आधुनिक जीवनशैली के बीच लोग तेजी से नशे की लत के शिकार हो रहे हैं। हाल ही में हुए एक अध्ययन से पता चला है कि नशा निवारक दवा 'मेथाडोन' नशीले पदार्थों की लत छुड़ाने में प्रभावी भूमिका निभा रही है। नशीले पदार्थो का सेवन करने वाले लोगों की बढ़ती संख्या के बीच मेथाडोन नशे की लत को कम करने में सहायक सिद्ध हो रही है। अध्ययन में यह भी बताया गया है कि मेथाडोन की खुराक लेना आसान है। इसका सेवन करने के साथ ही इसे इंजेक्शन के जरिए भी दिया जा सकता है।
अफीम और हेरोइन जैसे मादक पदार्थों का नशा करने वाले लोगों की इस लत को पूरी तरह से छुड़ाने में मेथाडोन मदद करती है। इस बारे में नशीली दवाओं एवं अपराध के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएनओडीसी) की दक्षिण अफ्रीका की प्रतिनिधि क्रिस्टीना एल्बर्टीन ने कहा कि वर्तमान समय में भारत में मेथाडोन से नशा कम करने व छुड़ाने का उपचार देने के लिए पांच सेंटर काम कर रहे हैं।
एल्बर्टीन ने कहा कि मेथाडोन उपचार को प्रायोगिक उपचार योजना के दौरान नशा करने वालों के बीच नशीले पदार्थो के सेवन एवं आपराधिक व्यवहार में कमी लाने में सफल पाया गया। उन्होंने कहा कि मेथाडोन का प्रयोग एचआईवी की रोकथाम के लिए भी अहम विकल्प साबित हो सकता है।
भारत में इस प्रक्रिया का और अधिक विस्तार करने की जरूरत है। मेथाडोन के माध्यम से उपचार की प्रायोगिक योजना यूएनओडीसी ने यह अध्ययन 'नेशनल ड्रग्स डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर', अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की मदद से चलाया था।
Read More Health News in Hindi