
क्या आप मानती हैं कि पीरियड्स सिंक होते हैं (Period Syncing)? अकसर आपने इस बात पर गौर किया होगा कि जब आपकी मम्मी, बहन या करीबी दोस्त को पीरियड्स होते हैं, तभी आपका मासिक धर्म चक्र (Menstrual Cycle) भी शुरू हो जाता है। आपने कई दूसरी महिलाओं से भी यह सुना होगा कि उन्हें और उनकी दोस्त, मम्मी या बहन को एक ही साथ पीरियड्स होते हैं। जबकि पहले उनकी साइकल अलग थी, पर धीरे-धीरे यह सिंक होने लगा। आप इसे सिर्फ एक संयोग मानती हैं या इसके पीछे की वजह के बारे में जानने की कोशिश कर रही हैं? तो चलिए जानते हैं क्या सच में साथ रहने वाली महिलाओं के पीरियड्स की डेट एक-दूसरे से प्रभावित होती है (Periods Date Sync or Not)।
पीरियड्स सिकिंग पर क्या कहते हैं डॉक्टर? (Doctor Says on Period Syncing)
क्या साथ में रहने वाली महिलाओं की पीडियड्स डेट सेम होती है? क्या सच में पीरियड्स सिंक होती है? इस बारे में ग्लोबल हॉस्पिटल, मुंबई की कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट, डॉक्टर अनघा छत्रपती (Dr Anagha Chhatrapati, Consultant Gynecologist, Global Hospital, Mumbai) बताती हैं कि एक मां और बेटियों, दो बहनों, साथ रहने वालों दोस्तों में पीडियड्स सिंक हो सकते हैं। ऐसा संभव है कि इन लोगों में मासिक धर्म चक्र (Same Menstrual Cycle) एक साथ ही आता हो। इसे मासिक धर्म समकालिकता (Menstrual Synchrony), मैक्लिंटॉक प्रभाव (Mcclintock Effect) या मेंसट्रूअल सिंकक्रोनिसिटी (Menstrual Synchronicity) के नाम से भी जाना जाता है। डॉक्टर अनघा बताती हैं कि वैसे तो मासिक धर्म खान-पान (Diet), जीवनशैली (Lifestyle), एक्सरसाइज (Exercise), अनिद्रा (Insomnia) और तनाव (Stress) से अत्यधिक प्रभावित होता है। लेकिन करीबी महिला के साथ रहने से भी पीरियड्स की डेट प्रभावित हो सकती है।
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क्या है पीरियड्स सिकिंग (What is Period Syncing)
डॉक्टटर अनघा छत्रपति बताती हैं कि पीरियड्स सिकिंग में साथ में रहने वाली महिलाओं की पीरियड्स (Periods) की डेट सेम हो जाती है। जब वे शुरुआत में मिलती हैं, तो उनके मासिक चक्र का साइकल (Menstrual Synchrony) अलग-अलग होता है लेकिन जैसे-जैसे वे साथ रहती हैं, उनके पीरियड्स सिंक होने लगते हैं। यानी पीरियड्स आस-पास की डेट में ही होने लगते हैं। यह अकसर एक ही घर में रहने वाली मां और बेटियों, बहनों के साथ होता है। इसे मेंसट्रूअल सिंक्रोनिसिटी (Menstrual Synchronicity) कहा जाता है। इसे लेकर अभी कुछ शोध हुए हैं, जिनमें यह साबित हुआ है कि पीरियड्स की डेट सिंक होती है। लेकिन इसका अभी तक कोई पक्का प्रमाण नहीं है। लेकिन हां, यह एक संयोग भी नहीं है।
फेरोमोंस (Pheromones)
ग्लोबल हॉस्पिटल, मुंबई की कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट, डॉक्टर अनघा छत्रपती बताती हैं कि महिलाओं के एक-दूसरे से पीरियड्स प्रभावित होने के पीछे कुछ कारण होते हैं। इन्हीं में से एक फेरोमोंस (एक तरह का बॉडी केमिकल) है, जब फेरोमोंस एक-दूसरे के साथ इंटरैक्ट करते हैं, तो महिलाओं के पीरियड्स सिंक होते हैं। यानि महिलाओं के पीरियड्स की डेट (Periods Date) आस-पास हो जाती है। फेरोमोंस एक रासायनिक संकेत (Pheromones a Chemical Signal) होता है, जो हम अपने आस-पास के लोगों को देते हैं।
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गर्भनिरोधक गोलियां (Contraceptive Pills)
डॉक्टर अनघा छत्रपती (Dr Anagha Chhatrapati) बताती हैं कि जब महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं, तो भी पीरियड्स सिंक होने की संभावना रहती है। दरअसल, गर्भनिरोधक गोलियां मासिक धर्म हार्मोन और मासिक धर्म चक्र को रासायनिक रूप से प्रभावित करती हैं। जिससे महिलाओं की पीरियड्स की डेट प्रभावित होती है और दूसरी महिला से प्रभावित हो जाती है।
आपने भी अपने साथ पीरियड्स सिकिंग की अवस्था पर जरूर गौर किया होगा। अकसर जब आप अपनी किसी महिला दोस्त के साथ करीबी संपर्क में रहती हैं, तो आप दोनों की पीरियड्स डेट पर भी इसका असर पड़ सकता है। इसलिए यह कहा जा सकता है कि दो महिलाओं के साथ में रहने से पीरियड्स की डेट प्रभावित हो सकती है।
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