बुजुर्गों को इन 5 कारणों से बार-बार शौच जाने की जरूरत पड़ सकती है, जानें बचाव के तरीके

What Causes Frequent Bowel Movements In The Elderly In Hindi: कोई बीमारी, डाइट में बदलाव और किसी दवा पर लंबे समय तक निर्भर होना, बुजुर्गों में बार-बार शौच की समस्या को खड़ा कर सकता है। जानें, विस्तार से-
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बुजुर्गों को इन 5 कारणों से बार-बार शौच जाने की जरूरत पड़ सकती है, जानें बचाव के तरीके


Causes Of Frequent Bowel Movements In The Elderly In Hindi: दिन में जब एक-दो से ज्यादा बार शौच जाना पड़ता है, तो यह सही स्थिति नहीं होती है। आमतौर पर ऐसा पाचन क्षमता से जुड़ी किसी परेशानी के कारण हो सकता है। कुछ मामलों में यह लिवर के क्षतिग्रस्त होने का संकेत भी करता है। अगर हम बुजुर्गों की बात करें, तो उनका शरीर काफी कमजोर होता है और इम्यूनिटी भी वीक होती है। ऐसी स्थिति में तला-भुना या अनहेल्दी डाइट लेने के कारण उन्हें बार-बार शौच जाने की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि बार-बार शौच जाना सिर्फ पाचन संबंधी समस्या के कारण नहीं होता है। बुजुर्गों में इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं।

किन स्थिति में बुजुर्गों को बार-बार शौच जाना पड़ सकता है?- What Causes Frequent Bowel Movements In The Elderly In Hindi

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संक्रमण- Infection

अगर किसी बुजुर्ग व्यक्ति के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में संक्रमण होता है, तो उनका पेट खराब हो सकता है यानी बार-बार शौच जाने की दिक्कत हो सकती है। असल में, संक्रमण का मुख्य कारण वायरस, बैक्टीरियल, पैरासाइटिक संक्रमण होते हैं। ये सभी ऐसे संक्रमण हैं, जिसकी वजह से पाचन क्रिया प्रभावित होती है, जिससे बार-बार शौच आने लगता है। यही नहीं, इस तरह के संक्रमण पाचन प्रक्रिया के दौरान द्रव यानी फ्लूइड का स्राव बढ़ा देते हैं, जिससे मल पतला हो जाता है।

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डाइट में बदलाव- Diet Changes

बुजुर्गों में पेट खराब होने का एक कारण डाइट में बदलाव भी है। कई बार बुजुर्ग अनजाने में ऐसी चीजों का सेवन कर बैठते हैं, जो आसानी से हजम नहीं होती है। इसमें जंक फूड, तला-भुना खाना आदि शामिल हैं। ये ऐसी चीजें हैं, जिन्हें पचाने में समय लगता है। यही नहीं, अगर बुजुर्ग व्यक्ति ओवर ईटिंग कर ले, तो भी उन्हें बार-बार शौच जाने की जरूरत पड़ सकती है।

डाइजेस्टिव डिस्ऑर्डर- Digestive Disorder

इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम या इंफ्लेमेटरी बाउल सिंड्रोम ऐसे डाइजेस्टिव डिस्ऑर्डर हैं, जिनके कारण पेट खराब हो सकता है। इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के कारण आंत की मांसपेशियों में संकुचन आ जाता है, जिससे खाए हुए आहार को अंदर मूव करने में दिक्कत आती है। अगर संकुचन बहुत ज्यादा या बहुत कम है, तो दोनों स्थितियों में व्यक्ति के लिए खाना पचाना मुश्किल हो जाता है और बार-बार शौच जाने की जरूरत पड़ने लगती है। वहीं, इंफ्लेमेटरी बाउल सिंड्रोम यानी आईबीडी की बात करें,तो यह समस्या तब होती है, जब इम्यून सिस्टम गलती से हेल्दी सेल्स को अटैक करता है। ऐसे में पेट खराब होना और बार-बार शौच जाने की परेशानी होने लगती है। बुजुर्गों को यह समस्या हो सकती है।

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मेडिकल कंडीशन- Underlying Medical Condition

कई बीमरियां भी बुजुर्गों में बार-बार शौच जाने की समस्या को खड़ी कर सकता है। इसमें डायबिटीज, हाइपरथायराइडिज्म आदि बीमारियां शामिल हैं। असल में ये कुछ ऐसी बीमारियां या कहें मेडिकल कंडीशंस हैं, जिसकी वजह से डाइजेस्टिव ट्रैक्ट पर बुरा असर पड़ता है। यहां तक कि पाचन तंत्र में सूजन आ सकती है, जिससे मल की मूवमेंट प्रभावित होती है। नतीजतन, बुजुर्ग व्यक्ति को न चाहते हुए भी बार-बार शौच जाने की आवश्यकता पड़ जाती है।

दवाएं- Medicines

अगर कोई बुजुर्ग लंबे समय से किसी तरह की दवा ले रहे हैं, तो इसक बुरा प्रभाव गट बैक्टीरिया पर पड़ता है। असल में किसी भी तरह की दवा का लंबे समय तक लेना सही नहीं होता है। इस तरह की स्थिति में आवश्यक है कि व्यक्ति डॉक्टर से संपर्क कर अपनी स्थिति को बताएं। दवाओं के कारण आंत और डाइजेस्टिव ट्रैक्ट प्रभावित होते हैं, जिससे मल त्याग प्रक्रिया पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में बुजुर्ग व्यक्ति को बार-बार मल त्याग करना पड़ सकता है।

कैसे करें बचाव

  1. अनहेल्दी चीजें खाने से बचें। 
  2. तला-भुना न खाएं। 
  3. पेट  खराब होने पर तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें। 
  4. पानी का इनटेक बढ़ाएं।
  5. ओवरईटिंग करने से बचें। 
  6. संक्रमित आहार न खाएं। 
  7. बासी चीजें खाने से दूर रहें।
All Image Credit: Freepik

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