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अगर ऑटोइम्यून बीमारी का इलाज न किया जाए तो क्या होगा? जानें डॉक्टर की राय

What Happens if an Autoimmune Disease is Left Untreated: ऑटोइम्यून बीमारी का इलाज न किया जाए तो शरीर पर कैसा असर होगा? आइए इस सवाल का जवाब जान लेते हैं। 
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अगर ऑटोइम्यून बीमारी का इलाज न किया जाए तो क्या होगा? जानें डॉक्टर की राय

What Happens if an Autoimmune Disease is Left Untreated: ऑटोइम्यून बीमारी एक ऐसी स्थिति को कहा जाता है, जिसमें शरीर की इम्यूनिटी गलती से अपने ही टिशूज और अंगों पर हमला कर देती है। जिससे सूजन और डैमेज जैसी समस्याएं होती हैं। यह एक क्रोनिक स्थिति है और इसे ठीक करना मुश्किल हो सकता है। हालांकि, हेल्दी लाइफस्टाइल की मदद से इसे मैनेज जरूर किया जा सकता है। बता दें कि ऑटोइम्यून बीमारियों को सही तरह मैनेज करना बहुत जरूरी होता है। अगर ऐसा नहीं किया जाता है, तो यह स्थिति गंभीर रूप भी ले सकती है। मगर क्या आपने कभी सोचा है कि ऑटोइम्यून बीमारियों का इलाज न किया जाए, तो शरीर पर कैसा असर होगा? अगर नहीं, तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए है। दरअसल, इस सवाल का जवाब हमें डॉ सुव्रत आर्य, वरिष्ठ सलाहकार, रुमेटोलॉजी, मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, नोएडा (Dr Suvrat Arya, Senior Consultant, Rheumatology, Max Super Speciality Hospital, Noida) ने दिया है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं:

डॉक्टर से जानें कि ऑटोइम्यून रोग को क्या है?- What is Autoimmune Disease

autoimmune diseases

डॉ सुव्रत आर्य के मुताबिक, ऑटोइम्यून रोग तब होते हैं, जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) या रक्षा तंत्र (Defense Mechanism) ज्यादा सक्रिय होता है और यह स्वस्थ टिशूज सेल्स पर हमला करता है। इस हमले के कारण टिशू सेल्स को नुकसान पहुंचाता है। सामान्य परिस्थितियों में, इम्यून सिस्टम प्रोटीन बनाने के लिए जिम्मेदार होता है, जिसे एंटीबॉडी कहा जाता है। यह वायरस, कैंसर कोशिकाओं (Cancer Cells) और विषाक्त पदार्थों (Toxins) जैसे हानिकारक पदार्थों के खिलाफ शरीर को सुरक्षा की सुविधा प्रदान करता है।

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ऑटोइम्यून बीमारी के लक्षण- Symptoms of Autoimmune Disease

ऑटोइम्यून बीमारियों के कई लक्षण शरीर में नजर आ सकते हैं। आइए इन संकेतों के बारे में जान लेते हैं:

  • थकान: यह एक सामान्य लक्षण है, जो कई ऑटोइम्यून बीमारियों में देखने को मिल सकता है। यह थकान आराम करने से दूर नहीं होती है और दिन-प्रतिदिन की एक्टिविटीज पर असर डाल सकती है।
  • जोड़ों में दर्द और सूजन: रूमेटाइड गठिया, ल्यूपस और अन्य ऑटोइम्यून बीमारियों में जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन की समस्या आम बात होती है।  
  • चकत्ते: कुछ ऑटोइम्यून रोग, जैसे कि ल्यूपस और स्क्लेरोडर्मा, स्किन पर चकत्ते या छालों का कारण बन सकते हैं।  
  • बुखार: अगर आप बेवजह हल्का बुखार रहता है, तो यह ऑटोइम्यून रोगों का एक सामान्य लक्षण हो सकता है।  
  • मांसपेशियों में दर्द: कुछ ऑटोइम्यून रोग, जैसे कि ल्यूपस और स्क्लेरोडर्मा, मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा, भी शरीर में कई लक्षण नजर आ सकते हैं। ऐसे में आपको अपनी बॉडी के संकेतों को समझना चाहिए और भूल से भी इन्हें नजरअंदाज करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।  

ऑटोइम्यून रोगों का इलाज न करें तो क्या होगा?- What Happens if Autoimmune Diseases are Not Treated

अगर ऑटोइम्यून रोगों का इलाज नहीं किया जाता है, तो इम्यून सिस्टम शरीर के अपने टिशूज को नष्ट करना जारी रखेगी। यह शरीर के लिए घातक हो सकता है या जीवन के लिए खतरा पैदा कर सकता है। उदाहरण के लिए- रूमेटाइड गठिया, इस स्थिति में शरीर का इम्यून सिस्टम जोड़ों को नष्ट कर देता है, जिससे सूजन होने लगती है। ऐसे में अगर इलाज न किया जाए, तो जोड़ों को स्थायी नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस सिरोसिस का कारण बन सकता है और अगर रोगी का समय पर निदान और उपचार नहीं किया जाता है, तो लिवर फेलियर हो सकता है। अगर ऑटोइम्यून हेमोलीटिक एनीमिया का इलाज न किए जाने पर यह घातक हो सकता है। इन उदाहरणों के अलावा, कोई भी अनुपचारित ऑटोइम्यून बीमारी शरीर के टिशूज को स्थायी नुकसान, क्रोनिक सूजन और अन्य बीमारियों के विकास का कारण बन सकती है।

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कुल मिलाकर, ऑटोइम्यून डिजीज का इलाज करना सेहत के लिए बहुत जरूरी हो जाता है। अगर आप इन परेशानियों को नजरंअदाज करते हैं, तो शरीर अंदर ही अंदर खुद को नुकसान पहुंचाता रहेगा। यह स्थिति बहुत गंभीर रूप ले सकती है। ऐसे में आपको अनुभवी डॉक्टरों से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

FAQ

  • ऑटोइम्यून बीमारी को ठीक क्यों नहीं किया जा सकता है?

    ऑटोइम्यून बीमारियों का पूरी तरह से इलाज नहीं होता है। वे क्रोनिक स्थितियां हैं, जो आमतौर पर आपके पूरे जीवन तक साथ चलती हैं। हालांकि, आप इन समस्याओं को हेल्दी लाइफस्टाइल से कंट्रोल जरूर कर सकते हैं। 
  • क्या आहार से ऑटोइम्यून बीमारी ठीक हो सकती है?

    जैसा हमने आपको बताया कि ऑटोइम्यून बीमारियों को ठीक नहीं किया जा सकता है , लेकिन उनके लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है। आप हेल्दी डाइट से इसके लक्षणों को कंट्रोल करने की कोशिश कर सकते हैं। अगर डाइट पर ध्यान न दिया जाए, तो फूड कुछ लक्षणों को ट्रिगर भी कर सकते हैं। 
  • ऑटोइम्यून बीमारी के लिए सबसे अच्छा लाइफस्टाइल क्या है?

    ऑटोइम्यून बीमारियों से बचने के लिए आपको सूजन बढ़ाने वाली चीजों से बचना चाहिए। जैसे कि चीनी, ट्रांस-फैट, शराब और धूम्रपान। आप सूजन कम करने वाली चीजों के सेवन पर ध्यान दे सकते हैं। 

 

 

 

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