Can ovarian cancer be cured permanently: ओवेरियन कैंसर यानी डिम्बग्रंथि का कैंसर महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है। यह कैंसर महिलाओं के प्रजनन तंत्र के हिस्से अंडाशय (Ovary) में होता है। जहां मुख्य रूप से हार्मोन और अंडाणु बनते हैं। ओवेरियन कैंसर, भारत में महिलाओं में होने वाले सभी कैंसरों का 6 प्रतिशत हिस्सा है। ओवेरियन कैंसर (ovarian cancer) चुपचाप कैंसर के नाम से भी जाना जाता है।
दरअसल, किसी भी महिला में ओवेरियन कैंसर के लक्षण तब तक नजर नहीं आते हैं, जब तक की वह पूरे शरीर में न फैल जाए। शुरुआती चरण में ओवेरियन कैंसर के लक्षण बहुत ही हल्के होते हैं, लेकिन धीरे-धीरे मरीज की परेशानी बढ़ने लगती है। ओवेरियन कैंसर का सामना करने वाली ज्यादातर महिलाओं के मन में यह सवाल आता है कि क्या ये पूरी तरह से ठीक हो सकता है? (Can ovarian cancer be cured permanently) इस लेख में इसी सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे।
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ओवेरियन कैंसर क्या है- What is ovarian cancer
ओवरी यानी अंडाशय में बनने वाला सबसे आम कैंसर है। मुख्य रूप से ओवेरियन कैंसर के तीन प्रकार होते हैं।
1. एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर
2. जर्म सेल ट्यूमर
3. स्ट्रोमल ट्यूमर
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क्या ओवेरियन कैंसर हमेशा के लिए ठीक हो सकता है- Can ovarian cancer be cured permanently
नई दिल्ली के महाराजा अग्रसेन अस्पताल के ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. दीपक मिश्रा का कहना है कि ओवेरियन कैंसर से जूझने वाली कई महिलाओं और उनके परिवारों के मन में यह सवाल अक्सर आता है। इस सवाल का जवाब सिर्फ हां और न में देना बहुत ही मुश्किल काम है। ओवेरियन कैंसर से पूरी तरह से ठीक होना इसके स्टेज पर निर्भर करता है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट (NCI) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए डॉक्टर कहते हैं कि ओवेरियन कैंसर को स्टेज 1 और स्टेज 2 में पकड़ लिया जाए, तो इसके ठीक होने की संभावना 90 प्रतिशत से ज्यादा रहती है।
पहले स्टेज में ओवेरियन कैंसर सिर्फ महिलाओं के अंडाशय तक ही सीमित रहता है। मेडिकल ट्रीटमेंट के जरिए अंडाशय में ही कैंसर सेल्स को खत्म कर दिया जाए, तो मरीज के पूरी तरह से स्वस्थ होने की संभावना ज्यादा होती है। वहीं, ओवेरियन कैंसर की दूसरी स्टेज में यह आस-पास के पैल्विक अंगों तक फैल सकता है। जिसे कीमोथेरेपी और सर्जरी के जरिए रिमूव किया जा सकता है।
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किस स्टेज में ओवेरियन कैंसर का इलाज मुश्किल है- At what stage is ovarian cancer difficult to treat
डॉक्टर के अनुसार, भारत में ओवेरियन कैंसर के जो मामले सामने आते हैं, उनकी पहचान तीसरे या चौथे स्टेज में होती है। इस स्थिति में मरीज का इलाज थोड़ा मुश्किल हो जाता है, क्योंकि कैंसर के सेल्स अंडाशय और पेल्विक अंगों से गुजरते हुए शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर चुके होते हैं। ओवेरियन कैंसर के III और IV स्टेज में मरीज के ठीक होने की संभावना 30 से 40 प्रतिशत तक ही होती है।
ओवेरियन कैंसर का इलाज क्या है- What is the treatment for ovarian cancer
ओवेरियन कैंसर के मरीजों का इलाज सर्जरी, कीमोथेरेपी और PARP इनहिबिटर जैसे टार्गेटेड ट्रीटमेंट के जरिए किया जाता है। इसके अलावा ओवेरियन कैंसर के इलाज के लिए कई प्रकार के इम्यूनोथेरेपी के ट्रायल्स भी किए जा रहे हैं। अगर भविष्य में इम्यूनोथेरेपी के जरिए ओवेरियन कैंसर का इलाज किया जाता है, तो यह काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।
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डॉक्टर का कहना है कि अब वो वक्त आ चुका है, जब भारत जैसे देशों में कैंसर और इसके इलाज के बारे में खुलकर बात होनी चाहिए। किसी भी महिला या उसके परिवार को ओवेरियन कैंसर से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि इस नाजुक समय में समझदारी से काम लेने की जरूरत है। आजकल के ट्रीटमेंट ऑप्शन और जीन टेस्टिंग की सुविधा ने मरीजों की जिंदगी की दिशा बदल दी है। कैंसर के लक्षणों का पता लगते ही डॉक्टर से टेस्ट करवाने चाहिए। इतना ही नहीं 40 की उम्र के बाद महिलाओं को नियमित तौर पर स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए, ताकि कैंसर या किसी भी अन्य बीमारी से बचाव किया जा सके।
FAQ
ओवेरियन कैंसर का पता लगाने के लिए कौन से टेस्ट किए जाते हैं?
महिलाओं में ओवेरियन कैंसर का पता लगाने के लिए सीटी स्कैन (CT Scan), ट्रांसवेजिनल अल्ट्रासाउंड, एमआरआई (MRI), पीईटी स्कैन (PET Scan) और पैल्विक टेस्ट किए जाते हैं। डॉक्टर ये टेस्ट करवाने की सलाह तब देते हैं, जब उनमें ओवेरियन कैंसर का कोई लक्षण नजर आता है।ओवरी कैंसर कितने दिन में फैलता है?
ओवरी कैंसर सबसे आम और तेजी से फैलने वाला कैंसर का प्रकार है। इसमें कैंसर कोशिकाएं जल्दी आस-पास के अंगों और पेट की परत (peritoneum) में फैल सकती हैं। लेकिन इस प्रक्रिया होने में 6 महीने से साल और कुछ मामलों में 2 से 3 साल का समय भी लग सकता है।ओवेरियन कैंसर के कितने स्टेज होते हैं?
मुख्यतौर पर ओवेरियन कैंसर के 4 स्टेज होते हैं। पहली स्टेज में ओवेरियन कैंसर महिलाओं के अंडाशय से शुरू होता है और धीरे-धीरे, पेट, आंत और शरीर के विभिन्न हिस्सों में फैलता है।