मासिक धर्म (Menstruation) या पीरियड्स एक सामान्य योनि रक्तस्राव (Vaginal Bleeding) है जो एक महिला के मासिक चक्र के हिस्से के रूप में होता है। हर महीने महिला का शरीर गर्भावस्था की तैयारी करता है। यदि कोई गर्भावस्था नहीं होती है, तो गर्भाशय, या गर्भ, इसकी परत को बहा देता है। मासिक धर्म का रक्त आंशिक रूप से रक्त और गर्भाशय के अंदर का ऊतक (टिश्यू) होता है। जो योनिमार्ग से शरीर से बाहर निकलता है।
पीरियड्स आमतौर पर 11 से 14 साल की उम्र के दौरान शुरू होते हैं और 51 साल की उम्र में रजोनिवृत्ति तक जारी रहते हैं। पीरियड्स, आमतौर पर तीन से पांच दिनों तक रहते हैं। इस दौरान योनि से रक्तस्राव के अलावा, पेटदर्द या पैल्विक क्रैंप, कमर के निचले हिस्से में दर्द, सूजन और गले में खराश, भोजन की इच्छा, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द और थकान। मगर पीरियड्स के दौरान कई ऐसी घटनाएं घटित होती हैं, जिसे महिलाएं अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं। जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार इसके कई दुष्परिणाम हो सकते हैं।
1. समय पर माहवारी का न आना
समय पर माहवारी का ना आना कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो 2 या इससे आधिक बार पीरियड्स का न आना यानी आप कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं जैसे थायराइड, मानसिक तनाव, अत्यधिक एक्सरसाइज, इंटेंस डाइटिंग और हार्मोनल असंतुलन आदि। कुछ गंभीर मामलों में पीरियड्स का मिस होना असामान्य कोशिकाओं के विकास का संकेत हो सकते हैं। जोकि स्तन कैंसर या अन्य कैंसर के विकार का कारण बन सकते हैं।
ऐसे में क्या करना चाहिए?
इस कंडीशन में आपको बिना देर किए किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ (गायनकोलॉजिस्ट) के पास जाना चाहिए। वह आपके हार्मोनल असंतुलन और थायराइड की जांच कर सकती है। इसके अलावा पॉलीसिस्टिक ओवरीज की संभावनाओं की भी जांच कर सकती हैं।
2. असामान्य रक्तश्राव
अगर आपने बर्थ कंट्रोल पिल लिया है, असामान्य तरीके से रक्तश्राव हो रहा है और मासिक चक्र सामान्य है तब भी आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए। क्योंकि आप ओवेरियन सिस्ट या ये कैंसर के शुरूआती लक्षण हो सकते हैं।
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3. असहनीय प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम
यदि आप पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग, तनाव, अवसाद, फूड क्रेविंग और अत्यधिक गुस्सा आता है तो आप प्रीमेंस्ट्रुअल डिसफोरिक सिंड्रोम (PMOD) से ग्रसित हो सकती हैं। यह सामान्य प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम से भी बदतर है। इन लक्षणों से एंटीडिप्रेसेंट से निपटा जा सकता है मगर आपको डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए।
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4. भारी मात्रा में रक्त का थक्का बनना
पीरियड्स में कम मात्रा में रक्त का थक्का बनना सामान्य है। कभी-कभी जब रक्त का प्रवाह अधिक होता है तो भारी मात्रा में रक्त के थक्के दिखाई देते हैं। यह हानिकारक हो सकते हैं। अगर रक्त का थक्का एक चौथाई से ज्यादा है तो गर्भाशय फाइब्रॉएड का संकेत हो सकता है। आप वशंनुगत वॉन बिलेब्रांड डिजीज से ग्रसित हो सकती हैं। ब्लड क्लॉटिंग मिसकैरेज का भी संकेत हो सकता है। ऐसे में आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
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