विटामिन ई यूं तो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन, इसका थोड़ा सा अधिक सेवन हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक होता है। इससे जीवाणुओं के प्रति हमारी क्षमता बढ़ती है। इन जीवाणुओं के कारण निमोनिया हो सकता है।
सूरजमुखी के बीज, टमाटर और आम सहित कई खाद्य पदार्थ विटामिन ई के अच्छे स्रोत हैं। अमेरिका की टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ सह लेखक सिमिन निकबिन मेदानी का कहना है कि शोध के दौरान यह बात सामने आईं कि उम्र बढ़ने के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली में होने वाले नुकसान की भरपाई विटामिन ई के जरिये की जा सकती है।
यह बात भी ध्यान देने योग्य है कि 65 वर्ष से ऊपर की आयु वाले लोगों को निमोनिया होने का जोखिम अधिक होता है। ऐसे में उन लोगों को विटामिन ई युक्त भोजन का सेवन अधिक करना चाहिये।
चूहों पर किए गए अध्ययन के दौरान निमोनिया से संक्रमित चूहों को विटामिन ई की अतिरिक्त खुराक दी गई। पाया गया कि जिन्हें अतिरिक्त मात्रा में विटामिन ई दी गई थी, उनके फेफड़े में जीवाणुओं की संख्या में भारी कमी देखी गई। ऐसा विटामिन ई के कारण संभव हो पाया।
ये चूहे युवा चूहों की तरह ही संक्रमण से लड़ने में सक्षम दिखे। मेदानी ने कहा, ‘उम्रदराज लोगों में होने वाले निमोनिया से विटामिन ई उनकी सुरक्षा कर सकता है, लेकिन इसपर शोध की जरूरत है।’
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