
धूल-मिट्टी में जाते ही यदि आपको खांसी और जुकाम होने लगता है। तो ये डस्ट एलर्जी का संकेत हो सकता है। डस्ट एलर्जी होने पर आपको धूल मिट्टी में बार-बार छींक आने लगती है। कई बार ये लक्षण इतने गंभीर हो जाते हैं कि आपको बार बार खांसी आने लगती है और सांस लेने में भी परेशानी होने लगती है। इस समस्या से बचने के लिए आप घर पर धूल मिट्टी को नियमित रूप से साफ करते रहें। इसके अलावा आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाकर भी अपनी एलर्जी को कम कर सकते हैं। एलर्जी से बचाव के लिए आपको डाइट में बदलाव करने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही जीवनशैली में बदलाव करने से आप अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बना सकते हैं। अगर आप रोजाना योग करें तो आप कई बीमारियों से दूर रहते हैं। साथ ही योग आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। आज इस लेख में हम आपको धूल-मिट्टी से होने वाली एलर्जी को दूर करने के लिए कुछ योगासन बताने जा रहे हैं। जिनकी मदद से आप एलर्जी के लक्षणों को तेजी से कम कर सकते हैं।
धूल मिट्टी से एलर्जी में करें ये योगासन - Try These Yoga Asanas For Dust Allergy In Hindi
अनुलोम विलोम से करें एलर्जी को दूर
अनुलोम विलोम से आप कई एलर्जी को दूर कर सकते हैं। इसके नियमित अभ्यास से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है। आपको बता दें कि इससे शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है और आपको रोग होने की संभावना कम हो जाती है। अनुलोम विलोम से लंग्स मजबूत बनते हैं और व्यक्ति को एलर्जी होने की संभावना कम हो जाती है। एलर्जी होने पर आपको रोजाना 30 मिनट इस योगासन को करना चाहिए। इससे गले में जलन, खांसी व नाक बंद होने की समस्या में आराम मिलता है।
इसे भी पढ़ें : धूल-मिट्टी से हो जाती है बार-बार एलर्जी? जानें कैसे किया जाता है इसका इलाज
कपालभाति से करें डस्ट एलर्जी को दूर
कपालभाति एक ऐसा प्राणायाम है, जो आपको भीतर से मजबूती प्रदान कर एक्टिव बनाता है। इससे आपके शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बेहतर होता है और रक्त शुद्ध होता है। जिसकी वजह से आपकी इम्यूनिटी पावर मजबूत बनती है और आपको संक्रमण व एलर्जी होने का खतरा कम होता है। यदि आपको डस्ट एलर्जी है तो ऐसे में आप रोजाना करीब 20 से 30 मिनट तक कपालभाति करें।
हलासन योग का अभ्यास करें
फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए आप हलासन का अभ्यास कर सकते हैं। डस्ट एलर्जी होने पर आपको सबसे पहले सांस लेने में समस्या आती है। साथ ही बार बार छींक आना इसका एक मुख्य लक्षण हैं। लेकिन आप हलासन से लंग्स के कार्य को बेहतर कर सकते हैं। इस योगासन से आपको शारीरिक और मानसिक दोनों ही रूप से फायदा होता है। सांस संबंधी समस्या को दूर करने के लिए आप रोजाना 20 से 30 मिनट इस योगासन को कर सकते हैं। इससे एलर्जी की समस्या कम होती है।
मत्स्यासन योगासन करें
एलर्जी को दूर करने के आप रोजाना मत्स्यासन का अभ्यास करें। इससे सांस संबंधी समस्या दूर होती है। मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए आप मत्स्यासन करें। रक्त संचार को बेहतर बनाने में इसका महत्वपूर्ण योगदान है। इससे आपकी इम्यूनिटी मजबूत बनती है और आपको एलर्जी होने की संभावना कम हो जाता है।
इसे भी पढ़ें : एलर्जी होने पर न करें इन चीजों का सेवन, बढ़ सकती है खुजली-जलन की समस्या
वृक्षासन योग से करें एलर्जी को दूर
वृक्षासन योग से आप रीढ़ की हड्डी की परेशानी को दूर कर सकते हैं। इसके साथ ही इस योग से कंधे और फेफेड़े खुलते हैं। नियमिन वृक्षासन करने से आपको हृदय रोग होने की संभावना दूर होती है। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने से संक्रमण और एलर्जी के लक्षण में कम होते हैं।
नियमित रूप से योग करने से आप संक्रमण रोगों से सुरक्षित रहते हैं। साथ ही आपकी मांसपेशियां मजबूत होती है और आपको नाक, श्वसन व फेफड़ों की समस्याओं में आराम मिलता है। यदि आपको धूल मिट्टी से एलर्जी से है तो आप ऊपर बताए गए योगासन को करके आराम पा सकते हैं।