International Drug Abuse Day 2023 In Hindi: नशीली दवाओं का दुरुपयोग संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है। यह सिर्फ आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए साथ ही मानसिक स्वास्थ्य को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है। इन दवाओं में सिर्फ मारिजुआना, हेरोइन या कोकीन जैसी अवैध दवाएं ही नहीं, बल्कि अल्कोहल, निकोटीन और दर्द निवारक दवाएं भी शामिल हैं। लेकिन जागरूकता की कमी के चलते लोग लोग लगातार इन दवाओं का सेवन करते रहते हैं। नशीली दवाओं का प्रयोग विश्व स्तर पर एक जटिल समस्या है, जिससे दुनियाभर में लाखों लोग प्रभावित होते हैं। नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले लोगों कलंक और भेदभाव का सामना करना पड़ता है। साथ ही स्वास्थ्य को भी गंभीर नुकसान पहुंचाता है।
ऐसे में लोगों के बीच नशीली दवाओं के प्रयोग को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य नशीली दवाओं के दुरुपयोग से विश्व को मुक्ति दिलाना और एक नशा मुक्त जीवन प्राप्त करना है। इसके अलावा, नशीली दवाओं के उपयोग, लोगों और समुदायों पर इनके प्रभाव, रोकथाम और उपचार के महत्व के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना है।
अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस 2023 की थीम क्या है- International Drug Abuse Day 2023 Theme In Hindi
इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस की थीम 'लोग पहले: कलंक और भेदभाव को रोकें, रोकथाम को मजबूत करें' निर्धारित की गई है। इसका उद्देश्य नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले लोगों के प्रति सम्मान और सहानुभूति के साथ व्यवहार करने को लेकर जागरूकता बढ़ाना है। साथ ही उन्हें सभी जरूरी सेवाएं, सजा के विकल्प प्रदान करना, नशे की रोकथाम को प्राथमिकता देना और करुणा के साथ कार्य करना भी इस दिवस का उद्देश्य है। इसके अलावा, नशीली दवाओं के उपयोग करने वाले लोगों के प्रति सम्मानजनक भाषा का उपयोग करने और गैर-निर्णयात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर देना भी है। इस तरह नशीली दवाओं के उपयोगकर्ताओं को कलंक और भेदभाव से निपटने में मदद मिलेगी।
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अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस का इतिहास- International Drug Abuse Day History In Hindi
लोगों को नशे की बुरी आदत से छुटकारा दिलाने और उन्हें नशे से होने वाले दुष्प्रभाव से बचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने 7 दिसंबर 1987 को इसे मनाने का निर्णय लिया था। नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी को रोकने के लिए 26 जून 1989 से इस दिन को मनाने का शुरुआत की गई थी। तब से ही यह दिवस हर साल दुनिया भर लोगों, समुदायों और विभिन्न संगठनों द्वारा समर्थित किया जाता है, जिसमें समाज के लिए अवैध दवाओं के गंभीर मुद्दे के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाता है।
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