हार्ट वाल्व को कैसे मजबूत बनाएं

स्वस्थ हृदय के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई सही तरीके से हो इसके लिए हृदय के वाल्व का स्वस्थ और खुला होना बहुत जरूरी है। वाल्व की मजबूती के लिए स्वस्थ आहार और जीवनशैली में सुधार लाना जरूरी है।
  • SHARE
  • FOLLOW
हार्ट वाल्व को कैसे मजबूत बनाएं

स्वस्थ हृदय के लिए जरूरी है कि ऑक्सीजन की सप्लाई सही तरीके से हो इसके लिए हृदय के वाल्व का स्वस्थ और खुले हुए होना बहुत जरूरी है। वाल्व की मजबूती के लिए स्वस्थ आहार और जीवनशैली में सुधार लाना जरूरी है।

heart valves strenghtenहमारे दिल में ऑक्‍सीजन और रक्‍त को पंप करने के लिए चार वाल्‍व होते हैं। सही प्रकार से काम कर रहे वाल्‍व सही समय पर बंद होते व खुलते हैं, जिससे दिल में पर्याप्‍त मात्रा में रक्‍त जाता है। हालांकि, कई बार वाल्‍व सही प्रकार से काम नहीं करते। उदाहरण के लिए, यदि चार में से एक वॉल्‍व भी सही प्रकार काम न करे, तो इससे रक्‍त का प्रवाह भी असंतुलित हो सकता है। उम्र, जन्‍मजात दोष, वात ज्‍वर और अन्‍य संक्रमण आपके दिल के वॉल्‍व को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे शरीर में रक्‍त-संचार पर विपरीत असर पड़ता है।

स्वस्थ वाल्व के दिशा निर्देश

 

स्‍वस्‍थ जीवनशैली अपनायें

अपने दिल के लिए एक स्‍वस्‍थ जीवनशैली अपनायें। इसमे आपको स्‍वस्‍थ आहार खाना चाहिए, इसके साथ ही सप्‍ताह में कम से कम पांच दिन तीस मिनट तक व्‍यायाम जरूर करना चाहिए। इसके साथ ही आपको धूम्रपान से दूर रहना चाहिए और अल्‍कोहल की मात्रा भी सीमित रखनी चाहिए। अमेरिकन हॉर्ट एसोसिएशन के मुताबिक, दिल के लिए सेहतमंद आहार में चार से पाचं कप फल और सब्जियां रोजाना खानी चाहिए। इसके साथी ही मछली और फाइबर युक्‍त का सेवन करना चाहिए। आपको साबुत अनाज का सेवन अधिक और सोडियम और मीठे पेय पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए। ऐसा व्‍यायाम आपके दिल को मजबूत बना सकते हैं इसलिए आपको वॉकिंग, जॉगिंग, स्विमिंग या साइकिल चलाने जैसे व्‍यायाम करने चाहिए। लेकिन, आप अगर कमजोर वॉल्‍व की शिकायत से जूझ रहे हैं, तो जरूरी है कि आप अपने डॉक्‍टर से संपर्क करें।

वात ज्‍वर के खतरे को कम करें

स्‍वयं को वात ज्‍वर से बचाने का प्रयास करें। इससे आपके दिल के वॉल्‍व मजबूत बने रहते हैं। वातज्‍वर स्‍ट्रेप थ्रोट जैसे बैक्‍टीरियल संक्रमण से हो सकता है। अगर आपको स्‍ट्रेप थ्रोट का कोई भी लक्षण, जैसे गले में सूजन, निगलने में परेशानी अथवा बुखार या कोई अन्‍य बैक्‍टीरियल संक्रमण, दिखायी दे, तो फौरन डॉक्‍टर से संपर्क करें। बैक्‍टीरियल संक्रमण का इलाज जल्‍दी ही किया जाना चाहिए ताकि इससे दीर्घगामी प्रभावों से बचा जा सके।

डॉक्‍टर से बात करें

आप अपने डॉक्‍टर से हृदय वॉल्‍व को मजबूत बनाने वाली दवाओं के बारे में जानकारी ले सकते हैं। उदाहरण के लिए अपने आहार में नमक की मात्रा कम करें। इससे सूजन में कमी आती है जिससे दिल और वॉल्‍व पर पड़ने वाला दबाव कम होता है। बीटा-ब्‍लॉर्क्‍स आपके दिल की धड़कनों को काबू रखने में मदद करती हैं। इससे रक्‍तचाप और हृदयगति सामान्‍य बनी रहती है।

सर्जरी

अगर आपके लक्षण गंभीर हों, तो आपको सर्जरी से गुजरना पड़ सकता है। सर्जरी के दौरान वॉल्‍व को सुधारा अथवा बदला जाता है। वॉल्‍व की सुधार प्रक्रिया में कैल्शियम हटाया जाता है। वहीं बदलाव में पुराने वॉल्‍व की जगह नया कृत्रिम वॉल्‍व लगाया जाता है। सर्जरी इसका आखिरी विकल्‍प है और इसे हल्‍के में नहीं लेना चाहिए।

टिप्‍स और चेताव‍नी


अपने वॉल्‍व की नियमित जांच करवाते रहना चाहिए। इसमें एकोकार्डियोग्राम शामिल होता है, जिसमें वॉल्‍व की कार्यक्षमता को बढ़ाया जाता है।

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक कमजोर वॉल्‍व की निशानी में सांस लेने में परेशानी, आलस, सीने में दर्द, बैचेनी और अनियमित धड़कनें हो सकती हैं। आपको कुछ अन्‍य लक्षण भी हो सकते हैं, इसलिए आपको जितना जल्‍दी हो सके डॉक्‍टर से संपर्क करना चाहिए।

 

 

Read More Articles On Heart Health In Hindi

Read Next

हृदय की असामान्‍य गति को कैसे ठीक करें

Disclaimer