What Should You Do And Not Do If You Have Arrhythmia In Hindi: आप अक्सर अपने हार्ट को हेल्दी रखने के लिए तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं। कभी एक्सरसाइज, तो कभी हेल्दी डाइट फॉलो करते हैं। तमाम हेल्दी हैबिट्स अपनाने के बावजूद कुछ लोगों को हार्ट से संबंधित बीमारियां हो जाती हैं। इन्हीं में से एक है, एरिथमिया। इसका मतलब है अनियमित तरीके से दिल का धड़कना। यानी कभी आपका दिल बहुत तेजी से धड़क सकता है, तो कभी बहुत धीमे या कभी-कभी इररेगुलर हो सकता है। हालांकि, एरिथमिया होने पर व्यक्ति को कई बार परेशानी नहीं होती फिर भी एरिथमिया को हल्के में लिया जाना सही नहीं है। दिल का अनियमित रूप से धड़कने पर व्यक्ति को सावधानी बरतनी चाहिए और उन्हें यह पता होना चाहिए कि इस के दौरान उनके लिए क्या किया जाना सही है और क्या सही नहीं है।
दिल की धड़कन अनियमित होने पर क्या करें (what should you do if you have arrhythmia in hindi)
दिल की धड़कन अनियिमत होने पर वजन कम करें
पेन मेडिसिन के अनुसार, “दिल की धड़कन अनियमित होने पर मरीज को सबसे पहले अपना वजन कम करना चाहिए। मोटापा या वजन बढ़ना, दिल के लिए सही नहीं होता है। मोटापे के कारण कई तरह की हार्ट संबंधी समस्याओं के साथ-साथ एरिथमिया भी हो सकता है। हाल के दिनों में यह देखने को मिला है कि लोग तेजी से अपना वजन कम करने के लिए कई तरह की दवाईयां या ट्रीटमेंट करवाते हैं। आपको बता दें कि इस तरह के उपाय आपके हार्ट के लिए सही नहीं है। वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज और सही डाइट फॉलो करें। इस तरह हार्ट भी स्वस्थ रहेगा और एरिथमिया की समस्या में भी कमी आएगी।”
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दिल की धड़कन अनियमित या तेज होने पर कॉफी पीने से बचें
नई दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के कार्डियोलॉजी एंड कार्डियो थोरेसिक सर्जरी के सीनियर कंसलटेंट डॉ. वरुण बंसल के मुताबिक, “दिल की धड़कन अनियमित होने पर व्यक्ति को अपने कॉफी इनटेक पर नजर रखनी चाहिए। कॉफी सबके शरीर पर अलग-अलग तरीके से प्रतिक्रिया करती है। जहां एक ओर कुछ लोगों के लिए एक कप कॉफी कोई प्रभाव नहीं छोड़ती, वहीं किसी के लिए एक कप कॉफी पीते ही हार्ट रेट बढ़ने लगता है। इस तरह की समस्या से बचने के लिए जरूरी है कि एरिथमिया के मरीज कॉफी कम पिएं। अगर आपको कॉफी पीनी है, तो एक दिन में महज एक या दो कप कॉफी पिएं। लेकिन, यह भी ध्यान रखें कि अगर एक कप कॉफी आपकी हार्ट बीट बढ़ा रही है, तो तुरंत कॉफी छोड़ दें।”
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दिल की धड़कन अनियमित होने पर एक्टिव रहें
पेन मेडिसिन की मानें, तो दिल की धड़कन अनियमित होने के बावजूद व्यक्ति को एक्टिव रहना चाहिए। दरअसल, एक्सरसाइज करना हमेशा आपके हार्ट के लिए अच्छा होता है। फिर चाहे, आपको एरिथमिया ही क्यों न हो। हालांकि, एरिथमिया के मरीजों को अपने लिए एक्सरसाइज का सेलेक्शन करते वक्त थोड़ा सतर्क रहना चाहिए। इन्हें वेटलिफ्टिंग जैसी हैवी एक्सरसाइज करने के बजाय, एरोबिक्स की जाए। ध्यान रखें जब भी आप भारी सामान उठाएंगे, तो इसका बुरा आपके दिल पर पड़ेगा। इसके अलावा, आप योगा भी कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए एक्सपर्ट की मदद जरूर लें।
दिल की धड़कन अनियमित होने पर क्या न करें (what should you not do if you have arrhythmia in hindi)
दिल की धड़कन अनियमित होने पर शराब का सेवन न करें
दिल की धड़कन अनियमित होने पर शराब का सेवन करना सही नहीं है। शराब दिल के लिए काफी हानिकारक होता है। इससे दिल की धड़कनें अस्थिर हो सकती हैं और हार्ट संबंधी अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
दिल की धड़कन अनियमित होने पर नींद से समझौता न करें
डॉ. वरुण बंसल कहते हैं, “दिल की धड़कन अनियमित होने पर व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में नींद लेनी चाहिए। जब आप अच्छी नींद लेते हैं, तो इससे स्ट्रेस का स्तर कम होता है। स्ट्रेस कम होने से दिल की अनियमित धड़कनों को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। कोशिश करें, रोजाना 8 से 9 घंटे की नींद जरूर लें। अगर किसी व्यक्ति को स्लीप एप्निया जैसी समस्या है, तो उनकी एरिथमिया और भी बिगड़ सकता है। इसलिए रोजाना सही समय पर सोने की प्रैक्टिस करें और क्वालिटी नींद जरूर लें।”
दिल की धड़कन अनियमित होने पर तुरंत जांच करवाएं
डॉ. वरुण बंसल कहते हैं, “दिल की धड़कन अनियमित होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा ऊपर नीचे होना, हृदय के इलेक्ट्रिकल सर्किट में बीमारी होना, हृदय के किसी वाल्व में बीमारी होना, हृदय की नस में रुकावट होना या हृदय से जुडी अन्य समस्या भी हो सकती है। हृदय की गति कम होना या तेज होना आम बात है और यदि यह किसी बीमारी की वजह से है, तो इसका इलाज जरूरी है। हालांकि, हृदय की गति अनियमित सही भी नहीं है। इसकी जांच जल्द ही करवा कर इलाज करवाना चाहिए। यदि आवश्यकता पड़े तो दवाइयां, पेसमेकर या एआईसीडी द्वारा भी इसका इलाज किया जा सकता है। दिल की धड़कन अनियमित होने पर अपनी दवाइयों के साथ जरा भी लापरवाही न करें।”
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