Sattu and Besan: गर्मियों में अधिकतर लोग सत्तू ड्रिंक पीना पसंद करते हैं। सत्तू गर्मी से बचाता है, साथ ही सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। सत्तू को चने से तैयार किया जाता है। इसके साथ ही बेसन को भी चने से ही बनाया जाता है। ऐसे में कई लोग सत्तू और बेसन (Difference Between Besan and Sattu in Hindi) को एक ही समझते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं सत्तू और बेसन एक-दूसरे से बिल्कुल अलग होते हैं। भले ही बेसन और सत्तू चने से तैयार किया जाता है, लेकिन फिर भी इसके पोषक तत्व और फायदे अलग-अलग होते हैं। चलिए विस्तार से जानते हैं सत्तू और बेसन में अंतर (what is difference between sattu and besan in hindi)-
सत्तू और बेसन में मौजूद पोषक तत्व (Nutritional Difference Between Sattu and Besan)
सत्तू और बेसन चने से तैयार किया जाता है, लेकिन इनको बनाने का तरीका अलग-अलग होता है। यही वजह है कि सत्तू और बेसन में पोषक तत्व भी काफी हद तक अलग हो सकते हैं।
100 ग्राम बेसन में 350kcal एलर्जी, 23.33 ग्राम प्रोटीन, 3.33 ग्राम फैट, 56.67 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 6.7 ग्राम फाइबर, 4.8 मिलीग्राम आयरन और 17 मिलिग्राम सोडियम होता है। वहीं 100 ग्राम सत्तू में 20.6 ग्राम प्रोटीन, 7.2 ग्राम फैट, 1.35 ग्राम फाइबर, 65.2 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 406kcal कैलोरी पाई होती है। आप अपनी जरूरत और स्वाद के अनुसार सत्तू और बेसन का सेवन कर सकते हैं।
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चने के सत्तू और बेसन में क्या अंतर है? (What is Difference Between Sattu and Besan)
सत्तू और बेसन दोनों ही चीजें चने से तैयार की जाती है, लेकिन फिर भी इन दोनों के बीच अंतर होता है। सत्तू और बेसन दोनों की तासीर भी ठंडी होती है, इसलिए गर्मियों में इनका सेवन आसानी से किया जा सकता है।
- चने के सत्तू को बनाने के लिए पहले चने को भूना जाता है, फिर इसका पाउडर तैयार किया जाता है। लेकिन बेसन बनाने के लिए चने को भूना नहीं जाता है, सीधे ही पाउडर के रूप में तैयार किया जाता है।
- सत्तू का उपयोग कई तरह की स्वीट डिशेज बनाने के लिए भी किया जाता है। बेसन की जगह पर इसका उपयोग नहीं किया जा सकता है। बेसन से खुद कई डिशेज बनाई जा सकती है। बेसन का उपयोग कढ़ी आदि में भी किया जाता है।
- बेसन को हमेशा एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करके रखना चाहिए। बेसन की शेल्फ लाइफ 6 महीने या इससे अधिक हो सकती है। सत्तू भुना हुआ होता है, इसलिए इसका सेवन 6 महीने से अधिक समय तक किया जा सकता है।
- बेसन और सत्तू दोनों ही ग्लूटन फ्री होते हैं। ग्लूटन से एलर्जिक लोग बेसन और सत्तू दोनों का सेवन आसानी से कर सकते हैं। साथ ही बेसन और सत्तू दोनों ही डायबिटीज रोगियों के लिए भी फायदेमंद होता है।
- बेसन का रंग लाइट येलो होता है, जबकि सत्तू का रंग बेसन से गहरा होता है। कच्चा बेसन स्वाद में कड़वा होता है, जबकि सत्तू का स्वाद कड़वा नहीं होता है।
- बेसन का सेवन इंडिया के सभी इलाकों में किया जाता है। जबकि सत्तू झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश और बंगाल जैसे इलाकों में अधिक सेवन किया जाता है।
सत्तू के फायदे (Sattu Benefits in Hindi)
सत्तू क्या है (what is sattu made of)? सत्तू एक तरह का आटा है, इसे चने को भूनकर तैयार किया जाता है। गर्मियों में अधिकतर लोग सत्तू का सेवन करते हैं। सत्तू ड्रिंक (Sattu Drink Benefits) पीने से पेट की गैस, अपच और एसिडिटी में आराम मिलता है। साथ ही सत्तू गर्मियों में लू से भी बचाता है।
- सत्तू (Sattu Benefits in Hindi) प्रोटीन से भरपूर होता है, इसलिए सत्तू ड्रिंक पीने से शरीर को पूरी एनर्जी मिलती है।
- सत्तू कैल्शियम का भी अच्छा सोर्स होता है, हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए सत्तू ड्रिंक पिया जा सकता है।
- सत्तू में अघुलनशील फाइबर होता है, इससे कब्ज की समस्या से राहत (Sattu for Constipation) मिलती है। यह पाचन को सुधारता है, पेट को साफ करता है।
- सत्तू एक लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स ड्रिंक है, इसे डायबिटीज रोगी भी आसानी से पी सकते हैं।
बेसन के फायदे (Besan Benefits in Hindi)
बेसन क्या होता है (What is Besan Made Of)? बेसन भी एक तरह का आटा ही होता है, लेकिन इसे भी चने से तैयार किया जाता है। लेकिन बेसन बनाने के लिए चने को भूना नहीं जाता है। भारतीय घरों में बेसन के पकौड़े बनाए जाते हैं, साथ ही कढ़ी बनाने में भी बेसन का उपयोग किया जाता है।
- बेसन में कार्बोहाइड्रेट अधिक मात्रा में होता है। 100 ग्राम बेस में करीब 56.67 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। यह शरीर में ऊर्जा बनाए रखता है
- प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए भी बेसन का सेवन किया जा सकता है। 100 ग्राम बेसन में करीब 23.33 ग्राम प्रोटीन होता है। स्वस्थ शरीर के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी होता है।
- बेसन में कुछ मात्रा में आयरन भी होता है। इसके सेवन से शरीर में खून की पूर्ति होने में मदद मिल सकती है।
आप भी सत्तू और बेसन को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। सत्तू और बेसन का स्वाद, फायदे, पोषक तत्व और उपयोग अलग-अलग होते हैं।