What Is Scrolling Addiction In Hindi: 28 वर्षीय नेहा गुड़गांव में रहती हैं। वह बतौर मार्केटिंग एक्जिक्युटिव वर्किंग हैं। नेहा की लाइफ दिखने में बहुत प्यारी लगती है। वह अर्निंग और इंडिपेंडेंट वुमन हैं। उसे किसी तरह की कोई प्रॉब्लम भी नहीं है। लेकिन, उसके साथ एक दिक्कत थी। वह फोन में सोशल मीडिया और दूसरी वेबसाइट्स स्क्रॉल करने में अपना सारा दिन बिता देती है। उसे यह पता ही नहीं चलता है कि उसने कितना समय बर्बाद कर दिया है। पहले पहल उसे लगा कि सब कुछ सामान्य है। सब ऐसा ही करते हैं। उसे दिक्कत तब हुई, जब उसने रियलाइज किया कि ज्यादातर टाइम मोबाइल स्क्रॉल करने की वजह से उसकी प्रोफेशनल लाइफ और पर्सनल लाइफ इफेक्ट हो रही है। यही नहीं, घंटों स्क्रॉल करने की वजह से उसने अपनी हेल्थ पर भी ध्यान देना बंद कर दिया। आखिर में उसने एक्सपर्ट से मुलाकात की। वहां जाकर उसे पता चला कि वह स्क्रॉलिंग एडिक्शन का शिकार हो चुकी है।
यह केस स्टडी हमारे साथ क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट और माइंडट्राइब की फाउंडर डॉ. प्रेरणा कोहली ने शेयर की है। नेहा के साथ बातचीत करके और ट्रीटमेंट के दौरान डॉक्टर प्रेरणा को पता चलता था कि वह Scrolling Addiction की मरीज है। ओनलीमायहेल्थ ऐसे मेंटल डिसऑर्डर को बेहतर तरीके से समझने के लिए ‘मेंटल हेल्थ मैटर्स’ नाम से एक विशेष सीरीज चला रहा है। इस सीरीज के जरिए हम विभिन्न मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में उपयोगी जानकारी अपने रीडर्स तक पहुंचा रहे हैं। आज इस सीरीज में हम आपको नेहा की केस स्टडी की मदद से ‘Scrolling Addiction’ के बारे में बताएंगे।
क्या है स्क्रॉलिंग एडिक्शन- What Is Scrolling Addiction In Hindi
स्क्रॉलिंग एडिक्शन (Scrolling Addiction) को स्क्रॉलिंग सिंड्रोम के नाम से भी जाना जाता है। इसका मतलब है कि व्यक्ति घंटों कंप्यूटर, टैबलेट या स्मार्टफोन की स्क्रीन को स्क्रॉल करते हुए बिता देता है। व्यक्ति चाहते हुए भी खुद को ऐसा करने से रोक नहीं पाता है। ऐसा करने में उसका काफी समय चला जाता है। जब व्यक्ति को रियलाइज होता है कि उसका समय बर्बाद हो चुका है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है।
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स्क्रॉलिंग एडिक्शन के लक्षण- Symptoms Of Scrolling Addiction In Hindi
जैसा कि हमने नेहा के मामले में देखा है, वह घंटों मोबाइल फोन में शॉपिंग साइट्स और दूसरी चीजों को स्क्रॉल करते हुए समय बिता देती है। इसके अन्य लक्षणों की बात करें-
- स्क्रॉलिंग में अत्यधिक समय व्यतीत करना
- खुद को स्क्रॉलिंग करने से रोक न पाना
- हर चीज को नेगेटिवली देखना
- रियल लाइफ के बजाय वर्चुअल लाइफ को ज्यादा महत्व देना
- लोगों से मेल-जोल से बचना
स्क्रॉलिंग एडिक्शन का कारण- Causes Of Scrolling Addiction In Hindi
स्क्रॉलिंग एडिक्शन के कई कारण हो सकते हैं। आजकल वैसे भी एक बार सोशल साइट में पहुंच जाओ, तो वहां बहुत सारी चीजें देखने को मिलती हैं। तरह-तरह के ऑफर और डिस्काउंट नजर आते हैं, जो लोगों को अट्रैक्ट करते हैं। इस तरह की चीजों की वजह से लोगों को शुरुआत में मजा आता है और फिर धीरे-धीरे इसकी लत लग जाती है। यही नहीं, जिन लोगों को स्क्रॉलिंग एडिक्शन हो जाता है, वे असल जिंदगी में समय बिताना पसंद नहीं करते हैं।
स्क्रॉलिंग एडिक्शन का इलाज- Treatment Of Scrolling Addiction In Hindi
स्क्रॉलिंग एडिक्शन का एक ही इलाज है, स्क्रीन टाइम को कम करना या मैनेज करना। स्क्रॉलिंग एडिक्शन को मैनेज करने में शुरुआती दिनों में बहुत दिक्कतें आती हैं। व्यक्ति खुद को वर्चुअल वर्ल्ड से अलग नहीं कर पाता है। उसे लगता है कि वह क्या करे या क्या न करे। इसलिए, स्क्रॉलिंग एडिक्शन से छुटकारा पाने के लिए इसे मैनेज करना जरूरी होता है। डॉ. कोहली की मानें, तो स्क्रॉलिंग एडिक्शन से छुटकारा पाने के लिए जरूरी है कि व्यक्ति को कॉग्नीटिव बिहेवियरल थेरेपी करवाई जाए, माइंडफुलनेस प्रैक्टिस हो और दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा घुले-मिले। धीरे-धीरे इससे छुटकारा पाने में मदद मिलेगी।
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स्क्रॉलिंग एडिक्शन के मरीज की मदद कैसे करें- How To Help Someone With Scrolling Addiction In Hindi
स्क्रॉलिंग एडिक्शन बहुत ज्यादा गंभीर समस्या नहीं है। लेकिन, अगर समय रहते इसे कंट्रोल न किया जाए, तो व्यक्ति रियल लाइफ से पूरी तरह कट जाता है। अगर आपके घर में कोई ऐसा है, तो जरूरी है कि आप उनकी मदद करें। इसके लिए फॉलो करें ये टिप्स-
- खुद को स्क्रॉलिंग एडिक्शन को लेकर एजुकेट करें।
- अपने करीबी की मदद करें, उसके साथ समय बिताएं।
- व्यक्ति को स्क्रीन टाइम से दूर रहने की सलाह दें।
- ज्यादा से ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी में हिस्सा लेने के लिए कहें।
- हेल्थ को महत्व देने को कहें।
- प्रोफेशनल मदद लेने के लिए मोटिवेट करें।
- आप अपने करीबी की बात ध्यान से सुनें। उसे जज न करें।
नेहा की तरह अगर आपके घर में भी कोई स्क्रॉलिंग एडिक्शन का मरीज है, तो इसे हलके में न लें। उन्हें एक्सपर्ट के पास ले जाएं। इस लेख में हम ‘स्क्रॉलिंग एडिक्शन’ से जुड़ी जरूरी जानकारी दे रहे हैं। इसके बावजूद, आपके मन में कोई सवाल रह गए हैं, तो हमारी वेबसाइट www.onlymyhealth.com में 'Scrolling Addiction' से जुड़े दूसरे लेख पढ़ें या हमारे सोशल प्लेटफार्म से जुड़ें।
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