Which Asana Restore Spinal Strength: बिजी लाइफस्टाइल के कारण कई लोगों के लिए सेहत पर ध्यान देना मुश्किल हो जाता है। कुछ लोगों की डेस्क जॉब लगातार कई घंटों की होती है। दिनभर एक ही पोस्चर में बैठे रहने के कारण उन्हें कमर दर्द की समस्या शुरू हो जाती है। इसी कारण आजकल युवा पीढ़ी में भी रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं देखी जा रही हैं। दरअसल, दिनभर बैठे रहने के कारण रीढ़ की हड्डी पर बुरा असर पड़ता है। इस कारण रीढ़ की हड्डी कमजोर होने लगती है और कमर से जुड़ी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। लेकिन अगर लाइफस्टाइल में कुछ योगासन शामिल किये जाएं, तो रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखा जा सकता है। रीढ़ की हड्डी के लिए कौन-से योगासन करने चाहिए। इस बारे में जानने के लिए हमने योगवशी योगा इंस्टीट्यूट से योगा एक्सपर्ट वैशाली सिंह से बात की। आइए लेख में जानें इन योगासन के बारे में।
भुजंगासन- Cobra pose
भुजंगासन करने से बॉडी फ्लेक्सिबल होती है। इस योग के अभ्यास से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन बना रहता है। इससे रीढ़ की हड्डी स्ट्रेच होती है पीठ में भी मजबूती आती है। अगर आपको पीठ या कमर दर्द की समस्या रहती है तो यह योगासन आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा। अगर आप ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं, तो रोज सुबह 15 से 20 मिनट यह योगासन जरूर करें।
टॉप स्टोरीज़
बालासन- Child Pose
बालासन करने के दौरान शरीर आगे की ओर झुका होता है। इस योग के अभ्यास के पीठ पर दवाब पड़ता है। इससे रीढ़ की हड्डी स्ट्रेच होती है और फ्लेक्सिबल बनती है। रोज यह योग करने से रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं ठीक होती हैं। यह योगासन बॉडी पोस्चर सुधरता है और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में भी मदद करता है।
इसे भी पढ़ें- युवाओं में रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं ज्यादा क्यों बढ़ रही हैं? डॉक्टर से समझें
उर्ध्व मुख पासासन- Urdhva Mukha Pasana
उर्ध्व मुख पासासन को थ्रेड द नीडल पोज भी कहा जाता है। इस योगासन के अभ्यास से पीठ का दर्द और अकड़न दूर होती है। रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने और पीठ दर्द से राहत देने में यह योगासन फायदेमंद है। इस योगासन के अभ्यास से पीठ पर दवाब पड़ता है। इससे पीठ की मांसपेशियों को भी मजबूती मिलती है।
मर्कटासन- Markatasana
मर्कटासन को बंदर मुद्रा और घुमावदार बंदर मुद्रा भी कहा जाता है। इसके अभ्यास से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। साथ ही, पीठ और कमर से जुड़ी समस्याओं से भी राहत मिलती है। जिन लोगों को गर्दन, कमर या कंधों से जुड़ी समस्याएं रहती हैं, उनके लिए यह योगासन फायदेमंद है। इसका रोज अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डी में मजबूती रहती है।
इसे भी पढ़ें- क्या डिलीवरी के समय रीढ़ की हड्डी में लगने वाले इंजेक्शन के कारण बाद में पीठ दर्द होता रहता है?
सेतुबंधासन- Setu Bandhasana
सेतुबंधासन करने से पूरे शरीर को फायदा होता है। इस योगासन को ब्रिज पोज भी कहा जाता है। रोज यह योगासन करने से रीढ़ मजबूत होती है और पीठ से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं। गर्दन, कमर या कंधों से जुड़ी समस्याओं में यह योगासन बहुत फायदेमंद होता है। इसके अभ्यास से बॉडी फ्लेक्सिबल भी रहती है।
अगर आप रोज सुबह इन योगासन का अभ्यास करते हैं, तो आपको रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याओं का खतरा कम होगा। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें।