एग्जाम के दौरान कुछ बच्चों का वजन क्यों बढ़ जाता है? जानें एक्सपर्ट से

एग्जाम के दौरान कुछ बच्चों का वजन अचानक बढ़ जाता है। लेकिन क्या आप इसका कारण जानते हैं। एक्सपर्ट से जानें जवाब।
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एग्जाम के दौरान कुछ बच्चों का वजन क्यों बढ़ जाता है? जानें एक्सपर्ट से


Does exam stress cause weight gain: फरवरी माह से 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो जाती हैं। इस दौरान बच्चों में तनाव बना रहता है। बोर्ड की तैयारी तो बच्चे सालभर करते हैं लेकिन परीक्षाएं पास आने के साथ तनाव बढ़ जाता है। इस दौरान बच्चों का शेड्यूल पूरी तरह बदल जाता है। कुछ बच्चों को बोर्ड में दिन में पढ़ना पसंद होता है, तो वहीं कई बच्चे रात में पढ़ना पसंद करते हैं। ऐसे में बच्चों के लाइफस्टाइल में कई बदलाव आते हैं। इस दौरान कुछ बच्चों का वजन भी अचानक बढ़ जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं एग्जाम के दौरान बच्चों का वजन क्यों बढ़ने लगता है? आइए इस लेख में जानें इन कारणों के बारे में।

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एग्जाम के दौरान कुछ बच्चों का वजन क्यों बढ़ जाता है? Why Do Some Children Gain Weight During Exams

स्ट्रेस लेवल हाई होता है

एग्जाम के दौरान कुछ बच्चे ज्यादा टेंशन में रहते हैं। इस कारण स्ट्रेस लेवल हाई हो जाता है स्ट्रेस हार्मोन बढ़ने लगता है। बॉडी में स्ट्रेस हार्मोन बढ़ने के साथ मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। इस कारण फैट बॉडी में जमने लगता है और बच्चों का वजन बढ़ने लगता है।

स्लीप पैटर्न इर्रेगुलर रहता है

एग्जाम की तैयारी के लिए बच्चों का स्लीप पैटर्न इर्रेगुलर हो जाता है। कुछ बच्चे पढ़ने के कारण रात में देरी से सोते हैं। ऐसे में कई बच्चे अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते हैं, जिसका असर उनकी सेहत पर भी पड़ता है। स्लीप पैटर्न इर्रेगुलर होने के कारण हार्मोन्स इंबैलेंस होने लगते हैं। इस वजह से वजन भी बढ़ने लगता है।

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खाने का समय फिक्स नहीं होता

जब बच्चे एग्जाम की तैयारी में बिजी होते हैं, तो उनके खाने का समय भी फिक्स नहीं होता है। रोज अलग-अलग समय पर खाने से ईटिंग पैटर्न बिगड़ जाता है। स्ट्रेस में होने के कारण कई बार बच्चे ओवरईट भी करने लगते हैं। इस कारण कैलोरी बर्न नहीं होती और वेट बढ़ने लगता है।

लेट नाइट स्नैकिंग

रात में देरी तक पढ़ने के दौरान कुछ बच्चे लेट नाइट स्नैकिंग करते हैं। ऐसे में कुछ बच्चे अनहेल्दी स्नैक्स जैसे प्रोसेस्ड या जंक फूड खाना ज्यादा पसंद करते हैं। इस कारण उनका कैलोरी इनटेक बढ़ जाता है और मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। लेट नाइट स्नैकिंग की आदत से वजन तेजी से बढ़ता है और डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं।

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फिजिकल एक्टिविटी न करना

एग्जाम की तैयारी करने में बच्चों का शेड्यूल पूरी तरह बदल जाता है। ऐसे में बच्चे अपना ज्यादा से ज्यादा समय पढ़ने में देते हैं। इस कारण उन्हें एक्सरसाइज करने का समय नहीं मिल पाता है। ईटिंग पैटर्न और स्लीप पैटर्न पूरी तरह बदलने से मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। इसके कारण वजन बढ़ने लगता है।

एग्जाम के दौरान बच्चों को पेरेंट्स का सपोर्ट मिलना बहुत जरूरी है। ऐस में अगर बच्चों की डाइट में हेल्दी मील और स्नैक्स ऑप्शन शामिल किये जाएं, तो वजन बढ़ने से रोका जा सकता है। इसके साथ ही, स्लीप शेड्यूल और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर काम करना भी जरूरी है।

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