Doctor Verified

माइग्रेन और डिप्रेशन के बीच क्या है कनेक्शन? डॉक्टर से समझें

Connection between migraine and depression: माइग्रेन और डिप्रेशन, दोनों ही दो अलग-अलग बीमारी है लेकिन इनके बीच एक संबंध है। क्या है यह कनेक्शन, आइए समझते हैं एक्सपर्ट से।
  • SHARE
  • FOLLOW
माइग्रेन और डिप्रेशन के बीच क्या है कनेक्शन? डॉक्टर से समझें

Connection between migraine and depression: माइग्रेन और डिप्रेशन, दोनों ही एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति मानसिक रूप से प्रभावित रहता है। इस स्थिति में लोग ब्रेन से जुड़े लक्षणों को महसूस करते हैं। हालांकि, माइग्रेन में तेज सिर दर्द के साथ शरीर में कई प्रकार के लक्षण नजर आ सकते हैं जो कि ब्रेन के असामान्य गतिविधियों की वजह से महसूस हो सकता है। लेकिन, बात करें डिप्रेशन की तो यह मानसिक बीमारी है जिसमें व्यक्ति के महसूस करने, सोचने और काम करने का तरीका प्रभावित हो सकता है। पर सवाल यह कि क्या इन दो अलग-अलग बीमारियों के बीच कोई कनेक्शन हो सकता है? आइए, जानते हैं इस बारे में Dr. Nikhil C. Hiremath, Consultant – Neurology, Aster CMI Hospital, Bangalore से।

माइग्रेन और डिप्रेशन के बीच क्या है कनेक्शन-Connection between migraine and depression in hindi

Dr. Nikhil C. Hiremath बताते हैं कि माइग्रेन और डिप्रेशन के बीच संबंध को समझना मरीजों और डॉक्टरों दोनों के लिए जरूरी है। शोध से पता चलता है कि माइग्रेन से पीड़ित व्यक्तियों में डिप्रेशन विकसित होने का जोखिम उन लोगों की तुलना में काफी अधिक होता है, जिन्हें यह भयानक सिरदर्द वाली बीमारी नहीं होती। यह संबंध माइग्रेन के कारण होने वाले पुराने दर्द और खराब जीवनशैली की वजह से उत्पन्न हो सकता है, जिससे असहायता और हताशा की भावनाएं पैदा होती हैं।इसके अतिरिक्त, माइग्रेन में योगदान देने वाले न्यूरोबायोलॉजिकल कारक, जैसे कि ब्रेन के कैमिकल फंक्शन और सूजन में बदलाव, अवसादग्रस्त लक्षणों की शुरुआत में एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। इसके अलावा इन दोनों के बीच आप कुछ अन्य कनेक्शन भी देख सकते हैं। जैसे कि

माइग्रेन का दर्द और डिप्रेशन

माइग्रेन का दर्द और डिप्रेशन, दोनों के बीच एक गहरा कनेक्शन है। दरअसल, माइग्रेन से पीड़ित लोगों, विशेष रूप से क्रोनिक माइग्रेन से पीड़ित लोगों में तीव्र चिंता और एंग्जायटी के लक्षण देखे जाते हैं। इस स्थिति में आपके न्यूरॉन्स काफी प्रभावित रहते हैं और शरीर में मूड स्विंग्स के रूप में नजर आते हैं। ऐसी स्थिति में व्यक्ति खुद को लो और बीमार महसूस करता है और ये आपके सोचने के तरीके को भी प्रभावित कर सकता है जिससे आपको डिप्रेशन के लक्षण महसूस हो सकते हैं।

migraine_depression

इसे भी पढ़ें: माइग्रेन का दर्द आपके काम करने की क्षमता पर कैसे असर डाल सकता है? जानें डॉक्टर से

माइग्रेन की वजह से डिप्रेशन कैसे हो सकता है-Causes of depression due to migraine

माइग्रेन की वजह से डिप्रेशन की समस्या इसलिए हो सकती है क्योंकि इन दोनों के बीच सामान्य आनुवंशिक प्रवृत्तियां हैं। इसके अलावा न्यूरोट्रांसमीटर असंतुलन भी इसकी वजह बन सकता है। सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर में असंतुलन दोनों स्थितियों में योगदान कर सकता है। तनाव और चिंता अवसाद और माइग्रेन दोनों को ट्रिगर कर सकते हैं। इसके अलावा अनिद्रा या स्लीप एपनिया जैसी नींद की गड़बड़ी, दोनों स्थितियों को ट्रिगर कर सकती हैं।

रोकथाम-Prevention

इन दोनों ही स्थितियों में स्ट्रेस मैनेज करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए ध्यान, योग या गहरी सांस लेने वाले एक्सरसाइज जैसी तनाव कम करने वाले एक्टिविटीज को लाइफस्टाइल में शामिल करें। नियमित शारीरिक गतिविधि अवसाद और माइग्रेन दोनों के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है। आप नींद को संतुलित करें और खुद को रिलैक्स करें जिससे माइग्रेन और डिप्रेशन की स्थिति से बच सकते हैं। साथ ही डाइट में फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से भरपूर चीजों को शामिल करें। माइग्रेन या डिप्रेशन को बढ़ाने वाले ट्रिगर की पहचान करें जिससे आप इन स्थितियों से बच सकें।

इसे भी पढ़ें: डिप्रेशन का दिमाग पर क्या असर पड़ता है? डॉक्टर से जानें

माइग्रेन का दर्द और डिप्रेशन, दोनों के लक्षणों को पहचानकर इस बीमारी से अपना बचाव करें। इस स्थिति को नजरअंदाज न करें और मेडिकल हेल्प लें। क्योंकि समय के साथ यह दोनों ही बीमारी गंभीर रूप ले सकती हैं। इसलिए समय पर डॉक्टर को दिखाएं। इसके अलावा यह दोनों को ट्रिगर करने वाले कारकों को पहचान लें ताकि यह आपको लंबे समय में परेशान न करें।

Read Next

टीनएज बच्चों में एंग्जायटी की पहचान कैसे करें? Teen Behavioral Psychologist से जानें

Disclaimer