आज के समय में महिलाओं में ओवेरियन कैंसर का जोखिम काफी बढ़ जाता है। ओवेरियन कैंसर, जिसे ओवरी कैंसर के रूप में भी जाना जाता है। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें ओलरी में असामान्य सेल्स तेजी से बढ़ने लगते हैं, जिससे ट्यूमर बनने लगता है और यह महिलाओं के ओवरी को प्रभावित करता है। ओवेरियन कैंसर अंडाशय में शुरू होता है, लेकिन ये शरीर के कई अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है, क्योंकि यह बढ़ता और फैलता है। इसलिए, सही इलाज और बीमारी का पता लगाने के लिए यह जानना जरूरी है कि ओवेरियन कैंसर शरीर के किन-किन अंगों को प्रभावित कर सकता है। तो आइए नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग की एसोसिएट कंसल्टेंट डॉ. नीतू पांडे (Dr. Neetu Pandey, Associate Consultant, Radiation Oncology, Fortis Hospital, Noida) से जानते हैं कि ओवेरियन कैंसर शरीर के किस हिस्से को प्रभावित करता है? (What body part does ovarian cancer affect?)
ओवेरियन कैंसर से शरीर के कौन-से अंग प्रभावित होते हैं? - What Body Parts Are Affected By Ovarian Cancer in Hindi?
1. अंडाशय
ओवेरियन कैंसर के कारण प्रभावित होने वाला सबसे पहला अंग अंडाशय (What organ does ovarian cancer spread to first?) होता है। महिलाओं में गर्भाश्य के दोनों ओर दो अंडाशय होते हैं। ओवरी का कैंसर आमतौर पर बाहरी सेल्स में शुरू होता है, लेकिन यह जर्म सेल्स जो अंडे का उत्पादन करते हैं या स्ट्रोमल सेल्स (जो हार्मोन का उत्पादन करते हैं) में भी शुरू हो सकता है। ओवरी कैंसर के कारण जैसे-जैसे ट्यूमर बढ़ता है, अंडाशय बढ़े हुए और सख्त हो सकते हैं या उनमें फ्लूड से भरे सिस्ट भी हो सकते हैं, जिसके कारण पेट में सूजन, पेल्विक दर्द, पीरियड साइकिल में बदलाव आदि की समस्याएं हो सकती हैं।
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2. फैलोपियन ट्यूब
ओवेरियन कैंसर का प्रभाव महिलाओं के फैलोपियन ट्यूब में भी नजर आ सकता है। दरअसल, कैंसर सेल्स फैलोपियन ट्यूब से अंडाशय और अन्य पैल्विक अंगों तक पहुंच सकती हैं। इसलिए, जैसे-जैसे ये बीमारी बढ़ती है, यह सीधे, ब्लड फ्लो या लसीका प्रणाली के जरिए महिलाओं के गर्भाशय में फैल सकती है, जिससे महिलाओं के फैलोपियन ट्यूब भी डैमेज होने की संभावना बढ़ जाती है।
3. पेट की परत
पेरिटोनियम टिशू, पेट की एक पतली परत होती है, जो एब्डोमिनल कैविटी को दिखाता है और ज्यादातर एब्डोमिनल अंगों को ढकती है। ओवेरियन कैंसर अक्सर अपने एडवन्स स्टेज में पेरिटोनियम तक फैल जाता है। इससे पेरिटोनियल कार्सिनोमैटोसिस नाम की स्थिति हो सकती है, जहां कैंसर सेल्स पेट की परत में फैल जाती हैं और पीड़ित को पेट में तेज दर्द, पेट में तरल पदार्थों का जमा होने, खाने में मुश्किल होना, जल्दी पेट भरना और मतली या उल्टी जैसी समस्या होती है।
4. लसीका तंत्र
कई कैंसर की तरह, ओवेरियन कैंसर भी लसीका तंत्र के जरिए फैल सकता है, जो आपके इम्यून सिस्टम का एक हिस्सा है और टॉक्सिक पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। ओवेरियन कैंसर के लसीका तंत्र तक पहुंचने के कारण आपकी पेल्विक, पेट, छाती और गर्दन में लिम्फ नोड्स भी प्रभावित हो सकते हैं, जिसके कारण लिम्फ नोड्स में सूजन, पैर में सूजन, थकान और इम्यून सिस्टम से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती है।
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5. मूत्राशय और मलाशय
ओवेरियन कैंसर के कारण आपका मूत्राश्य और मलाशय भी प्रभावित हो सकता है। दरअसल, शरीर के ये हिस्से आपके अंडाशय के पास होते हैं, जिस कारण कैंसर फैलने पर ये हिस्से आसानी से प्रभावित हो सकते हैं। कैंसर के कारण मूत्राशय और मलाशय प्रभावित होने पर आपको बार-बार पेशाब आने की समस्या, पेशाब करने के दौरान दर्द, मूत्राशय का पूरी तरह खाली न होना, कब्ज, मल त्याग करने पर दर्द होना आदि समस्या हो सकती है।
निष्कर्ष
ओवेरियन कैंसर अंडाशय या फैलोपियन ट्यूब में शुरू होता है, लेकिन यह आपके शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, इसके सही इलाज और ज्यादा फैलने से बचाने के लिए समय पर इस कैंसर के बारे में पता लगाना जरूरी है।
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FAQ
ओवेरियन कैंसर क्यों होता है?
ओवरी का कैंसर आमतौर पर तब होता है, जब आपके एक या दोनों अंडाशयों में सेल्स असामान्य रूप से बढ़ती है और कैंसरयुक्त ट्यूमर बन सकता है। इस कैंसर का इलाज समय पर करना मुश्किल होता है, क्योंकि इसके लक्षणों को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है।ओवेरियन कैंसर के कितने स्टेज होते हैं?
ओवेरियन कैंसर के चार मुख्य चरण होते हैं, जो कैंसर की स्थिति के बारे में बताते हैं, जैसे पहला चरण का कैंसर केवल एक या दोनों अंडाशयों में पाया जाता है। दूसरे चरण का कैंसर अंडाशय से श्रोणि क्षेत्र के अन्य हिस्सों में फैल जाता है। तीसरे चरण में कैंसर श्रोणि के बाहर फैल जाता है और लिम्फ नोड्स में या पेट की परत पर फैल सकता है और आखिरी यानी चौथे चरण में कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों जैसे फेफड़े, लिवर या हड्डी में फैलने लगता है।महिलाओं में गर्भाशय कैंसर के क्या लक्षण हैं?
महिलाओं में गर्भाशय कैंसर के मुख्य लक्षण आमतौर पर योनि से खून आना या स्पॉटिंग है। खासकर मेनोपॉज के बाद। इसके अलावा, हैवी पीरियड्स, पेट में दर्द और वजाइनल डिस्चार्ज है।