Doctor Verified

क्या है Costochondritis की बीमारी जिससे जूझ रहीं एक्ट्रेस छवि मित्तल, इसके कारण, लक्षण और इलाज

Costochondritis in Hindi: कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस एक गंभीर बीमारी है, इस बीमारी में पसलियों को छाती की हड्डी से जोड़ने वाली कार्टिलेज सूजने लगती है।
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या है Costochondritis की बीमारी जिससे जूझ रहीं एक्ट्रेस छवि मित्तल, इसके कारण, लक्षण और इलाज


Costochondritis in Hindi: जानी-मानी एक्ट्रेस छवि मित्तल ने कुछ दिनों पहले ही ब्रेस्ट कैंसर से रिकवर हुई हैं। छवि मित्तल अपनी सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर अक्सर पोस्ट करती रहती हैं। अब उन्होंने एक नया खुलासा किया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए एक्ट्रेस छवि मित्तल ने बताया है कि वह कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस (Costochondritis) नाम की एक बीमारी से पीड़ित हैं। अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि, "नई वाली बीमारी लाई हूं मार्केट में", इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया है कि यह बीमारी उन्हें कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के रेडिएशन की वजह से हुई है। कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस एक गंभीर बीमारी है, इस बीमारी में पसलियों को छाती की हड्डी से जोड़ने वाली कार्टिलेज सूजने लगती है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस  की बीमारी के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में।

कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस क्या है?- What is Costochondritis in Hindi

कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस पसलियों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। पसलियों को हड्डी से जोड़ने वाले कार्टिलेज में सूजन और लाली आना इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं। कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस की बीमारी में मरीज को चलने-फिरने और लेटने पर सीने में तेज दर्द का अहसास होता है। आमतौर पर यह बीमारी सबसे ज्यादा 40 साल से अधिक उम्र वाले लोगों में देखने को मिलती है। कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस को लोग पसलियों में सूजन, चेस्ट वॉल पेन, और कॉस्टोस्टर्नल सिंड्रोम के नाम से भी जानते हैं। कुछ लोगों में यह बीमारी अपने आप ठीक हो जाती है, तो वहीं कुछ लोग इस बीमारी का शिकार रूप से शिकार हो सकते हैं।

Costochondritis in Hindi

इसे भी पढ़ें: सीने में दर्द का कारण हार्ट अटैक है या पेट की गैस? डॉक्टर से जानें कैसे पहचानें दोनों में अंतर

कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस क्यों होता है?-  What Causes Costochondritis in Hindi

आमतौर पर पसलियों में सूजन की समस्या के कई कारण हो सकते हैं। इंजरी, सांस से जुड़ी बीमारियां और गठिया आदि की वजह से इस बीमारी का खतरा ज्यादा रहता है। कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस के कुछ प्रमुख कारण इस तरह से हैं-

  • एक्सीडेंट, इंजरी या भारी सामान उठाने की वजह से
  • वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण
  • एक्सरसाइज या खेल के दौरान कुछ गलतियों के कारण
  • एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस की सूजन और गठिया के कारण
  • खराब पोश्चर की वजह से
  • दवाओं के साइड इफेक्ट्स की वजह से

कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस के लक्षण- Costochondritis Symptoms in Hindi

पसलियों में सूजन आने पर सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। वैसे तो इस समस्या में हर मरीज में अलग-अलग लक्षण दिखते हैं। कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस की बीमारी में दिखने वाले कुछ प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं -

  • पसलियों में ज्यादा दबाव पड़ना
  • छाती में दबाव और दर्द 
  • खांसी और सांस गहरी आना
  • लेटते समय सांस लेने में दिक्कत

कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस का इलाज और बचाव- Costochondritis Treatment and Prevention in Hindi

कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस की बीमारी में सही समय पर इलाज न कराने से यह बीमारी जानलेवा हो सकती है। इसकी वजह से कुछ मरीजों में ट्यूमर बनने का खतरा रहता है। कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस के इलाज में डॉक्टर सबसे पहले मरीज में दिखने वाले संभावित कारणों को कम करने के लिए इलाज करते हैं। इस बीमारी के लक्षण दिखने पर डॉक्टर सबसे पहले लैब टेस्ट और ईसीजी कराने की सलाह देते हैं। इसके बाद मरीज की स्थिति और बीमारी की इंटेंसिटी के आधार पर इलाज किया जाता है। इस बीमारी से बचाव के लिए खानपान और जीवनशैली का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस का खतरा 40 साल की उम्र के बाद सबसे ज्यादा रहता है, इस उम्र में खानपान और जीवनशैली का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

नोट: यह लेख बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ.समीर से मिले इनपुट पर आधारित है।

(Image Courtesy: Freepik.com)

Read Next

क्या काला चश्मा लगाने से आई फ्लू नहीं होता है? जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

Disclaimer