
वजन घटाने के लिए हम कई तरह के एक्सरसाइज, योग और यहां तक कि फिटनेस ट्रेनर्स की भी मदद लेते हैं। इन तीनों को लेकर लोगों की पसंद में उनके जरूरत के हिसाब से कई तरह के अंतर पाए जाते हैं। हम में से ज्यादातर लोगों के लिए, योगा परिणाम में देरी के साथ बहुत मेहनत की तरह लगता है। वहीं जब बात कार्डियो की आती है, तो हमें तुरंत संतुष्टि तो मिलती है, लेकिन परिणाम बहुत लंबे समय तक नहीं रहते हैं क्योंकि एक बार जब आप कार्डियो बंद कर देते हैं, तो आपका वजन फिर से बढ़ने लगता है। तो फिर, वजन कम करने और इसे बंद रखने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? योगा या कार्डियो? तो आइए जानते हैं कि कौन सा बेहतर है।
वजन कम करने के लिए योग
क्या आप जानते हैं कि यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी के अनुसार, योग साइकिल चलाने, तैरने और तेज चलने के रूप में अच्छा हो सकता है? नहीं न! दरअसल योग की मदद से शरीर के कई पहलुओं पर काम किया जा सकता है। यह फैट बर्न करने, आराम देने, दिमाग को शांत करने और आपके हर तरह स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। वहीं वजन घटाने के लिए योग में कई तकनीकें हैं, जैसे कि कपालभाति जो कि एक सांस लेने की तकनीक है और ये उन लोगों के लिए बहुत प्रभावी है, जो अपना वजन कम करना चाहते हैं। कपालभाति पेट के चारों ओर के फैट पर काम करते हैं और कैलोरी बर्न करने में आपको स्थाई रूप से मदद करते हैं। वहीं अन्य प्रकार के योग, जैसे कि विनेसा योग भी वजन घटाने में तेजी से मदद कर सकता है।
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वजन कम करने के लिए योग करते समय इन बातों का ख्याल रखें
गहन योग आसन करते समय, आपको चोटों से बचने के लिए पहली बार किसी ट्रेनर की देखरेख में इसे करना चाहिए। इसके अलावा, अगर आपके पास कोई चिकित्सीय परेानी है, तो आपको किसी भी गतिशील योग में लिप्त होने से पहले अपने चिकित्सक से निश्चित रूप से परामर्श लेना चाहिए।
वजन कम करने के लिए कार्डियो
कोई भी एक्सरसाइज करने से पहले जरूरी है कि हमें उससे मिलने वाले लाभ के बारे में मालूम हो, जिससे हम यह तय कर सकें कि उसे करना सही है या नहीं। वजन घटाने, वसा और कैलोरी को जलाने के अलावा भी कार्डियो एक्सरसाइज के कई फायदे हैं। वहीं वो लोग जो त्वरित परिणाम चाहते हैं, खासकर इसलिए कि उन्हें इसे करने की प्रेरणा मिलती रही वो कार्डियो करना पसंद करते हैं।
वहीं अगर आप अपना वजन कार्डियो की मदद से कम करना चाहते हैं, तो उच्च-तीव्रता अंतराल प्रशिक्षण (high-intensity interval training) या HIIT का चयन करें। यह दाहिने कॉर्ड से टकराएगा और उन क्षेत्रों को ट्रिगर करेगा, जिन्हें आप वास्तव में काम करना चाहते हैं। साथ ही, यह आपको सहनशक्ति और धीरज बनाने में भी मदद करेगा।
कार्डियो करते समय इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप कार्डियो सत्र को इक्का-दुक्का बार करना चाहते हैं, तो अपनी गति बनाए रखें और नई चीजों की कोशिश करना महत्वपूर्ण है। अगर आप एक घंटे के लिए दौड़ते हैं, तो एक सप्ताह के अंत में आपको उतनी ही दौड़ लगानी, चाहिए जिससे आपकी गति में बने रह सकते हैं। एक दम से कार्डियो की शुरुआत करके इसे करना बंद न करें। वहीं आप कार्डियो के साथ कुछ और चीजों को भी अपने रूटीन में शामिल कर सकते हैं। जैसे कि
- -डांस: डांस फिट रहने के सबसे अच्छे और दिलचस्प तरीकों में से एक है।
- -तबता: HIIT और स्ट्रेंथ ट्रनिंग का मिश्रण है, जो एक कम प्रभाव वाली दिनचर्या के साथ आता है और आप आसानी से बहुत सारे ऑनलाइन ट्यूटोरियल देखकर इसे सीख सकते हैं। ये आपके बैली फैट को भी कम करने में मदद करेगा
- -पिलेट्स: पिलेट्स वजन घटाने के प्रशिक्षण का एक और रूप है, जो वास्तव में आपको अपनी स्ट्रेंथ को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा ये मांसपेशियों के लिए भी बेहतर एक्सरसाइज है।
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तो योग या कार्डियो, वजन घटाने की सबसे बेहतर क्या है?
योग, वजन घटाने के लिए स्थाई तरीकों में से एक है, जो स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को भी बढ़ावा देता है। योग वह रास्ता है, जिससे आप उन एक्सट्रा किलो को बहा सकते हैं जो लंबे समय से महनत करने पर भी कम नहीं हो रहा था। वहीं पारंपरिक कार्डियो मांसपेशियों को टोन करने और वजन घटाने के लिए फायदेमंद है। ये आसानी से वजन तो कम करेगा पर योगा आप पर धीमा पर लंबा असर छोड़ेगा।
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