Rashes Occur During Pregnancy In Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स में बदलाव आने, त्वचा में खिंचाव, एलर्जी आने और कई अन्य बदलाव आते हैं, जिसके कारण महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिनमें से एक है त्वचा में खुजली होने और चकत्ते की समस्या होती है। यह एक आम समस्या है। इसके कई कारण हो सकते हैं। ऐसे में आइए नोएडा के मदरहुड हॉस्पिटल की वरिष्ठ सलाहकार प्रसूति एवं स्त्री रोग डॉ. उमा मिश्रा से जानें प्रेग्नेंसी में लाल चकत्तों और खुजली की समस्या क्यों होती है और इससे राहत के लिए कौन से उपायों को अपनाया जा सकता है?
क्यों होती है प्रेग्नेंसी में लाल चकत्ते की समस्या? - Why Does The Problem Of Red Rash Occur During Pregnancy?
हार्मोन्स में बदलाव आना
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन के बढ़ने या इसके स्तर में बदलाव आते हैं। इसके कारण महिलाओं को त्वचा में अधिक खुजली आने, चकत्ते या सूजन आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, प्रतिरक्षा प्रणाली में परिवर्तन के कारण भी महिलाओं को स्किन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
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एलर्जी के कारण
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में बदलाव आने के कारण कई बार महिलाओं को किसी कपड़े या फूड्स से एलर्जी होने के कारण खुजली और रेड रैशेज की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, किसी प्रोडक्ट से एलर्जी होने या सेंसिटिव स्किन के कारण भी महिलाओं को लाल चकत्ते होने की समस्या हो सकती है।
स्किन ड्राई होने के कारण
कई बार मौसम में बदलाव या अन्य कारण से शरीर में डिहाइड्रेशन या नमी की कमी होने के कारण महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान रेड रैश होने, खुजली होने या त्वचा के लाल होने की समस्या हो सकती है।
त्वचा में खिंचाव आने
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को पेट और ब्रेस्ट त्वचा में खिंचाव आने लगता है, जिसके कारण महिलाओं को त्वचा में खुजली होने की समस्या होती है। कई बार इसके कारण त्वचा के लाल होने और सूजन आने की समस्या भी हो सकती है।
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अन्य समस्याओं के कारण
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को प्रेग्नेंसी का प्रुरिटिक अर्टिकेरिया पैप्यूल्स एंड प्लेक्स (PUPPP) और इंट्राहेपेटिक कोलेस्टेसिस ऑफ़ प्रेगनेंसी (ICP) जैसी त्वचा से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बता दें, PUPPP एक सामान्य समस्या है, जिसमें महिलाओं को खुजलीदार रैशेज की समस्या होती है। इसके अलावा, आईसीपी की समस्या लिवर से जुड़ी परेशानी है, जिसमें हाथों, पैरों के तलवों पर तेज खुजली होने की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
प्रेग्नेंसी के दौरान लाल चकत्ते की समस्या से राहत के उपाय - Remedies To Get Relief From The Problem Of Red Rash During Pregnancy In Hindi
नारियल तेल और एलोवेरा जेल लगाएं
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में तेज खुजली और चकत्ते की समस्या से राहत के लिए दिन में 3 बार प्रभावित जगह पर नारियल तेल और एलोवेरा जेल को मिलाकर लगाएं। बता दें, नारियल तेल त्वचा को मॉइस्चराइज करने और जलन को कम करने में मदद मिलती है। वहीं, एलोवेरा जेल त्वचा को ठंडक देने और खुजली को कम करने में सहायक है।
ठंडी सेक लगाएं
प्रेग्नेंसी में खुजली, जलन और सूजन को कम करने के लिए ठंडे पानी में भिगोए हुए कपड़े को प्रभावित जगह पर लगाएं। इससे त्वचा को आराम मिलता है, जिससे खुजली की समस्या से राहत मिलती है।
ढीले कपड़े पहनें
इस दौरान टाइट कपड़े पहनने से घर्षण बढ़ता है, जिससे शरीर में खुजली बढ़ती है। ऐसे में शरीर में रेड रैशेज और खुजली की समस्या से बचने के लिए सूती और ढीले कपड़े पहनें, जिससे त्वचा सांस ले सके। इसके अलावा, खुजली की समस्या से बचने के लिए केमिकल युक्त या हार्श साबुन, परफ्यूम और केमिकल के इस्तेमाल से बचें।
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान लाल चकत्तों की समस्या हार्मोन्स में बदलाव आने, ड्राई स्किन, एलर्जी, त्वचा में खिंचाव आने और अन्य कुछ गंभीर समस्याओं के कारण हो सकती है। इससे राहत के लिए कुछ उपायों को अपनाया जा सकता है। ध्यान रहे, अधिक खुजली या रैशेज होने पर इसे नजरअंदाज न करते हुए तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
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