हल्के और कम शारीरिक दर्द का इलाज हम अक्सर खुद ही करने लग जाते है। पर ये सही नहीं है। ये आपकी सेहत को नुकसान पंहुचा सकता है। दर्द जब तक गंभीर ना हो जाए तब तक डॉक्टर के पास नहीं जाते। अगर आपमे भी इस तरह की आदते है तो इन्हें बदल डालिए। सभी तरह के दर्द का इलाज घर पर नहीं किया जा सकता है। कई बार दर्द सही कारण ना पता होने के चलते घरेलू उपायों का असर भी उल्टा पड़ सकता है।
दर्द के साथ बुखार
आगर आपको दर्द के साथ बुखार की समस्या हो तो आप तुंरत ही डाक्टर से मिले। दर्द में बुखार और थकान का अनुभव, लाल सूजे हुए जोड़ रूमटॉइड आर्थराइटिस का संकेत हो सकता है। ये पुरानी सूजन का नतीजा हो सकता है जो जोड़ो के कार्य को प्रभावित भी कर सकता है।
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बायें हाथ मे कसाव
अगर आपके बाएं हाथ में दर्द के साथ कसाव, सीने और पीठ के ऊपरी भाग मे दर्द का अनुभव हो तो ये एंजीना पैक्टोरिस का संकेत होता है। इसमे दिल मे कोने वाले रक्त के संचार में कमी आ जाती है। इसलिए इस तरह के दर्द में भी डाक्टर की सलाह तुंरत लें।
पिंडली में खिचाव
पिंडली की मांसपेशियो मे खिचाव औऱ दर्द को भी सामान्य दर्द की तरह नहीं लेना चाहिए। अगर आपकी पिंडलियो की त्वचा का रंग बदल रहा हो या सुन्न हो जाता हो तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसका कारण उस अंग की धमनी में खून की सप्लाई बंद हो जाना हो सकता है।
लंबे समय तक बैकपेन
बैकपेन की समस्या को हम अक्सर ही छोटी समझ कर नजरदांज कर देते है। लेकिन अगर आपको लंबे समय से बैकपेन की समस्या हो तो इस बारे मे डॉक्टर से जरूर सलाह लें। कई बार ऐसे समय मे कमर का सुन्न हो जाना, लिंब्स का टूटना जैसे लक्षण नर्व कम्प्रेशन के होते है।
रात में अचानक से दर्द होना
रात मे सोते समय अगर आपको अचानक से गंभीर और तेज दर्द हो जाता है। एनीमिया, ना पता चलने वाले फ्रैक्चर, इंफैक्शन आदि का समस्या बोन कैंसर के लक्षण होते है। इसे भी हल्के मे नहीं लेना चाहिए। अगर एक से दो बार मे आपको इस तरह के अनुभव हो तो डाक्टर से मिले।
अगर किसी भी तरह का दर्द तीव्रता औऱ लगातार होता हो तो लापरवाही ना बरतिये। तुंरत ही डाक्टर से सलाह ले।
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