हर वक्त हम लोगों को कुछ मीठा या नमकीन खाने की क्रेविंग होती है। ऐसा सिर्फ मेरे या आपके साथ ही नहीं कई लोगों के साथ होता है। जब कुछ मीठा या नमकीन या चटपटा खाने की क्रेविंग होती है, तो मन करता है वो चीज तुरंत हमें मिल जाए और हम खा लें। बहुत ज्यादा फूड क्रेविंग के कारण हमारी सेहत पर गलत प्रभाव पड़ता है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है, क्रेविंग होने के क्या कारण है? क्या क्रेविंग शरीर में किसी चीज की कमी का संकेत देती है? अगर नहीं, तो आज से ही इस बारे में सोचना शुरु कर दें। क्योंकि कुछ भी मीठा या नमकीन खाने की क्रेविंग हमारे शरीर में किसी न किसी चीज की कमी का संकेत होता है। न्यूट्रिशनिस्ट नंदिनी अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करके मीठा या नमकीन खाने की क्रेविंग के पीछे छिपे स्वास्थ्य से जुड़े संकेतों के बारे में बताया है।
इन 4 कमियों के कारण होती है मीठा खाने की क्रेविंग - 4 Deficiencies Cause Sweet Cravings in Hindi
- कम डोपामाइन- डोपामाइन एक न्यूरोमॉड्यूलेटरी अणु है, जो सेल्स में कई महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कुछ मीठा खाने की क्रेविंग डोपामाइन के स्तर को बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं।
- तनाव का बढ़ना- तनाव कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ा सकता है, जिससे मीठे खाद्य पदार्थों को खाने की क्रेविंग बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि मीठा तुरंत एनर्जी को बढ़ावा दे सकते हैं और अस्थायी रूप से तनाव को कम कर सकते हैं।
- कम सेरोटोनिन- सेरोटोनिन, एक अन्य न्यूरोट्रांसमीटर, मूड को बेहतर रखने में अहम भूमिका निभाता है। मिठाई की लालसा सेरोटोनिन उत्पादन को प्रोत्साहित करने का एक तरीका हो सकता है, क्योंकि शर्करा युक्त खाद्य पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट अस्थायी रूप से सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ा सकते हैं।
- इंसुलिन प्रतिरोध- इंसुलिन प्रतिरोध तब होता है जब सेल्स इंसुलिन हार्मोन के प्रति सही तरह से काम नहीं करती हैं। इंसुलिन हार्मोन आपके शरीर में ग्लूकोज के स्तर को कंट्रोल करने का काम करता है। इसलिए इंसुलिन प्रतिरोध होने पर आपको मीठा खाने की क्रेविंग हो सकती है।
इन 4 कमियों के कारण होती है नमकीन खाने की क्रेविंग - 4 Deficiencies Cause Salty Cravings in Hindi
- इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन- नमक की क्रेविंग शरीर में इलेक्ट्रोलाइट के असंतुलन होने का सिर्फ एक तरीका है। खासकर अगर आपके शरीर में सोडियम, पोटेशियम या अन्य जरूरी मिनरल्स की कमी हो।
- डिहाइड्रेशन- डिहाइड्रेट होने पर शरीर नमकीन खाद्य पदार्थों की इच्छा कर सकता है, क्योंकि नमक आपके शरीर में पानी बनाए रखने में मदद करता है। यह इस बात का भी संकेत हो सकता है कि शरीर द्रव संतुलन बनाए रखने की कोशिश कर रहा है।
- अधिवृक्क थकान- अधिवृक्क ग्रंथियां एल्डोस्टेरोन सहित हार्मोन का उत्पादन करती हैं, जो सोडियम संतुलन को नियंत्रित करती है। नमक की क्रेविंग अधिवृक्क थकान या इन हार्मोनों के असंतुलन से जुड़ा हो सकता है।
- हाई कोर्टिसोल स्तर- तनाव और उच्च कोर्टिसोल स्तर के कारण पेशाब में सोडियम का उत्सर्जन बढ़ सकता है। नमक खाने की क्रेविंग आपके शरीर में कोर्टिसोल के स्तर के बढ़ने का संकेत हो सकता है।
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आपको भी खाने की बहुत ज्यादा क्रेविंग होती है, तो जरूरी है कि आप क्रेविंग होने के कारणों का पता लगाएं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर रखने की कोशिश करें।
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