डिलीवरी के कितने दिनों बाद पीरियड्स शुरू होते हैं? प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को पीरियड्स नहीं होते हैं, अकसर महिलाओं के मन में यह सवाल रहता ही है। वे जानना चाहती हैं कि बच्चे को जन्म देने के बाद उन्हें कब से पीरियड्स शुरू होने लगते हैं? यह बात इस पर निर्भर करता है कि डिलीवरी नॉर्मल, सिजेरियन या आईवीएफ से हुआ है। कुछ महिलाओं को 40 दिन के बाद पीरियड्स हो जाते हैं, तो कुछ महिलाओं को इसमें एक साल से भी अधिक का समय लग सकता है।
कोलंबिया एशिया अस्पताल की सलाहकार - प्रसूति और स्त्री रोग डॉक्टर विजाजा शेरबेट (Dr Vijaja Sherbet, Consultant-Obstetrics and Gynaecology, Columbia Asia Hospital) बताती हैं कि प्रसव के बाद मासिक धर्म स्तनपान और प्रोलैक्टिन हॉर्मोन के उच्च स्तर से संबंधित है न कि प्रसव या गर्भाधान के तरीके से। मासिक धर्म तब शुरू नहीं होगा, जब बच्चे को विशेष रूप से स्तनपान कराया जा रहा है। पीरियड्स शीर्ष फ़ीड शुरू होने के बाद शुरू हो सकता है। हालांकि, कभी-कभी विशेष रूप से स्तनपान कराने वाली मां को प्रसव के 2-3 महीने बाद मासिक धर्म शुरू हो सकता है। स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए विस्तारित अवधि (महीनों या एक वर्ष) के लिए मासिक धर्म नहीं होना असामान्य नहीं है। हालांकि, मासिक धर्म स्वाभाविक रूप से फिर से शुरू होने से पहले ओव्यूलेशन संभव है और महिलाओं को आमतौर पर प्रसव के 8 सप्ताह बाद जन्म नियंत्रण का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
आईवीएफ डिलीवरी के बाद पीरियड्स
आईवीएफ प्रेगनेंसी में अंडे को गर्भ के बाहर विकसित किया जाता है। यह आम प्रक्रिया से अलग होता है। इसलिए इसके जरिए होने वाले डिलीवरी के बाद पहला पीरियड्स आने में 2-10 सप्ताह तक का समय लग सकता है। इस दौरान महिलाओं को अधिक दर्द होता है और ब्लीडिंग भी अधिक होती है।
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सिजेरियन डिलीवरी के बाद पीरियड्स
सिजेरियन डिलीवरी को सी-सेक्शन भी कहा जाता है। सी-सेक्शन के बाद पीरियड्स सामान्य प्रसव की तरह ही होते हैं। सिजेरियन डिलीवरी के बाद होने वाले पहले पीरियड में हैवी ब्लीडिंग, योनि स्त्राव होता है। साथ ही इसके पहले पीरियड में खून के रंग, गंध में बदलाव भी हो सकता है, कुछ असामान्य लगे तो डॉक्टर से कंसल्ट करें।
नॉर्मल डिलीवरी के बाद पीरियड्स
नॉर्मल डिलीवरी के बाद महिलाओं को पीरियड्स में कुछ बदलाव नजर आ सकत हैं। नॉर्मल डिलीवरी में कुछ महिलाओं को 40 दिन के भीतर पीरियड्स हो जाते हैं, तो कुछ को इसमें एक साल का समय भी लग सकता है।
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स्तनपान के दौरान क्यों नहीं आते पीरियड्स
डिलीवरी के बाद पहले पीरियड्स पर स्तनपान का भी असर पड़ सकता है। अगर आप बच्चे को स्तनपान करवा रही हैं, तो पहले पीरियड में 8 सप्ताह का समय लग सकता है। वही अगर आप स्तनपान नहीं करवा रही हैं, तो इसमें 6-8 सप्ताह का समय लग सकता है। स्तनपान के कारण भी पीरियड्स में देरी हो सकती है। स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को हॉर्मोंस की वजह से डिलीवरी के बाद जल्दी पीरियड्स नहीं आते हैं। दरअसल, ब्रेस्ट मिल्क बनाने के लिए प्रोलैक्टिन नामक हॉर्मोन बनता है, जो प्रजनन हॉर्मोंस को दबाता है। इसकी वजह से ओवुलेशन नहीं होता है, इसलिए पीरियड्स जल्दी नहीं होते हैं।
पोस्टपार्टम पीरियड में बदलाव
पोस्टपार्टम पीरियड यानी डिलीवरी के बाद आने वाले पीरियड्स पहले आने वाले पीरियड्स से अलग होते हैं। क्योंकि डिलीवरी के बाद पीरियड में बदलाव नजर आ सकते हैं। इस दौरान महिलाओं को ऐंठन महसूस होना, खून के थक्के आना, ब्लीडिंग होना, तेज दर्द हो सकता है। इसके अलावा अनियमित मासिक धर्म या पीरियड्स जैसे बदलाव भी नजर आ सकते हैं। डिलीवरी के बाद के पहले पीडियड में बहुत अधिक ब्लीडिंग हो सकती है। लेकिन जैसे-जैसे डिलीवरी को अधिक समय बितता है, पीरिड्य पहले की तरह ही सामान्य होने लगते हैं। इसके अलावा जिन महिलाओं को प्रेगनेंसी से पहले एंडोमेट्रियोसिस हो, उन्हें डिलीवरी के बाद के पहले पीरियड में हल्की ब्लीडिंग होती है।