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हड्डियों और जोड़ों का दर्द कम करने के लिए रोज करें ये 3 योगासन, जानें फायदे

योगाभ्यास करने से हड्डियों और जोड़ों में दर्द की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। यहां जानिए, हड्डियों और जोड़ों के दर्द में कौन सा योग करना चाहिए?
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हड्डियों और जोड़ों का दर्द कम करने के लिए रोज करें ये 3 योगासन, जानें फायदे

बिगड़ी और इनएक्टिव लाइफस्टाइल और गलत खानपान का असर शरीर पर पड़ता है, जिसके कारण आजकल लोगों को कम उम्र से ही हड्डियों और जोड़ों में दर्द की शिकायत होने लगी है। जोड़ों में होने वाले दर्द को अक्सर लोग इग्नोर कर देते हैं या फिर दर्द होने पर पेन किलर्स का सेवन करते हैं। जिनसे तुरंत तो दर्द से छुटकारा मिल जाता है लेकिन इन दवाओं के अलग साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। अगर आप हड्डियों और जोड़ों के दर्द (Which yoga is best for bones) से निजात पाना चाहते हैं तो सबसे पहले अपनी लाइफस्टाइल को सुधारें और रोजाना योग करें। योगाभ्यास से न सिर्फ आपको जोड़ों के दर्द से राहत मिल सकती है बल्कि कई तरह की अन्य समस्याएं भी दूर हो सकती हैं। इस लेख में योग शिक्षक रजनीश शर्मा हड्डियों और जोड़ों के दर्द के लिए 3 योगासन बता रहे हैं, जिनका नियमित अभ्यास करने से आपको लाभ मिल सकता है। 

हड्डियों और जोड़ों के दर्द में कौन सा योग करना चाहिए? - Which Yoga Is Best For Joint Pain In Hindi

1. चक्रासन - Chakrasana

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हड्डियों और जोड़ों के दर्द से राहत पाना चाहते हैं तो रोजाना चक्रासन यानी व्हील पोज का अभ्यास करना शुरू कर दें। चक्रासन का अभ्यास हड्डियों और जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। यह योगासन हार्ट को भी हेल्दी बनाता है और आंतरिक अंगों को मजबूत करने में मदद करता है, जैसे कि पेट, गर्दन और कमर की मांसपेशियां। चक्रासन को करने से पीठ, कंधे, जांघों और घुटनों की मांसपेशियों को संतुलित करने में मदद मिलती है। 

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2. त्रिकोणासन - Trikonasana

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त्रिकोणासन को त्रिकोण या त्रिकोणी आसन के नाम से भी जाना जाता है। इस आसन का नियमित अभ्यास करने से हड्डियां मजबूत होती हैं और जोड़ों का दर्द भी दूर हो सकता है। इसके अलावा, त्रिकोणासन (Trikonasana) पीठ और पेट की मांसपेशियों को भी मजबूत करता है और पाचन सिस्टम बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास करने से जांघ की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और यह शरीर को स्थिर रखने में मदद करता है।

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3. उष्ट्रासन - Ustrasana

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उष्ट्रासन या कैमल पोज हड्डियों और जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए उत्तम आसन है। यह आसन कमर, गर्दन और पीठ की मांसपेशियों को स्थिर करने में मदद करता है। उष्टासन का अभ्यास करने से हार्ट हेल्थ भी बेहतर होती है, इसके साथ ही फेफड़ों का स्वास्थ्य भी अच्छा होता है। चक्रासन को नियमित रूप से करने से वजन कंट्रोल होता है और शरीर की सुस्ती दूर होती है। जिन लोगों को अक्सर कमर और जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है उन्हें इस आसन का अभ्यास नियमित रूप से करना चाहिए।

इन योगासनों के नियमित अभ्यास से हड्डियों और जोड़ों के दर्द में सुधार हो सकता है। योग की नियमित रूप से प्रैक्टिस करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी लाभ मिलता है। 

All Images Credit- Freepik

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