Who should not drink khud water : खस का पानी एक प्राकृतिक ड्रिंक है। गर्मियों के मौसम में शहरों में जहां लोग कोल्ड ड्रिंक और पैकेज्ड जूस पर निर्भर रहते हैं। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी खस के पानी का सेवन किया जाता है। खस के पानी को खस की जड़ों के साथ तैयार किया जाता है। खस का पानी सिर्फ एक ड्रिंक नहीं है बल्कि यह अपने औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। हालांकि, हर किसी के लिए यह लाभकारी नहीं होता।
कुछ विशेष स्वास्थ्य स्थितियों वाले लोग अगर खस के पानी का सेवन करें, तो उनकी परेशानियां बढ़ सकती हैं। आइए जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल की डाइटिशियन प्रांजल कुमत (Pranjal Kumat, Dietitian, Mahatma Gandhi Hospital, Jaipur) से जानते हैं, किन लोगों को खस का पानी नहीं पीना चाहिए और इसके पीछे का कारण क्या है।
1. हाइपरटेंशन के मरीजों को- Why Hypertension Patients Not drink Khus Water
खस के पानी में प्राकृतिक रूप से ब्लड प्रेशर को कम करने वाले गुण होते हैं। जिन लोगों का ब्लड प्रेशर हाई रहता है, वो निश्चिंत होकर खस के पानी का सेवन कर सकते हैं। वहीं, जिन लोगों को पहले से ही लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, उनके लिए खस का पानी नुकसानदायक साबित हो सकता है। खस का पानी ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है, जिससे शारीरिक कमजोरी और चक्कर आना की समस्या हो सकती है।
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2. सर्दी-खांसी और जुकाम से पीड़ित- Suffering from cold and cough
खस के पानी की तासीर ठंडी होती है। डाइटिशियन प्रांजल कुमत का कहना है कि जिन लोगों को पहले से ही सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार की समस्या है, उन्हें खस के पानी का सेवन करने से बचना चाहिए। सर्दी-खांसी से पीड़ित लोग खस का पानी पिएं, तो यह बलगम को बढ़ा सकता है। इससे गले में खराश और कफ बढ़ने की समस्या होती है।
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3. किडनी की बीमारी से ग्रस्त- Health Side effect of Khus Water on Kidney
खस का पानी शरीर को डिटॉक्सिफाई (शरीर से विषैले पदार्थ निकालने) करने का काम करता है। इसका सेवन करने से किडनी पर अतिरिक्त प्रभाव पड़ता है और ज्यादा मात्रा में मूत्र निकलता है। एक्सपर्ट का कहना है कि ज्यादा मात्रा में खस का पानी पीने से किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। जिन लोगों को पहले से ही किडनी से जुड़ी बीमारियां या कोई किडनी से जुड़ी परेशानी है, उन्हें खस के पानी का सेवन करने से बचना चाहिए।
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4. प्रेग्नेंट महिलाएं- Harmful effects of khus water for pregnant women
प्रेग्नेंसी महिलाओं के लिए नाजुक दौर होता है। इस दौरान भी खस के पानी का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। खस के पानी में कुछ ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो गर्भाशय को उत्तेजित कर सकता है, जिससे गर्भपात या समय से पहले प्रसव का खतरा बढ़ सकता है। डाइटिशियन प्रांजल कुमत के अनुसार, प्रेग्नेंसी में सिर्फ खस की जड़ नहीं बल्कि किसी भी प्रकार की औषधीय गुणों वाली चीजों का सेवन एक्सपर्ट की सलाह पर ही करना चाहिए।
5. एलर्जी से ग्रसित लोग- Side effects of khus water for people suffering from allergies
आज के दौर में कुछ लोगों में आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से एलर्जी की परेशानी नजर आती है। जिन लोगों को किसी प्रकार की आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी से एलर्जी है, उन्हें भी खस का पानी नहीं पीने की सलाह दी जाती है। इससे खुजली, जलन और स्किन सेंसेटिविटी की परेशानी हो सकती है।
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इन सबके अलावा हालही में सर्जरी, ऑपरेशन कराने वाले लोग और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी खस का पानी नहीं पीने की सलाह दी जाती है।
निष्कर्ष
खस का पानी बेशक से गर्मियों में शरीर को ठंडक पहुंचाने का काम करता हो, लेकिन हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं है। अगर आपको ऊपर बताई गई स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो खस के पानी का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें। खस का पानी पीने के बाद अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी या कोई अन्य परेशानी होती है, तो इस विषय पर डॉक्टर से बात करें।