What is Heimlich Maneuver: खानपान में गड़बड़ी और खराब जीवनशैली के कारण बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। आज के समय में युवा हों या बुजुर्ग, सभी को कई गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट समेत कई गंभीर स्थितियों में सही समय पर इलाज और फर्स्ट एड न मिलने के कारण मरीज की जान चली जाती है। ऐसी स्थितियों में मरीज के जान बचाने के लिए हम सभी को कुछ न कुछ बेसिक फर्स्ट एड जरूर आना चाहिए। जैसे हार्ट अटैक आने पर सीपीआर की मदद से मरीज की जान बचाने में मदद मिलती है। वैसे ही दम घुटने या अस्थमा अटैक जैसी गंभीर स्थितियों में हेमलिच मेन्यूवर (Heimlich Maneuver in Hindi) नाम की तकनीक से मरीज की जान बचाने में मदद मिल सकती है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं हेमलिच मेन्यूवर के बारे में।
हेमलिच मेन्यूवर क्या है?- What is Heimlich Maneuver in Hindi
हेमलिच मेन्यूवर आपातकालीन स्थिति में काम आने वाली बहुत ही मददगार तकनीक है। इस तकनीक की सहायता से दम घुटने पर मरीज की जान बचाने में मदद मिलती है। हेमलिच मेन्यूवर को Abdominal Thurst भी कहा जाता है। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ समीर कहते हैं, "हेमलिच मेन्यूवर में दम घुटने पर मरीज को पीछे से पेट पर जोर लगाया जाता है। ऐसा करने से डायफ्राम को ऊपर उठाने में मदद मिलती है और फेफड़ों से हवा को बाहर निकालने में मदद मिलती है।" रेड क्रॉस सोसाइटी भी पंच ब्लो बैक या हेमलिच मेन्यूवर का इस्तेमाल आपातकालीन स्थितियों में करने की सलाह देता है। हालांकि, अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन जैसी संस्थाएं इस तकनीक का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं देती हैं।
इसे भी पढ़ें: हार्ट अटैक या सडेन कार्डियक अरेस्ट से जान बचाने में कितनी कारगर है सीपीआर (CPR) तकनीक?
दम घुटने या सांस की नली में कुछ फंस जाने की स्थिति में मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है। कई बार खान खाते समय खाने का टुकड़ा सांस की नली में फंस जाता है, इसकी वजह से भी सांस की नली ब्लॉक हो जाती है। सांस की नली ब्लॉक होने पर चोकिंग हो जाती है और व्यक्ति की सांस अटक जाती है। कुछ लोगों में यह स्थिति गंभीर हो जाती है। इस स्थिति में हेमलिच मेन्यूवर का इस्तेमाल करने से मदद मिलती है।
इसे भी पढ़ें: हार्ट अटैक का प्रमुख लक्षण है एंजाइना, जानें इसके प्रकार और लक्षण
टॉप स्टोरीज़
कैसे करें हेमलिच मेन्यूवर?- How To Perform Heimlich Maneuver in Hindi
हेमलिच मेन्यूवर परफॉर्म करने से पहले इसकी ट्रेनिंग जरूर लेनी चाहिए। डॉक्टर समीर के मुताबिक हेमलिक मेन्यूवर परफॉर्म करने के लिय आप इन स्टेप्स को अपनाएं-
- सबसे पहले व्यक्ति को सीधा खड़ा करें
- इसके बाद उसके पीछे खड़े होकर व्यक्ति को आगे की तरफ झुकाएं
- अब अपने हाथों से उसकी पीठ पर 5-6 बार थोड़ी तेज थपकी लगाएं
- इसके बाद हाथों को उसके पेट के पास ले जाकर मुट्ठी बांध लें और नाभि के पास रखें
- अब व्यक्ति को अंदर से बाहर की तरह झटका दें
- कम से कम पांच बार झटके दें
- इसके बाद अगर व्यक्ति को खांसी आ जाती है, तो इसे बंद कर दें
अगर व्यक्ति को खांसी नहीं आती है या सांस ठीक नहीं होती है, तो दोबारा यह प्रक्रिया करें। इसके अलावा अगर व्यक्ति खड़ा नहीं हो सकता है, तो उसे बैठे-बैठे ही एब्डॉमिनल थ्रस्ट या हेमलिच मेन्यूवर दे सकते हैं। आप खुद को भी इस स्थिति में हेमलिच मेन्यूवर दे सकते हैं। इसके लिए अपनी नाभि के ठीक ऊपर मुट्ठी रखें और अंदर से ऊपर की तरफ धक्का दें। ऐसा करने से सांस की नली की चोकिंग ठीक करने में मदद मिलती है। हेमलिच मेन्यूवर बहुत ही सावधानी के साथ देना चाहिए। बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर इसका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। इसके अलावा व्यक्ति को गंभीर समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं।
(Image Courtesy: Freepik.com)