
तनाव, चिंता और भागदौड़ भरी जिंदगी के चलते वो लोग बहुत भाग्यशाली हैं जो 7 से 9 घंटे की नींद लगातार ले पाते हैं। जिस तरह से आजकल लोगों का खानपान और लाइफस्टाइल हो गया है उसमें भरपूर नींद ले पाना कई लोगों के लिए एक चुनौती साबित हो रहा है। कई लोेग ऐसे भी होते हैं जिन्हें संतुलित नींद पर्याप्त ही नहीं होती है और वो लोग टुकड़ों में नींद लेने के लिए मजबूर हैं। धीरे-धीरे ये मजबूरी उनकी आदत में शुमार हो जाती है। लेकिन इस बात से सावधान हो जाएं की जगह-जगह झपकी लेना और कम से कम 8 घंटे की नींद न लेना जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पर्याप्त मात्रा में नींद ना लेने से शरीर की प्रक्रिया सुचारू रूप काम करने में बाधा उत्पन्न करती है। जिसके कारण तरह-तरह की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
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17 मार्च का दिन अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर वल्र्ड स्लीप डे के रूप में मनाया जाता है। स्लीप डे को मनाने का मकसद अच्छी नींद लेने के लाभ, नींद की कमी से होने वाले नुकसान आदि जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित कर इन्हें गंभीरता से लेना है। आज हम आपको इसी मौके पर बता रहे हैं कि भरपूर नींद लेना हर व्यक्ति के लिए क्यों जरूरी है और टुकड़ों में नींद लेना किस तरह से जानलेवा साबित हो सकता है।
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मौजूदा दौर में दिनचर्या के नियमित नहीं हो पाने के कारण लोगों में नींद से संबंधित बीमारी ‘स्लीप ऐपनिया’ काफी बढ़ रही है। जिसमें नींद के दौरान सांस में रुकावट पैदा होती है और कई बार यह घातक भी हो सकती है। इससे बचने के लिए जितना संभव हो सके खाने-पीने और सोने की आदतों को नियमित करें और साथ ही डॉक्टर की सलाह जरूर लें। नियमित व्यायाम, पोषक एवं नियंत्रित आहार से इस समस्या को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है
नींद की कमी से होने वाली अन्य बीमारियां
सिर दर्द, डिप्रेशन, आंखों में दर्द, आंखों के नीचे काले घेरे, आंखों का लाल होना, चिड़चिड़ापन, झुर्रियां, रिंकल्स, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, शरीर में कंपन, आँखों में सूजन आना, चक्कर आना, आत्मविश्वास की कमी, किडनी पर प्रतिकूल प्रभाव, मेटाबॉलिक स्ट्रेस का बढ़ना, दिल से संबंधित रोग एवं मोटापा जैसी कई बीमारियां नींद के पूरी ना होने से काफी तेजी से बढ़ती हैं।
भरपूर नींद के स्वास्थ्य लाभ
मानसिक कोशिकाओं को मजबूती मिलती है, आत्वविश्वास बढ़ता है, याद्दशत बढ़ती है, कार्यक्षमता बढती है, शरीर में रोगों से लड़ने वाली कोशिकाएं भलीभांति काम करती है, भूख लगती है और शरीर में चुस्ती और ताजगी का अनुभव होता है।
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