उत्तर भारत समेत भारत के ज्यादातर हिस्सों में लोग दाल-चावल खाना पसंद करते हैं। दाल-चावल अपने आप में संपूर्भ भोजन होता है। इसे हर कोई खाना पसंद करता है। यह बहुत ही सिंपल और टेस्टी होता है। इसे बनाना काफी आसान होता है और ये बहुत कम समय में बन जाता है। हालांकि कुछ लोगों को दाल-चावल पसंद होता है जबकि तमाम लोग ऐसे भी हैं जो इसे नहीं खाते हैं। डायटीशियन डॉक्टर शिखा शर्मा के मुताबिक दाल-चावल पोषक तत्वों से भरे होते हैं। इसके कई बेनेफिट्स हैं, जिसे आप इस लेख में जान सकते हैं।
वज़न नियंत्रित रखे
वज़न कंट्रोल करने के लिए अक्सर लोग चावल खाना बिल्कुल छोड़ देते हैं। जबकि ये सही नहीं है। आप कभी-कभी दाल के साथ चावल खा सकते हैं। दरअसल, दाल चावल खाने से पेट जल्दी भरा हुआ लगता है, ये आपका वज़न कंट्रोल करने में मदद करेंगे। कोशिश करें कि वाइट की जगह ब्राउन राइस खाएं।
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उर्जा का है स्त्रोत
चावल में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। कार्बोहाइड्रेट शरीर को उर्जा देता है। जब आप चावल के साथ दाल मिलाकर खाते हैं तो आपको कार्बोहाइड्रेट और कई जरूरी विटामिन भी मिल जाते हैं।
प्रोटीन की अधिकता
शाकाहारी लोगों के लिए दाल प्रोटीन का बहुत अच्छा स्रोत है। वहीं चावल में भी प्रोटीन होते हैं। दाल और चावल में अलग-अलग प्रकार के प्रोटीन पाए जाते हैं। जब आप इन दोनों को मिवाकर खाते हैं तो ये एक हाई-प्रोटीन फूड हो जाता है। अगर आप रोज़ दाल चावल खाते हैं तो आपको अच्छा ख़ासा प्रोटीन इसी से मिल जाता है।
फाइबर
दाल-चावल में न सिर्फ प्रोटीन होता है बल्कि इसमें बहुत ज्यादा फाइबर भी होता है। फाइबर की हमारे शरीर को बहुत जरूरत होती है। फाइबर हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है, उसके काम में मदद पहुंचाता है। अगर आपको ब्लड शुगर की समस्या रहती है तो भी फाइबर आपके लिए जरूरी है।
पचाने में आसान
अक्सर जब घर में कोई बीमार होता है या पेट संबंधी कोई समस्या होती है तो उसे मूंग की दाल के साथ चावल खिलाए जाते हैं। दरअसल, दाल-चावल आपकी पाचन क्रिया को आराम देता है। इसमें पाए जाने वाले प्रोटीन आसानी से टूट जाते हैं, जिससे पाचन प्रक्रिया पर ज़ोर नहीं पड़ता।
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