Why Lifestyle Disorders Are affecting People Before 35 35: आज की तेज-तर्रार जीवन में, युवाओं में लाइफस्टाइल डिसऑर्डर्स यानी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इन बीमारियों में मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, दिल से जुड़ी बीमारियां और मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं शामिल हैं, जो न सिर्फ बुजुर्गों में देखने को मिल रही हैं, बल्कि 35 साल से कम उम्र के लोगों में भी ये समस्याएं आम हो गई हैं। 35 साल से कम उम्र के लोगों में लाइफस्टाइल डिसऑर्डर की बढ़ती समस्या, एक चिंता का कारण बन गया है। ऐसे में आइए वर्ल्ड हेल्थ डे के मौके पर नई दिल्ली के तुलसी हेल्थकेयर के सीईओ और सीनियर साइकेट्रिस्ट डॉ. गौरव गुप्ता से जानते हैं 35 की उम्र से पहले लाइफस्टाइल डिसऑर्डर होने क्यों होते हैं?
35 की उम्र से पहले लोगों को लाइफस्टाइल डिसऑर्डर क्यों हो रहे हैं? - Why Lifestyle Disorders Are Hitting People Before 35 In Hindi?
1. अनहेल्दी डाइट
आज की यंग जनरेशन अपने खानपान का खास ध्यान नहीं रख पा रही है। किसी को जंक फूड खाना पसंद होता है, तो कोई मजबूरी में बाहर का खाना खाने के लिए मजबूर है। ऐसे में फास्ट फूड, जंक फूज और प्रोसेस्ड फूड का सेवन लोगों में ज्यादा बढ़ गया है। खासकर, हाई शुगर फूड्स, नमक और अनहेल्दी फैट का सेवन, कम उम्र में ही लोगों में मोटापा, डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारियों का कारण बन गया है, जो लाइफस्टाइल डिसऑर्डर से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकता है।
इसे भी पढ़ें: तनाव, डिप्रेशन और एंग्जायटी क्यों बन रहे हैं आम समस्या? जानें मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर बढ़ने की वजहें
टॉप स्टोरीज़
2. खराब लाइफस्टाइल
आज के समय में आधुनिक तकनीक के कारण लोग शारीरिक गतिविधियां कम करने लगे हैं। ऑफिस में लंबे समय तक बैठना, स्मार्टफोन और कंप्यूटर पर ज्यादा समय बिताना, और एक्सरसाइज न करना जैसी आदतें, लाइफस्टाइल डिसऑर्डर से जुड़ी बीमारियों को बढ़ा सकती हैं। शारीरिक गतिविधि की कमी से शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे वजन बढ़ने और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
3. तनाव और नींद की कमी
आज के समय में तनाव हर व्यक्ति के जीवन का खास हिस्सा बन चुका है। काम के दबाव और पैसों की जरुरतों के साथ परिवारिक कलह के बीच लोगों में तनाव की समस्या काफी बढ़ गई है, जिसका असर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ताहै। तनाव के कारण अक्सर नीद में कमी आ जाती है, जो आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है और शरीर में हार्मोनल असंतुलन का कारण बनता है, जिससे मोटापा, हाई बीपी, डिप्रेशन आदि स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ जाती है।
4. नशे की आदत
शराब, तंबाकू, और अन्य नशे की चीजों का सेवन आज की युवा पीढ़ी में काफी ज्यादा बढ़ गया है। ये आदतें न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ावा देती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालती है। इसलिए, 35 साल की उम्र में ही लोगों को लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियां, जैसे लिवर की समस्या, कैंसर, मेंटल डिसऑर्डर का कारण बन सकता है।
5. पर्यावरणीय कारक
प्रदूषण, खराब पानी, और तनावपूर्ण लाइफस्टाइल जैसे पर्यावरणीय कारक भी लाइफस्टाइल डिसऑर्डर्स के लिए जिम्मेदार हैं। हानिकारक केमिकल्स और प्रदूषकों के संपर्क में आने से शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।
इसे भी पढ़ें: स्लीप डिसऑर्डर (नींद की कमी) से बढ़ सकता है इन 5 बीमारियों का खतरा, जानें बचाव के तरीके
6. जागरूकता की कमी
लोगों में हेल्दी लाइफस्टाइल जीने के बारे में जागरुकता की कमी भी कम उम्र में लाइफस्टाइल डिसऑर्डर का एक बड़ कारण है। कई लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर कम जागरुक होते हैं, और नियमित हेल्थ चेकअप्स को भी नजरअंदाज कर देते हैं। इस कारण बीमारियों के शुरुआती चरण में बीमारियों का पता चलना मुश्किल हो जाता है।
निष्कर्ष
35 की उम्र से पहले लाइफस्टाइल डिसऑर्डर्स अब सिर्फ एक बढ़ती समस्या नहीं रह गया है, बल्कि एक स्वास्थ्य संकट के रूप में बन चुका है। इसलिए, इन बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है कि हम अपने डाइट, शारीरिक गतिविधि, मेंटल हेल्थ और हेल्दी लाइफस्टाइल पर ध्यान दें, ताकि जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सके।
Image Credit: Freepik