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Khushkhabri With IVF: आईवीएफ के दौरान महिलाओं को किस तरह के एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें

Khushkhabri with IVF: आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान महिलाओं को कई तरह के एलर्जिक रिएक्शन होने का जोखिम होता है। इस लेख में जानते हैं कि आईवीएफ के दौरान महिलाओं को किस तरह के एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं?
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Khushkhabri With IVF: आईवीएफ के दौरान महिलाओं को किस तरह के एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें


Khushkhabri with IVF: समय के साथ लोगों के रहन-सहन में कई तरह के बदलाव आए हैं। लोग आज के समय में सबसे पहले अपने करियर पर फोकस करना प्राथमिकता पर रखते हैं। शादी में देरी होने का यह एक बड़ा कारण माना जाता है। अधिक उम्र में महिलाओं और पुरुषों की फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में देरी से शादी करने के चलते कपल्स को हेल्थ और गर्भधारण से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह समस्याएं महिला और पुरुष की मानसिक स्थिति को भी प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में कपल्स के ऊपर सोशल प्रेशर का दबाव भी बनने लगता है। गर्भधारण न कर पाने के लिए केवल महिला को ही जिम्मेदार मानना गलता है। इसके लिए महिला व पुरुष दोनों की फर्टिलिटी बेहतर होनी चाहिए। जिन लोगों को मेडिकल ट्रीटमेंट के बाद भी गर्भधारण में सफलता नहीं मिल पाती है, उन्हें डॉक्टर आईवीए प्रक्रिया से कंसीव करने की सलाह देते हैं। लेकिन, ज्यादातर कपल्स आईवीएफ प्रक्रिया को अपनाने से घबराते हैं। दरअसल, आईवीएफ से जुड़ी जानकारी इंटरनेट और अन्य जगह पर पर्याप्त न होने के कारण लोगों इस प्रक्रिया को अपनाने से डरते हैं। लोगों के मन आईवीएफ को लेकर कई तरह के प्रश्न रहते हैं, जिनके समाधान के लिए ओनलीमायहेल्थ की ओर से Khushkhabri with IVF सीरीज को शुरू किया है। इस सीरीज में आईवीएफ के सीनियर कंसल्टेंट और विशेषज्ञों द्वारा आईवीएफ प्रक्रिया से जुड़ी सभी प्रश्नों को आसान भाषा में देने का प्रयास किया जाता है। 

आईवीएफ की प्रक्रिया में कई चरण शामिल होते हैं। हर चरण की सफलता दूसरे चरण से जुड़ी होती है। इस प्रक्रिया से देश के लाखों कपल्स सफलता पूर्वक गर्भ धारण कर पाएं हैं। लेकिन, इस दौरान कई तरह सावधानियां बरतने की सलाह भी दी जाती है। हालांकि, इस दौरान कई तरह के इंफेक्शन होने का जोखिम भी रहता है। आज की सीरीज में Birla Fertility & IVF, Rewari की इन्फ़र्टिलिटी और आईवीएफ कंसलटेंट Dr Nandini Jain, Rewari से जानते हैं कि आईवीएफ के दौरान महिलाओं को किस तरह के एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं?

आईवीएफ प्रक्रिया के दौरान एलर्जिक रिएक्शन के कारण - Causes Of Allergic Reaction During IVF Process In Hindi 

आईवीएफ(IVF) में कई प्रकार की दवाइयां, हार्मोनल इंजेक्शन और मेडिकल प्रोसिजर शामिल होते हैं, जो कुछ महिलाओं में एलर्जी का कारण बन सकती हैं। आईवीएफ में एलर्जी के क्या कारण हो सकते हैं। 

  • आईवीएफ में दी जाने वाली हार्मोनल दवाओं से एलर्जिक रिएक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। 
  • इन इंजेक्शन के उपयोग से स्किन में सेंसिटिविटी बढ़ जाती है। 
  • ओवरी स्टीम्यूलेशन में उपयोग की जाने वाली दवाओं से एलर्जी हो सकती है। 
  • आईवीएफ प्रक्रिया में दवाओंं से एलर्जी होना। 
  • लैब्स में यूज किए जाने वाले केमिकल्स के संपर्क में आने से एलर्जी होना, आदि। 

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आईवीएफ प्रक्रिया में एलर्जिक रिएक्शन - Allergic Reaction During IVF Process in Hindi 

पाचन संबंधी समस्याएं होना

आईवीएफ प्रक्रिया में हार्मोनल दवाओं के इस्तेमाल से व्यक्ति को पाचन से जुड़ी समस्याएं (Digestive Problems) हो सकती हैं। इस तरह की एलर्जी में महिला को मतली, पेट में दर्द, दस्त और उल्टी के लक्षण दिखाई देते हैं। इस तरह के एलर्जिक रिएक्शन आईवीएफ के शुरुआती दौर में एग्स रिट्रीवल के समय देखने को मिल सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर महिला को आसानी से पचने वाले भोजन खाने की सलाह देते हैं। साथ ही, रिएक्शन को दूर करने के लिए दवाएं दे सकते हैं। 

स्किन संबंधी एलर्जिक रिएक्शन 

कुछ महिलाओं को हार्मोनल इंजेक्शन (hormonal injection) लेने की वजह से स्किन में एलर्जिक रिएक्शन दिखाई दे सकते हैं। ऐसे में सूजन, रैशेज, खुजली होना और इंजेक्शन वाली जगह पर जलन महसूस हो सकती है। इस तरह के रिएक्शन में डॉक्टर घरेलू उपाय के लिए मरीज को इंजेक्शन के स्थान पर कोल्ड कम्प्रेशन की सलाह देते हैं। इसके साथ ही, एंटी एलर्जिक क्रीम लगाने के लिए दे सकते हैं। 

सांस लेने में परेशानी 

आईवीएफ में दवाओं की प्रति संवेदनशीलता से व्यक्ति को सांस लेने से कठिनाई (Breathing Problems) का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, गले में खराश और सीने में जकड़न होना एक आम लक्षण माना जाता है। यह रेस्पिरेटरी से जुड़ी एलर्जी की ओर संकेत करता है। इन लक्षणों को आपको अनदेखा नहीं करना चाहिए। 

गंभीर एलर्जिक रिएक्शन (Anaphylactic shock)

वैसे सामान्य रूप से आईवीएफ के दौरान महिलाओं को इस तरह के एलर्जिक रिएक्शन नहीं दिखाई देते हैं। लेकिन, कुछ मामलों में दवाओं की वजह से महिलाओं को एनाफिलेटिक शॉक (Anaphylactic Shock) से गुजरना पड़ सकता है। इसमें महिलाओ को चक्कर आना, ब्लड प्रेशर में गिरावट, धड़कनों का तेज होना और बेहोशी के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इस स्थिति में महिला को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। 

IVF में एलर्जी से बचने के उपाय - Prevention Tips Of Allergic Reaction During IVF In Hindi 

  • आईवीएफ प्रक्रिया में किसी भी तरह की एलर्जी से बचने के लिए आप पहले टेस्ट कराएं। 
  • यदि, महिला को पहले किसी तरह की एलर्जी हो, तो ऐसे में आईवीएफ प्रक्रिया शुरु करने से पहले ही डॉक्टर को बतानी चाहिए। 
  • एलर्जी से बचाव के लिए इंजेक्शन लगाने से पहले उसके संभावित दुष्प्रभावों के बारे में डॉक्टर से पूछें। 
  • हार्मोनल इंजेक्शन या दवाओं के उपयोग के बाद होने वाले किसी भी तरह के समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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Khushkhabri with IVF: आईवीएफ प्रक्रिया एक जटिल लेकिन प्रभावी तरीका है, जो संतानहीन कपल्स के लिए एक नई उम्मीद लेकर आता है। वैसे तो यह प्रक्रिया सुरक्षित होती है, लेकिन इसके एलर्जिक रिएक्शन की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। सही जानकारी, सावधानी, और डॉक्टर की देखरेख में इस प्रक्रिया को सुरक्षित और सफल बनाया जा सकता है। आईवीएफ उपचार में सफलता के लिए निगेटिव विचारों से दूर रहें। KhushKhabriWithIVF की सीरीज की यह जानकारी आप आपने दोस्तों और साथियों के शेयर करें।

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