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किडनी ट्रांसप्लांट फेल होने के क्या कारण हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें

Kidney Transplant Failure Causes in Hindi: किडनी ट्रांसप्लांट के तुरंच बाद या थोड़े समय बाद कई लोगों की कि़डनी दोबारा फेल हो जाती है। ऐसे में किडनी फेलियर ट्रांसप्लांट का क्या कारण है आइए जानते हैं- 
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किडनी ट्रांसप्लांट फेल होने के क्या कारण हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें

Causes Of Kidney Transplant Failure in Hindi: हमारे शरीर में दो किडनी होती है और किसी भी व्यक्ति को जीवित रहने के लिए 1 सही किडनी की जरूरत होती है। ऐसे में जब किसी व्यक्ति के शरीर की दोनों किडनी फेल होने लगती है, तो डायलिसिस की मदद से उस व्यक्ति को जीवित रखने की कोशिश की जाती है। ऐसे में किडनी ट्रांसप्लांट एक नॉर्मल लाइफ जीने के लिए काफी जरूरी होता है। अक्सर किसी बीमारी या अन्य कारण से दोनों किडनी फेल हो जाती है, तो कई नई किडनी मिलने पर उनकी किडनी ट्रांसप्लांट की जाती है। लेकिन, कई बार कुछ लोगों की किडनी ट्रांसप्लांट फेल हो जाती है। ऐसे में किडनी ट्रांसप्लांट फेल क्यों होता है (What is the most common cause of transplant failure) या किडनी ट्रांसप्लांट रिजेक्शन का क्या कारण है आइए गुरुग्राम के नारायणा अस्पताल के नेफ्रोलॉजी, हाइपरटेंशन और रीनल ट्रांसप्लांटेशन डायरेक्टर और सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सुदीप सिंह सचदेव से जानते हैं।

किडनी ट्रांसप्लांट फेल होने का क्या कारण है? - What Are The Causes Of Transplant Kidney Failure in Hindi?

1. इम्यून रिजेक्शन - Immune Rejection

मरीज का इम्यून सिस्टम नई किडनी को “विदेशी शरीर” के रूप में पहचानकर इसे रिजेक्ट करने की कोशिश करती है। आमतौर पर इम्यून रिजेक्शन 3 तरह से होती है। पहला, हाइपरएक्यूट अस्वीकृति, यह ट्रांसप्लांट के तुरंत बाद (कुछ ही मिनटों में) हो सकती है। दूसरा, एक्यूट रिजेक्शन, जो किडनी ट्रांसप्लांट के कुछ हफ्तों या महीनों के अंदर हो सकती है। और तीसरा, क्रोनिक रिजेक्शन जो धीरे-धीरे कई सालों में नई किडनी को नुकसान पहुंचाती है। किडनी रिजेक्शन का सबसे आम कारण यह होता है कि मरीज अपनी इम्यूनोसप्रेसिव दवाइयां समय पर नहीं लेते, दवाइयां लेना छोड़ देते हैं या अपने इलाज में लापरवाही बरतते हैं।

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2. इंफेक्शन - Infections

इम्यूनोसप्रेसिव दवाइयां इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देती हैं, जिससे मरीजों में इंफेक्शन का जोखिम बढ़ जाता है। गंभीर इंफेक्शन ट्रांसप्लांट किडनी को सीधे नुकसान पहुंचा सकते हैं और कुछ मामलों में किडनी फेल होने का कारण बन सकते हैं। ट्रांसप्लांट के बाद होने वाले इंफेक्शन वायरल, फंगल, बैक्टीरियल और असामान्य बैक्टीरियल या ट्यूबरकुलर जैसे कई प्रकार के हो सकते हैं। ये इंफेक्शन आमतौर पर यूरिन के रास्ते, फेफड़ों, पाचन तंत्र आदि को प्रभावित करते हैं और ब्लड के जरिए पूरे शरीर में फैल सकते हैं, जिससे पीड़ित की मौत भी हो सकती है।

3. अनियंत्रित ब्लड प्रेशर और डायबिटीज - Uncontrolled Blood Pressure and Diabetes

अगर मरीज का ब्लड प्रेशर या ब्लड शुगर कंट्रोल में नहीं रहता है, तो इससे नई किडनी पर ज्यादा दबाव पड़ सकता है, जो धीरे-धीरे उसे नुकसान पहुंचा सकता है और ग्राफ्ट (transplanted kidney) के फेल होने का खतरा बढ़ सकता है। ट्रांसप्लांट के बाद दी जाने वाली इम्यूनोसप्रेसिव दवाइयां हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मेटाबॉलिक सिंड्रोम और डिस्लिपिडिमिया के जोखिम को कई गुना बढ़ा देती हैं।

4. दोबारा बीमारी का लौटना - Recurrent Disease

कुछ मामलों में, जिस बीमारी के कारण मरीज की किडनी फेल हुई थी, वहीं बीमारी किडनी ट्रांसप्लांट के फेल होने का कारण बन सकती है। FSGS (Focal Segmental Glomerulosclerosis), IgA नेफ्रोपैथी, मेंब्रेनोप्रोलिफेरेटिव ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस (Membranoproliferative Glomerulonephritis), और मेंब्रेनस नेफ्रोपैथी (Membranous Nephropathy) जैसी बीमारियां ट्रांसप्लांट के बाद लौट सकती हैं और नई किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे ट्रांसप्लांट हुई नई किडनी बी फेल हो सकती है।

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5. लाइफस्टाइल से जुड़े कारक - Lifestyle Factors and Poor Follow-Up

अनहेल्दी लाइफस्टाइल, स्मोकिंग, नशीली दवाओं का सेवन, शराब का ज्यादा सेवन, एक्सरसाइज की कमी या डॉक्टर के पास नियमित फॉलो-अप न करवाना किडनी ट्रांसप्लांट के हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है और इसके फेल होने का कारण बन सकता है।

6. दुर्लभ बीमारियां - Rare Diseases

कुछ दुर्लभ बीमारियां जैसे ट्रांसप्लांस के बाद होने वाला कैंसर, (Post Transplant Malignancy) या लिम्फोप्रोलिफेरेटिव डिसऑर्डर (Lymphoproliferative Disorder) नई किडनी को बुरी तरह नुकसान पहुंचा सकती हैं और इसके फेल होने का कारण बन सकते हैं।

7. सर्जरी से जुड़ी समस्याएं - Surgical Complications

कि़डनी ट्रांसप्लांट के दोरान होने वाली सर्जरी की जटिलताएं जैसे ज्यादा ब्लीडिंग, थ्रोम्बोसिस (खून का थक्का), सर्जरी के दौरान चोट, ट्रांसप्लांट के समय ब्लड फ्लो में रुकावट का समय (इस्कीमिया टाइम) बढ़ना, ब्लड प्रेशर कम होना या साइटोकाइन रिलीज सिंड्रोम गंभीर रूप से ट्रांसप्लांट किडनी को प्रभावित कर सकता है और ग्राफ्ट फेल होने का कारण बन सकता है।

Kidney Transplant Fail

किडनी ट्रांसप्लांट फेल होने से कैसे बचाएं? - How To Prevent Kidney Transplant Failure in Hindi?

  • अपनी दवाइयां समय पर और डॉक्टर द्वारा दी गई गाइडलाइन के अनुसार लें।
  • नियमित रूप से ब्लड टेस्ट और हेल्थ चेकअप करवाएं।
  • संतुलित आहार लें और हल्के एक्सरसाइज को अपने रूटीन में शामिल करें।
  • अगर किसी भी तरह के इंफेक्शन या किडनी की समस्या के लक्षण दिखें, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

निष्कर्ष

किडनी ट्रांसप्लांट की सफलता काफी हद तक मरीज की जागरुकता, नियमित देखभाल और डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह को फॉलो करने पर निर्भर करती है। ऐसे में किडनी फेल होने के इन कारणों को समझकर कई हद तक मरीज ट्रांसप्लांट किडनी को फेल होने से रोक सकता है।
Image Credit: Freepik

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