एनर्जी डाउन होने पर रोज सुबह खाली पेट करें ये 3 योगासन

एनर्जी लेवल बढ़ाने के लिए हम अच्छी डाइट पर फोकस करते हैं। लेकिन आप चाहें तो सुबह-सबुह कुछ योगासन करके पूरे दिनभर खुद को एनर्जेटिक रख सकते हैं। 
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एनर्जी डाउन होने पर रोज सुबह खाली पेट करें ये 3 योगासन

जब रात को नींद अच्छी आती है, तो हमारी सुबह काफी अच्छी रहती है। हम खुद को फ्रेश फील करते हैं, लेकिन धीरे-धीरे जैसे दिन बीतता है, हमारा एनर्जी लेवल डाउन होता जाता है और हम थक जाते हैं। दिनभर अच्छे से काम करने के लिए हमारा एनर्जी लेवल यानी शारीरिक शक्ति का अच्छा होना बेहद जरूरी है। आप भी अपनी शारीरिक क्षमता को बढ़ाने के लिए सुबह पोषक तत्वों से भरपूर नाश्ता करते होंगे, लेकिन सिर्फ यही काफी नहीं होता है। आपको दिनभर एनर्जेटिक रहने के लिए खुद को शारीरिक तौर पर भी सक्रिय रखना जरूरी होता है। इसके लिए आप रोज सुबह खाली पेट कुछ ऐसे योगासन कर सकते हैं, जिससे आपको दिनभर के लिए एनर्जी मिलेगी। इन योगासनों की मदद से आपकी एनर्जी डाउन नहीं होगी और अच्छे से अपने सारे काम कर पाएंगे। आइए, योगा एक्सपर्ट दीपक झा से जानते हैं एनर्जी लेवल बढ़ाने के लिए कौन-से योगासन बेस्ट हैं। 

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1. धनुरासन (Dhanurasana)

धनुरासन देखकर आपको इसे करना थोड़ा मुश्किल लगता होगा, लेकिन अगर इसका अभ्यास नियमित रूप से किया जाए तो आप भी इसे बहुत आसानी से कर सकते हैं। नियमित रूप से धनुरासन करने से स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं। अगर सुबह-सुबह खाली पेट धनुरासन किया जाए, तो इससे आप पूरे दिनभर ऊर्जा से भरे रह सकते हैं। इतना ही नहीं धनुरासन वजन को नियंत्रण करने में भी फायदेमंद होता है। इससे पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है। रोजाना इस आसन को करने से कमर दर्द की समस्या नहीं होती है। 

धनुरासन पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में भी मदद करता है। इसके अलावा डायबिटीज रोगियों के लिए यह आसन काफी लाभदायक होता है। इसे नियमित रूप से करने पर शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। यह पेट, पैर, हाथ और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में भी सहायक होता है। इससे आपके फेफड़े भी मजबूत बनते हैं।

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धनुरासन करने का तरीका (How to do Dhanurasana)

  • इसे करने के लिए सबसे पहले किसी शांतिपूर्ण जगह पर एक मैट बिछा लें। इस पर पेट के बल लेट जाएं।
  • अपने हाथों और पैरों को एकदम सीधा रखें। 
  • अब सांस छोड़ते हुए अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ें।
  • अपने दोनों हाथों से दोनों पैरों के टखनों (Ankles) को पकड़ें। 
  • लंबी गहरी सांस लेते हुए अपने सिर, छाती और जांघ को ऊपर की तरफ उठाने की कोशिश करें।
  • इस दौरान आपके शरीर को भार पेट के निचले हिस्से पर होना चाहिए। 
  • अब धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें। इस अवस्था में कुछ सेकेंड तक बने रहें।
  • सांस छोड़ते हुए अपनी सामान्य अवस्था में आ जाएं। 
  • इस आसन को आप 3-5 बार कर सकते हैं। धीरे-धीरे अपनी क्षमातानुसार इसे बढ़ाया भी जा सकता है।

धनुरासन करते हुए सावधानियां (Dhanurasana Precautions)

अगर आप शुरुआत में इसे कर रहे हैं, तो इसे धीरे-धीरे करने की कोशिश करें। अगर आपकी कमर में बहुत ज्यादा दर्द हो तो इस आसन को करने से बचें। हर्निया और पेट के अल्सर के रोगियों को भी धनुरासन करने से बचना चाहिए। साइटिका और स्लिप डिस्क की समस्या होने पर आपको इसे बिल्कुल नहीं करना चाहिए। साथ ही हाइपरटेंशन के मरीजों को इसे किसी एक्सपर्ट की सलाह पर करना चाहिए। इनके अलावा भी अगर आपको किसी तरह की कोई शारीरिक समस्या है, तो इस आसन को एक्सपर्ट की सलाह और देखरेख में ही करें। 

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2. पादहस्तासन (Padahastasana)

पादहस्तासन सूर्य नमस्कार के दौरान भी किया जाता है। यह दिखने में काफी कठिन योगासन लगता है, लेकिन अगर इसका अभ्यास नियमित रूप से किया जाए तो आप भी इसे घर पर आसानी से कर सकते हैं। पादहस्तासन करने से आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान होती है। अगर आप थोड़ा सा काम करके थक जाते हैं, तो आपको रोज सुबह इस आसन को जरूर करना चाहिए। क्योंकि इससे आपको पूरे दिनभर ऊर्जावान रह सकते हैं। इसके साथ ही इससे शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन काफी बेहतर होता है। इससे हाथ, पैर और पीठ की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। यह हैमस्ट्रिंग को भी मजबूत और लचीला बनाता है। थायरॉइड और दिल के मरीजों के लिए इस आसन को करना लाभकारी हो सकता है। इससे पाचन क्रिया मजबूत होती है और पेट के रोग जैसे गैस, एसिडिटी और कब्ज की समस्या ठीक होती है। यह मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में भी मदद करता है। इसलिए आपको रोज सुबह उठकर इस योगासन को जरूर करना चाहिए। 

पादहस्तासन करने का तरीका (How to do Padahastasana)

  • पादहस्तासन करने के लिए आपको सबसे पहले मैट पर एकदम सीधे खड़े होना है।
  • अपने दोनों पैरों के बीच कम से कम 2 फीट की दूरी बना लें।
  • लंबी गहरी सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाएं। इस दौरान अपनी कमर को स्ट्रेच करते हुए ऊपर उठाएं।
  • अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे की तरफ झुकें। 
  • अपने हाथों से जमीन को छूने की कोशिश करें। नाक को घुटने के पास ले जाएं।
  • इस अवस्था में 10-20 सेकेंड रुकने के बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
  • इस आसन को आपको धीरे-धीरे करना है और जितना संभव हो आगे की तरफ उतना ही झुकें।

पादहस्तासन करते हुए सावधानियां (Padahastasana Precautions)

पादहस्तासन करते हुए आपको कुछ सावधानियों का भी ध्यान रखना जरूरी होता है। इसका अभ्यास धीरे-धीरे किया जाना चाहिए। पीठ दर्द की बहुत ज्यादा शिकायत होने पर आपको इस आसन को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। यह आगे झुकने वाला एक आसन है, इसलिए साइटिका और स्लिप डिस्क वालों को इसे करने से बचना चाहिए। साथ ही हर्निया, डायरिया और प्रेग्नेंट महिलाओं को भी पादहस्तासन नहीं करना चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर और दिल के रोगियों को इसे किसी एक्सपर्ट की सलाह पर ही करना चाहिए।

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3. आंजनेयासन (Anjaneyasana)

अपनी शारीरिक क्षमता या शक्ति को बढ़ाने के लिए आप रोज सुबह आंजनेयासन का भी अभ्यास कर सकते हैं। नियमित रूप से इस आसन को करने से आप दिनभर एनर्जेटिक या ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं। इससे आपकी थकान दूर होती है और आप आसानी से सारे काम कर सकते हैं। इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी भी मजबूत बनती है। यह पेट और कमर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करती है। इस आसन को करने से फेफड़े मजबूत होते हैं और सीने का विकास होता है।

आंजनेयासन करने का तरीका (How to do Anjaneyasana)

  • इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले मैट पर वज्रासन में यानी घुटने मोड़कर बैठ जाएं।
  • अपने बाएं पैर को पीछे की तरफ ले जाएं और दाएं पर के तलवे को जमीन पर रखें।
  • अब दोनों हाथों को सिर के ऊपर ले जाकर हाथ जोड़ लें।
  • धीरे-धीरे पीछे की तरफ झुकने का प्रयास करें।
  • 10-30 सेकेंड तक इस अवस्था में बने रहें।
  • इसके बाद अपनी पहली अवस्था में आ जाएं। 

आंजनेयासन करते हुए सावधानियां (Anjaneyasana Precautions)

आंजनेयासन को हमेशा खाली पेट की करना चाहिए, तभी आपको इसके पूरे फायदे मिलते हैं। अगर आपको कमर, पेट या पैरों में दर्द हो तो इस आसन को करने से बचें। इसके साथ ही अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, तो आपको इस आसन को किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही करना चाहिए।

अपने एनर्जी लेवल को बढ़ाने के लिए आप भी रोज सुबह उठकर इन योगासनों को कर सकते हैं। खाली पेट योगासन करना ज्यादा लाभदायक होता है। शुरुआत में आपको इन्हें किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही करना चाहिए। इसके साथ ही अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो एक्सपर्ट की सलाह पर इन योगासनों को करें।

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