गर्मी आते ही मच्छरों का आतंक फैल जाता है, इसके कारण कई बीमारियां भी होती हैं, मच्छर के काटने से मलेरिया होता है और यह जानलेवा भी हो सकता है। हाल ही में हुए एक शोध में मलेरिया के उपचार की दिशा में बड़ी उपलब्धि मिली है। वैज्ञानिकों ने ऐसी चाय तैयार करने का दावा किया है जिससे मलेरिया का उपचार संभव हो सकता है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का दावा है कि उन्होंने ऐसी चाय तैयार की है जिसकी मदद से मलेरिया का उपचार संभव और आसान हो सकता है।
इस हर्बल चाय की पत्तियों में एंटी मलेरिया तत्व हैं जिसके कारण इसे फाइटोमेडिसिन के तौर पर लाइसेंस मिला है। जल्द ही यह चाय बाजार में एंटी-मलेरियल फाइटोमेडिसिन के रूप में भी बिकेगी।
इसके प्रमुख शोधकर्ता जेफिरिन डाकुयो ने बताया कि इस हर्बल चाय को कोक्लोस्पेरम प्लैंकोंजी, फायलांथस अमारस और कैसिया अलांटा नामक औषधियों को मिलाकर तैयार किया गया है।
फिलहाल शोधकर्ता इस चाय की खेती के व्यापक तरीकों पर अध्ययन कर रहे हैं और किस तरह इसकी उपज को व्यापक बनाया जा सके, इस पर शोध कर रहे हैं।
इस शोध में मलेरिया के उपचार वाली चाय के अलावा, हेपेटाइटिस के उपचार के लिए पारंपरिक औषधियों पर भी अध्ययन किया गया है। यह शोध द जर्नल ऑफ आल्टरनेटिव एंड कांप्लीमेंट्री मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है।
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