वारा यह दावा किया जा रहा था कि मांस खाने वाले लोगों को कोरोनावायरस का खतरा अधिक रहता है। इन बातों को लेकर कई लोगों के बीच तर्क-वितर्क भी हुईं। लेकिन धीरे-धीरे बढ़ते मामलों से यह साबित हो चुका है कि कोरोनावायरस किसी को भी नहीं छोड़ता है, चाहे वो शाकाहारी हो या फिर मांसहारी। कोरोनावायरस किसी भी व्यक्ति को हो सकता है।

इसे भी पढ़ें - पेट फूलने की समस्या से आप भी हैं परेशान? तो अपनाएं ये हर्बल चाय

2. गर्मी खत्म होते ही नष्ट हो जाएगा कोरोनावायरस ?

शायद आप लोगों को याद हो कि कोरोनावायरस फैलने की दिसंबर 2019 से हुई थी। इसलिए उस समय लोगों का यह मानना था कि सर्दियों में कोरोना तेजी से फैल रहा, लेकिन गर्मी आते ही कोरोना का कहर खत्म हो जाएगा। इसे लेकर कई खबरें और रिसर्च भी सामने आई थीं, जिसमें तापमान को लेकर कुछ बातें सामने आई थीं कि कोरोनावायरस अधिक तापमान को बर्दास्त नहीं कर पाएगा। लेकिन पिछले एक सालों से कोरोना के बढ़ रहे केस ने इस बात को साबित कर दिया कि तापमान और मौसम बदलने से कोरोना पर कोई असर नहीं पड़गा। इसके अलावा ICMR के डाइरेक्टर जनरल प्रोफेसर डॉ. बलराम भार्गव ने भी कहा कि इस बात के कोई सबूत नहीं मिलते हैं कि उच्च तापमान में कोरोना वायरस का कहर कम हो जाएगा।

3. खाना कम खाने से वजन कम होगा?

क्या खाना कम खाने से वजन कम होता है? ऐसा सच होता तो शायद कई लोग अपना वजन घटा लेते। सच्चाई यह है कि खाना न खाने से वजन घटने के बजाय बढ़ भी सकता है। जी हां, डायट मंत्रा क्लीनिक की डायटीशियन कामिनी कुमारी का कहना है कि अगर आप 1 टाइम खाना खाना पूरी तरह से छोड़ देते हैं, तो जैसे ही दूसरे टाइम खाने के लिए बैठते हैं, तो तेजी से भूख लगने के कारण आप ओवरईटिंग कर लेते हैं। जिसके कारण आपने दिनभर में जितनी कैलोरी बर्न की होती है, उससे कहीं ज्यादा कैलोरी आप इनटेक कर लेते हैं। इसके साथ ही इसका असर मेटाबॉल्जिम पर पड़ता है, जिससे वजन कम होने के बजाय और भी ज्यादा बढ़ने लगता है। साथ ही इसके कारण, गैस, एसिडिटी और पेट से जुड़ी अन्य समस्याएं होने लगती हैं।

इसे भी पढ़ें - 2020 में वायरल हुईं कोरोना से जुड़ी ये 10 अफवाहें और फर्जी दावे, आपने भी इन्हें मान लिया था सच?

4. कॉफी पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है?

हर एक चीज के दो पहलू होते हैं। कॉफी का भी यह है। अगर आपको कोई यह कह रहा है कि कॉफी पीने सेहत के लिए नुकसानदेय है, तो उससे एक बार यह जरूर पूछिएगा कि कितनी मात्रा में पीना नुकसानदेय होता है? जी हां, ये सवाल जरूर करना। क्योंकि डायटीशियन कामिनी कुमारी का कहना है कि कॉफी पीना सेहत के लिए नुकसानदेय तब होता है, जब आप उसका सेवन अधिक मात्रा में करते हैं। सीमित मात्रा में कॉफी पीना सेहत के लिए नुकसानदेय नहीं होता, बल्कि यह आपके दिमाग को अलर्ट करता है। साथ ही आप इससे तरोताजा फील करते हैं। रोजाना 250 मिलीलीटर कॉफी का सेवन आपके लिए नुकसानदेय नहीं होता। वहीं, अगर आप 500 मिलीलीटर से अधिक इसका सेवन करते हैं, तो यह आपके लिए नुकसानदेय हो सकता है। क्योंकि कॉफी में मौजूद कैफीन शरीर में मौजूद आयरन को अवशोषित करने लगता है, जिसससे खून की कमी हो सकती है।

5. एप्पल साइडर विनेगर बढ़ा सकता है माइग्रेन?

इस बारे में डायटीशियन का कहना है कि यह सिर्फ एक मिथ है। डायटीशियन बताती हैं कि माइग्रेन की शिकायत उन्हें होती हैं, जिन्हें न्यूरोलॉजिकल शिकायत होती हैं या फिर आपको किसी सेल्स की परेशानी है? एप्पल साइडर विनेगर इस तरह की परेशानियों को बढ़ावा नहीं होती है। बल्कि यह आपके पेट को भरा हुआ महसूस कराती है। साथ ही इससे आपके सेल्स डैमेज होने से बचता है। इसलिए ऐसा कहना बिल्कुल गलत है कि एप्पल साइडर विनेगर लेने से माइग्रेन की शिकायत बढ़ेगी।

6. हर्बल टी पीने से कोरोना नहीं होगा?

कोरोनाकाल की जब से शुरुआत हुई है, तब से अगर कोई चीज सबसे ज्यादा मशहूर हुई है, तो वह है हर्बल टी। जहां भी जाओ और कोरोना का नाम लो, तो वहां एक न एक बार हर्बल टी का जिक्र जरूर हो जाता है। अदरक, लहसुन और तुलसी से बनी चाय पीओगे, तो कोरोना नही होगा। लेकिन क्या सच में ऐसा संभव है? तो जबाव है, बिल्कुल भी नहीं। डायटीशियन कामिनी का कहना है कि हर्बल टी के सेवन से आप अपनी इम्यून पावर को बढ़ा सकते हैं, लेकिन कोरोना से पूरी तरह से बच सकते हैं, इस बात में बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है। हमारे बीच कई ऐसे लोग हैं, जो सुबह-शाम हर्बल टी पीते हैं, लेकिन कोरोना से बच नहीं सके। इम्यूनिटी बढ़ने के साथ-साथ अन्य स्थितियां भी निर्भर करती हैं कि आपको कोरोना होगा या नहीं। जैसे- आप कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए किस-किस तरह के नियम फॉलो कर रहे हैं, स्वच्छता का कितना ख्याल रख रहे हैं, किस तरह का आहार ले रहे हैं, पहले से कोई बीमारी है या नहीं इत्यादि बातें भी कोरोना होगा या नहीं, इस बात पर निर्भर करती हैं।

7. आलू खाने से मोटापा बढ़ता है?

आलू खाने से मोटापा बढ़ता है। बचपन से लेकर अबतक ये बातें आपने कई बार सुन ली होंगे। "आलू ज्यादा मत खाओ मोटी हो जाओगी" लेकिन क्या यह सच है? अगर ऐसा होता, तो शायद भारत ही नहीं, पूरी दुनिया का हर एक इंसान मोटा होता। आलू एक ऐसा आहार है, जिसका सेवन हर एक देश में लोग सबसे ज्यादा करते हैं। डायटीशियन का कहना है कि आलू कभी भी आपका मोटापा नहीं बढ़ाता है। अगर आप दिन में 1 आलू का सेवन करते हैं, तो इससे मोटापा नहीं बढ़ता है। साथ ही यह इस बात पर भी डिपेंड करता है आप आलू किस तरह से खा रहे हैं। अगर आप उबले या फिर रोस्टेड आलू का सेवन करते हैं, तो इससे मोटापा नहीं बढ़ेगा। लेकिन अगर आप फ्रेंच फ्राइज, आलू के पकौड़े और तले-भुने आलू का सेवन ज्यादा करते हैं, तो इससे आपका वजन बढ़ सकता है।

इसे भी पढ़ें - क्या सच में कालीमिर्च, प्याज, लहसुन जैसी चीजें खाने से कम काटते हैं मच्छर? जानें क्या कहती हैं डायटीशियन

8. अदरक, लहसुन प्याज खाने से मच्छर नहीं काटेंगे ?

कई साइट्स पर आपने इस तरह की बातें पढ़ी होंगे कि अदरक, लहसुन और दालचीनी जैसी चीजों के सेवन से आपको मच्छर नहीं काटते हैं। यह बातें एक मिथक हैं, ऐसा संभव नहीं है कि आपके किसी भी चीज को खाने से मच्छर काटेंगे नहीं। डायटीशियन का कहना है कि मच्छर में सूंघने की प्रवृति अच्छी होती है, लेकिन इससे यह बिल्कुल भी साबित नहीं होता है कि प्याज और लहसुन खाने से आपको मच्छर नहीं काटेंगे। हां, लेकिन अगर आप इन चीजों को बॉडी पर लगाते हैं, तो इससे मच्छर काटने की संभावना कम होती है।

9. कोरोना वैक्सीन लगाने सए डीएनए बदल जाएगा?

कोरोना वैक्सीन लगाने से डीएनए बदल जाएगा, यह अफवाह इतनी ज्यादा जोरों पर थी कि लोगों द्वारा यह फैसला लिया गया कि वह कोरोना की वैक्सीन नहीं लेंगे। लेकिन इस बात में 1 फीसदी भी सच्चाई नहीं है। दरअसल, सोशल मीडिया पर फैल रही वैक्सीन की बातों में जिस जेनेटिक मटेरियल के बारे में बताया गया है वह सिर्फ आधी-अधूरी और तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया था। वैक्‍सीन लेने से इंसान का डीएनए बदल जाएगा, इस बात में कोई सच्चाई नहीं है और यह प्रमाणित भी हो चुका है। क्योंकि अबतक कई लोगों द्वारा वैक्सीन लगवाई जा चुकी हैं, जिसमें इस तरह की कोई खबर सामने नहीं आई है।

10. अंडे की जर्दी बढ़ाती है डाइट्री कोलेस्ट्रॉल ?

डायटीशियन कामिनी का कहना है कि अंडे की जर्दी यानी अंडे का पीला भाग फैट होता है। अगर आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल सामान्य है, तो इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता है। वहीं, अगर आप बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल लेवल में अंडे की जर्दी खाते हैं, तो इससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। यह बात हर एक चीज पर लागू होती है। किसी भी चीज की अति आपके सेहत को बिगाड़ सकती है। इसलिए यह कहना बिल्कुल गलत है कि सिर्फ अंडे की जर्दी से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है।

Read More Articles on Miscellaneous in Hindi 

Read Next

उम्र बढ़ने पर क्यों कमजोर होने लगती हैं मांसपेशियां? जानें ओल्ड एज में मसल लॉस के 5 कारण और बचाव का तरीका

Disclaimer