हिन्दू परंपरा के अनुसार नवरात्र पर्व के दौरान 9 दिन मां दुर्गा के अलग-अलग रूप की पूजा की जाती है और इन 9 दिनों उपवास यानि कि व्रत रखने की परंपरा भी सदियों से है। लेकिन उपवास का मतलब कुछ लोग बिना कुछ खाने-पीने को ही समझते हैं। जबकि ऐसा नहीं है आपको उपहास रखने का सही तरीका मालूम होना जरूरी है। क्योंकि यह आपकी सेहत से भी जुड़ा है। अगर आप निर्जला व्रत रखते हैं, तो यह आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है।
वैसे देखा जाए, तो आजकल व्रत रखना एक तरह के फिटनेस मंत्र के रूप में भी काम करता है। कुछ लोग अपना वजन घटाने के लिए व्रत रखते हैं, तो कुछ को अपनी मान्यताओं और आस्था के चलते व्रत रखना पसंद करते है। लेकिन व्रत रखने का सही मतलब है कि आप स्वस्थ रहते हुए व्रत रख सकें, न कि उस दिन थका हुआ महसूस न करते हुए। इसके लिए यह जानना बहुत जरूरी कि व्रत कैसे रखा जाए और उसमें क्या सावधानियां बरती जाएं। आइये जानते हैं व्रत में कैसा हो खान-पान।
1. भरपूर पानी पिएं
व्रत-त्योहारों के दिनों में उपवास करने से शरीर में उत्पन्न होने वाले टॉक्सिन, पेशाब एवं पसीने के रूप में हमारे शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इसलिए निर्जला व्रत न लें, बल्कि व्रत के समय में पानी और तरल पदार्थ अधिक से अधिक पिएं। जिससे कि आप डिहाइड्रेशन के शिकार न हों। आप चाहें, तो उपवास के समय में अधिक कमजोरी होने पर नींबू-पानी ले सकते हैं। इससे आँतों की सफाई अच्छी तरह से हो जाती है।
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2. फलाहार जरूरी है
हालांकि व्रत में खाना मना होता है लेकिन शरीर कमजोर न पड़े और एनर्जी बरकरार रहे। इसके लिए आप कुछ कुछ देर में फलाहार लेते रहें। जैसे आप फाइबरयुक्त फल, सलाद और जूस का सेवन करें।
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3. भरपेट भोजन से बचें
ऐसा नहीं है कि आपने पूरे दिन कुछ नहीं खाया तो आप रात को बहुत अधिक खाना खा लें। व्रत के एक दिन पहले ही बहुत हैवी खाने का त्याग कर दें। इसके अलावा भरपूर नींद जरूर लें इससे शरीर को आराम मिलेगा।
4. बीमारी से पीडि़त होने पर न करें व्रत
अगर आप किसी भी छोटी बीमारी से पीड़ित हैं, तो व्रत न करें। क्योंकि इससे स्थिति गंभीर हो सकती है। कई लोग व्रत को बहुत जरूरी मानते हैं, तो यदि आप बीमार रह कर भी उपवास करना चाहते हैं, तो आप अपनी दवाईयां समय पर लें।
व्रत करने वालों को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि यदि वे किसी बीमारी से पीड़ित हैं या किसी बीमारी का इलाज लंबा चल रहा है, तो अपने चिकित्सक की सलाह लिए बिना उपवास नहीं करना चाहिए। जैसे डायबिटीज के रोगियों, गर्भवती महिलाओं व स्तनपान करा रही माताओं को भी उपवास नहीं करना चाहिए। उपवास अपनी शारीरिक सामर्थ्य से अधिक नहीं करना चाहिए।
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व्रत के दौरान जरूरी सावधानियां
- अगर आप व्रत कर रहे हैं, तो व्रत के दौरान पकी हुई सब्जियां, अन्न या अन्न के बने दूसरे पदार्थ, रोटियां, ब्रेड, बिस्कुट, पास्ता नहीं खाना चाहिए।
- इसके अलावा चाय, आइस्क्रीम, मक्खन, फास्ट फूड, जंक फूड से तैयार किया हुआ भोजन, आलू की चिप्स, साबुदाने की खिचड़ी, मूंगफली के दाने या मिक्चर इत्यादि उपवास के स्वास्थ्य लाभों को को नष्ट कर देते हैं।
- यदि डाइटिंग के लिए व्रत रख रही हैं तो अच्छा होगा किसी एक्सपर्ट की सलाह लें और शेड्यूल बना कर उसे फॉलो करें।
- निर्जला व्रत कभी न करें यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहते हुए उपवास करें।
- एसीडिटी की शिकायत या बीमारी होने पर थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद सलाद या फल खाते रहें।
- मन को शांत रखें और अपने व्यवहार में विनम्रता बरतें।
- उपवास में भी हल्की-फुल्की एक्सरसाइज और व्यायाम जारी रखें।
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