ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने विश्व का पहला ऐसा ऑप्टिकल सेंसर विकसित करने का दावा किया है जो व्यक्ति में विटामिन बी-12 की कमी का कुछ मिनटों में पता लगा सकता है। दरअसल, इस विटामिन की कमी को डिमेंशिया एवं अल्जाइमर की बीमारी के खतरे से जोड़कर देखा जाता है, यह बीमारी अक्सर ढलती उम्र के साथ लोगों में तब दिखाई देती है जब इसका स्तर बढ़ जाता है।
ऐसे में इस उपकरण की खोज उम्र के प्रभाव को कम करने के लिए वरदान साबित होगी। व्यक्ति में विटामिन बी-12 की कमी होने पर शुरुआत में ही सेंसर के माध्यम से पता कर विटामिन के स्तर को बढ़ाया जा सकेगा। खास बात यह है कि सेंसर मौजूदा जांच पद्धतियों से बेहतर साबित होगा। समय की बचत होगी साथ यह आम लोगों के पहुंच में होगी।
ऑस्ट्रेलिया में यूनिवर्सिटी ऑफ एडिलेड के शोधार्थियों के मुताबिक, विटामिन बी-12 की कमी से डिमेंशिया एवं अल्जाइमर की बीमारी का खतरा हो सकता है और उसे याददाश्त कम होने की समस्या से भी जोड़ा जाता है। ऐसे में इस उपकरण की मदद से डॉक्टर बी-12 स्तरों पर नजर रख सकेंगे और कमी का पता लगने के तत्काल बाद इसे दूर कर सकेंगे।
वैज्ञानिकों के अनुसार सेंसर विकसित करने का काम जारी है। ऐसा पहली बार हुआ है कि ऑप्टिकल स्पेक्ट्रोस्कोपी पर आधारित एक ऐसी तकनीक जो तुरंत व्यक्ति के ब्लड सीरम में विटामिन बी-12 की कमी का पता लगा सकती है। व्यक्ति के रक्त में बी-12 को ऑटिकल सेंसर से मापने में एक मिनट से भी कम समय लगता है साथ ही इसके लिए कोई बड़ी तैयारी की अवश्यकता नही होती है।
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