Postpartum Nutrition: जब घर में कोई बच्चा पैदा होता हैं, तो सभी का ध्यान उसकी देखभाल में लग जाता है। बच्चें को कब क्या खिलाना है या कैसे उसकी केयर करनी है। लेकिन इस दौरान ज्यादातर लोगों का ध्यान मां से हट जाता है। जबकि डिलीवरी होने के बाद मां का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ऐसे में शरीर में कई बदलाव आते हैं, बच्चे को दूध पिलाने और हार्मोन्स में बदलाव के कारण जच्चा के शरीर में भी पोषण की कमी होने लगती है। इसलिए डिलीवरी के बाद डाइट का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है, जिसे पोस्टपार्टम न्यूट्रिशन भी कहा जाता है। इस विषय पर गहनता से समझने के लिए हमने बात की डायटीशियन पूनम दुनेजा से। आइए इस लेख के माध्यम से समझें पोस्टपार्टम न्यूट्रिशन के बारे में।
पहले समझिए क्या पोस्टपार्टम न्यूट्रिशन- What Is Postpartum Nutrition
एक्सपर्ट के मुताबिक पोस्टपार्टम न्यूट्रिशन से मतलब डिलीवरी के बाद दी जाने वाली डाइट। दूसरे शब्दों में समझा जाए, तो एक ऐसी डाइट देना जिससे बॉडी रिकवर होने, हार्मोन बैलेंस होने और मिल्क प्रोडक्शन बढ़ाने में मदद मिल पाए। ऐसे में नई बनी मां की डाइट में कुछ खास बदलाव किये जाते हैं, जिससे बच्चे और मां दोनों के शरीर में पोषक तत्वों की कमी न हो।
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जानिए पोस्टपार्टम न्यूट्रिशन क्यों जरूरी है? Why Postpartum Nutrition Is Important
अगर मां के शरीर में पोषक तत्वों की कमी होगी, तो इससे बच्चे की ग्रोथ पर भी असर पड़ सकता है। ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं के लिए यह और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। लेकिन इस कारणों से यह और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है-
रिकवरी में मदद करे
डिलीवरी के बाद फास्ट रिकवरी के लिए पोस्टपार्टम न्यूट्रिशन जरूरी माना आता है। ऐसे में महिला को पोषक तत्वों से भरपूर डाइट दी जाती है, जिसमें कार्ब्स, फाइबर, हेल्दी फैट्स और प्रोटीन जरूरी होता है। इन सभी पोषक तत्वों से बॉडी को जल्दी रिकवरी करने में मदद मिल सकती है।
मिल्क प्रोडक्शन बढ़ाने में मदद करे
डिलीवरी के बाद नई मां में ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन ठीक होना बहुत जरूरी है, क्योंकि शिशु को पोषण केवल उसी के जरिए मिलता है। ऐसे में मां जितनी अच्छी डाइट लेती है, ब्रेस्ट मिल्क की गुणवत्ता और मात्रा उतनी ही बेहतर होती है।
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बॉडी में एनर्जी बनाए रखे
डिलीवरी के बाद शरीर में कमजोरी आ जाती है, साथ ही एनर्जी की कमी भी होने लगती है। ऐसे में डाइट पर ध्यान देना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है।
हार्मोन्स बैलेंस के लिए जरूरी
डिलीवरी के बाद भी शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में शरीर में आते इन बदलावों को कंट्रोल में रखने के लिए हेल्दी डाइट जरूरी है। ऐसे में पोस्टपार्टम न्यूट्रिशन जरूरी हो जाता है, जिससे हार्मोन्स बैलेंस में मदद मिल सके।
इन कारणों से नई मां के लिए पोस्टपार्टम न्यूट्रिशन जरूरी हो जाता है। ऐसे में एक्सपर्ट की सलाह पर सही डाइट चार्ट बनवाकर इस्तेमाल करना चाहिए।