
आजकल की बेकार लाइफस्टाइल की वजह से टेस्टोस्टेरान का लेवल उम्र से पहले ही कम होने लगा है जिससे पुरूषों में प्रजनन और यौन संबंधी समस्या के साथ-साथ अन्य कई शारीरिक क्रियाकलापों में गिरावट देखी जा सकती है। यह बहुत जरुरी है
टेस्टोस्टेरोन एक हार्मोन है जो पुरुषों में उनके वृषण और एड्रेनल ग्लैंड में बड़ी मात्रा में बनाया जाता है जबकि महिलाओं में कम मात्रा में इसका उत्पादन होता है। टेस्टोस्टेरोन का उच्च स्तर, प्रजनन सम्बन्धी कार्यों, मांसपेशीय भार, बालों की वृद्धि, उत्तेजक और प्रतिस्पर्धी व्यवहार और अन्य इसी तरह की कई चीज़ों से संबंधित होता है। टेस्टोस्टेरोन का स्तर 40 वर्ष की आयु में सबसे ज्यादा होता है और फिर धीरे-धीरे कम होने लगता है।
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लेकिन आजकल की बेकार लाइफस्टाइल की वजह से टेस्टोस्टेरान का लेवल उम्र से पहले ही कम होने लगा है जिससे पुरूषों में प्रजनन और यौन संबंधी समस्या के साथ-साथ अन्य कई शारीरिक क्रियाकलापों में गिरावट देखी जा सकती है। यह बहुत जरुरी है कि आप टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को हमेशा बनाए रखें, नहीं तो आगे चल कर आपको बहुत सारी परेशानियों से सामना करना पड़ सकता है।
...तो कैसे बढ़ाएं टेस्टोस्टेरोन
वजन करें कम
अगर आपका वजन बहुत ज्यादा है तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शरीर में ज्यादा चरबी, टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ने से रोक सकती है। टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए अपने वजन को कम करना जरूरी है।
पूरी नींद
क्या आप भी देर रात तक टीवी देखते हैं? लेकिन यहाँ आपको बताना जरुरी है की नींद का भी टेस्टोस्टेरॉन की प्रोडक्शन पर प्रभाव पड़ता है। आप कितने घंटे सोते है इसका प्रभाव आपके टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की प्रोडक्शन पर पड़ता है। विशेषज्ञों के अनुसार रात में कम से कम 7-8 घंटों के लिए सोना चाहिए क्योकि शरीर में 70% टेस्टोस्टेरोन निद्रावस्था में उत्पन्न होता है।
खनिज पदार्थों का सेवन
जिंक और मैग्नीशियम जैसे खनिज शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। अतः पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के उच्च स्तर को बनाएं रखने के लिए उन खाद्य पदार्थों का सेवन करना बहुत जरुरी है जो आपके शरीर में इन खनिजों की जरुरत को पूरा करते हैं।
तनाव
तनाव चाहे किसी भी कारण से हो, यह आपके शारीरिक विकास में एक से अधिक बाधाएं खड़ी कर सकता है। जब आप बहुत ज्यादा तनाव में होते हैं, तो आपके शरीर में अधिक मात्रा में हार्मोन स्रावित होते हैं। ये हार्मोन शरीर में टेस्टोस्टेरोन को बढ़ने से रोकते हैं। ध्यान जैसी सरल और प्रभावशाली तकनीक तनाव से लड़ने में आपकी मदद करेगी।
कम करें मीठे का सेवन
मीठा कम खाएं, क्योंकि शरीर में शर्करा के स्तर के बढ़ने से इंसुलिन का स्तर बढ़ता है। जब आप मीठा खाते हैं तो आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर अपने आप कम हो जाता है। इस हार्मोन के स्रवण और शारीरिक विकास के लिए जितनी हो सके उतनी कम मीठी चीज़े खाएं।
लम्बे समय तक कसरत न करें
कई अनुसंधानों से यह साबित हो चुका है अगर आप हर रोज बहुत तीव्रता से 45-75 मिनट के लिए कसरत करते हैं, तो इससे आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन के विकास मे बाधाएं पैदा हो सकती है। कसरत करते समय किसी पेशेवर ट्रेनर की सलाह लें इसे आपको काफी फायदा होगा।
हाई प्रोटीन ब्रेकफास्ट
अंडा, हरी पत्तेदार सब्जी और नट्स खा कर अपने दिन की शुरुआत करें। कार्बोहाइड्रेट वाले ब्रेकफास्ट टेस्टोस्टेरोन के लेवल को गिराते हैं, जो कि सुबह सुबह हाई होते हैं।
खूब पीए पानी
थोड़ी सी भी डिहाइड्रेशन टेस्टोस्टेरोन स्तर के लिए ठीक नहीं है। पानी की कमी से शरीर में कोर्टिसोल, (स्ट्रेस हार्मोन) का स्तर बढ़ता है। इसलिए हार्मोन्स की मात्रा में वृद्धि करने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीएं।
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