जब महिलाएं मां बनने वाली होती हैं तो उन्हें कई सारी अनचाही परिस्थितियों और तकलीफों से गुजरना पड़ता है। इन अनचाही परिस्थितियों में एक डिप्रेशन भी है जो गर्भावस्था के दौरान महिला और पुरुष दोनों को अपने घेरे में लेता है। ये शायद चौंकानेवाली बात जरूर है, लेकिन ये सत्य है। हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार शोधकर्ताओं ने पाया है कि पहली बार पिता बनने वाले पुरुष अपने साथी के डिप्रेस रहने के दौरान खुद भी डिप्रेस रहते हैं।
इस रिसर्च टीम ने अपनी यह रिसर्च छह महीने तक 622 पुरुषों पर की है। ये सभी के सभी पुरुष पिता बनने वाले थे। इस रिसर्च में इन पुरुषों को एक क्वेशच्नेयर दिया गया जो उनके मूड, फीजिकल एक्टीवीटि, सलीप क्वालीटि, सोशल सपोर्ट, शादी-शुदा लाइफ, फाइेंशियल स्ट्रेस और डेमोग्रफिक्स पर आधारित थे। इस रिसर्च के अनुसार 13.3 प्रतिशत पुरुषों में डिप्रेशन के लक्षण पाए गए। रिसर्च में यह भी पाया गया कि जिन पुरुषों के सोने के नियम सही नहीं थे उनमें डिप्रेशन के लक्षण अधिक देखने को मिले हैं।
डिप्रेशन की स्थतियां और कारण
- फाइनेंशियल स्ट्रेस- घर में जब बच्चा आने वाला होता है तो फाइेंशियली सारी जिम्मेदारी पुरुषों पर ही आती है जो उनमें फाइनेंशियल स्ट्रेस का कारण बननती है।
- मूड- उम्मीद के दौरान पत्नी का अधिक ख्याल, घर की जिम्मेदारी और ऑफिस की जिम्मेदारी एक साथ पुरुषों पर आन पड़ती है जो उन्हें अंदर ही अंदर तनाव में घेर लेती है।
- शादी-शुदा लाइफ- अब तक इस घर में आप दो थे। लेकिन अब कोई आनेवाला है। पत्नी का पूरा ध्यान अपने होने वाले बच्चे पर ही रहता है। ऐसे में पति अपनेआप को घर में अकेला महसूस करने लगते हैं।
- सोशल सपोर्ट- घरवाले और रिश्तेदार सभी लोग महिला का ख्याल रखने में लगे रहते हैं। ऐसे में पुरुष के स्वास्थ्य पर किसी का ध्यान नहीं जाता। साथ ही पुरुषों की कई हद तक दोस्तों के साथ की सोशल लाइफ कट जाती है जो उन्हें अंदर से चिड़चिड़ा बना देती है।
- पार्टनर का डिप्रेस होना- जब आपका पार्टनर डिप्रेस में रहेगा तो आप कैसे खुश रह सकते हैं। ये सबसे बड़ा कारण होता है पुरुषों के डिप्रेस होने का।
कभी ये ना सोचे की गर्भवस्था के सारे साइड इफेक्ट महिलाओं पर ही पड़ते हैं। पुरुष भी इन साइड इफेक्ट से प्रभावित होते हैं।
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