इस दंपत्ति ने होम आइसोलेशन में रहकर दो बार जीती कोरोना से जंग, जानिए कैसे रखा अपना ध्यान

तरुण राजपूत और उनकी पत्नी गौरांशी श्रीवास्तव की तरह ही आप भी कोरोना वायरस से ठीक हो सकते हैं। जानें होम आइसोलेशन में कैसे रखा इन दोनों ने अपना ख्याल 
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इस दंपत्ति ने होम आइसोलेशन में रहकर दो बार जीती कोरोना से जंग, जानिए कैसे रखा अपना ध्यान

कोरोना का नाम सुनते ही, हमारी दिल की धड़कनें तेज हो जाती है। लेकिन इस बीमारी से डरना नहीं है बल्कि डटकर इसका सामना करना है और पैनिक होने से बचना है। कोरोना में घबराहट माइनस प्वाइंट हो सकता है। ऐसा कहना है दिल्ली के प्रीत विहार में रहने वाले तरुण राजपूत और उनकी पत्नी गौरांशी श्रीवास्तव का। जिन्होंने घर पर रहकर ही दो बार कोरोना को हराया है और एक नई जिंदगी पाई है। इन दोनों को नवबंर 2020 और अप्रैल 2021 में कोरोना हो चुका है, लेकिन घर पर रहकर ही दोनों पूरी तरह से ठीक हो गए। इस दौरान तरुण और गौरांशी ने अपनी डाइट का खास ख्याल रखा और पैनिक नहीं हुए।

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तरुण राजपूत कहते हैं कि 2 अप्रैल को मेरी पत्नी की सूंघने की शक्ति चली गई थी, उसे किसी भी चीज की फ्रेगनेंस नहीं आ रही थी। इसके बाद 3 अप्रैल को हमने अपना रैपिड टेस्ट करवाया तो इसमें हमारी रिपोर्ट नेगिटिव आई। लेकिन मुझे शक था कि हमें कोविड हो सकता है। इसलिए फिर हम दोनों ने आरटी पीसीआर टेस्ट (RT-PCR) करवाया, तो इसमें हम दोनों ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए। हमारी कोरोना रिपोर्ट 4 अप्रैल को आई लेकिन हम दोनों ने 2 अप्रैल से ही खुद को होम आइसोलेट कर लिया था। क्योंकि घर पर मम्मी, भाई-भाभी और मेरा एक साल का भतीजा भी हैं, तो ऐसे में लक्षण दिखते ही हमने खुद को आइसोलेट करना जरूरी समझा। 

कब हुए कोरोना पॉजिटिव (When Did  They Test Corona Positive)

तरुण बताते हैं कि मुझे कोई भी कोरोना के लक्षण नहीं थे, लेकिन मेरी पत्नी को किसी चीज की फ्रेगनेंस नहीं आ रही थी तो दोनों ने कोरोना टेस्ट करवाने का सोचा। इसके बाद हमारी रिपोर्ट पॉजिटिव आई और हम होम आइसोलेशन में रहने लगे। इसके बाद 18 अप्रैल को हम दोनों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। मेरी पत्नी में अभी पोस्ट कोविड लक्षण नजर आ रहे हैं। इससे पहले हम दोनों नवबंर 2020 में भी कोविड पॉजिटिव हुए थे और होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना को मात दी थी।  

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ये थे शुरुआती लक्षण (Early Symptoms)

जब हमें नवबंर 2020 में कोरोना हुआ था तो उस समय मेरी पत्नी को खाने में स्वाद नहीं आ रहा था और किसी चीज की फ्रेगनेंस भी नहीं आ रही थी। इसके अलावा थोड़ी-सी खांसी और बुखार हुआ था। मुझे हल्का बुखार था, तो हमने कोरोना की जांच करवाई और हम दोनों ही पॉजिटिव आ गए। इसके बाद हमने खुद को घर पर आइसोलेट किया। इस बार मुझे कोरोना का कोई लक्षण महसूस नहीं हुआ, लेकिन मेरी पत्नी की सूंघने की क्षमता चली गई थी। फिर हमें लगा कि एक बार कोरोना को टेस्ट करवा लेना चाहिए। हम दोनों ने टेस्ट करवाया और हम कोरोना पॉजिटिव निकलें। 

ऐसी थी हमारी डाइट (COVID Diet for Tarun and Gauranshi)

तरुण कहते हैं कि होम आइसोलेशन के दौरान हम दोनों ने अपनी डाइट पर बहुत ध्यान दिया था। हम रोज दो बार इलायची, काली मिर्च, सोंठ, लौंग और गुड का काढ़ा बनाकर पीते थे। मेरी मम्मी दिन में दो बार हमें काढ़ा बनाकर देती थीं। इसके अलावा दिन में 2-3 तीन बार नींबू पानी पीते थे, इसके लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करते थे। होम आइसोलेशन के दौरान हमने ठंडा और नॉर्मल पानी पूरी तरह से पीना बंद कर दिया था, हम सिर्फ गर्म और गुनगुना पानी ही पीते थे। शुरुआत में हम हल्का खाना जैसे दलिया, जूस लेते थे, लेकिन धीरे-धीरे हमने अपनी डाइट को बढ़ाया और नॉर्मल खाना खाने लगे। हम दोनों डिस्पोजल में खाना खाते थे और उसे डस्बिन में डाल देते थे। इससे घर के दूसरे सदस्यों को संक्रमित होने का खतरा नहीं रहता है। होम आइसोलेशन के समय हम दिन में दो-तीन बार रोज स्टीम लेते थे। एक हफ्ते के अंदर फिर मेरी पत्नी को फ्रेगनेंस आना शुरू हो गया था और हमने धीरे-धीरे रिकवर कर लिया।    

नियमित रूप से किया योग (We Did Yoga Regularly for COVID Recovery-Gauranshi)

तरुण की पत्नी गौरांशी श्रीवास्तव कहती हैं कि मैं रोज सुबह योगा से ही अपने दिन की शुरुआत करती थी। मैं नियमित रूप से 15-20 मिनट अनुलोम-विलोम, कपालभाती जैसे प्रणायाम करती थी। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद शरीर में कमजोरी महसूस होती है, ऐसे में फिजिकली एक्टिविटी ज्यादा नहीं हो पाती है। इसलिए सुबह का कुछ ही समय मैं योग को देती थी। इसमें नींद बहुत ज्यादा आती थी, इसलिए हम दोनों ज्यादातर सोते रहते थे। पोरांशि बताती हैं कि इसमें डॉक्टर भी ज्यादा से ज्यादा आराम और सोने की सलाह देते हैं। 

इन दवाइयों का किया सेवन (We Took These Medicines for COVID Treatment-Tarun)

कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हमने डॉक्टर से कंसल्ट किया। हम रोज डॉक्टर को अपनी रिपोर्ट देते थे, उसी के आधार पर डॉक्टर हमें दवाइयां प्रिस्क्राइब करते थे। हमने जिंकोविट टैबलेट, जैक डी टैबलेट ली थी। इस समय हम कोरोनिल ले रहे हैं। लेकिन अगर आप कोरोना पॉजिटिव हैं, तो अपने डॉक्टर की सलाह पर ही दवाइयों का सेवन करें। तरुण ने भी डॉक्टर की सलाह पर ही दवाइयों ली थी। 

हम दोनों पैनिक नहीं हुए (We Both Did Not Panic)

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तरुण बताते हैं हम दो बार कोविड पॉजिटिव से नेगेटिव हुए हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि हम घबराएं नहीं। हम दोनों स्ट्रांग बने रहें और पैनिक बिल्कुल नहीं हुए। क्योंकि पैनिक होने से इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। जब हमें नवबंर 2020 में कोरोना हुआ था तो मेरी पत्नी की तबियत ज्यादा खराब हो गई थी, उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी। लेकिन हमने हिम्मत नहीं हारी, योग और अच्छी डाइट से ही उसके ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाया। उस समय भी हम हॉस्पिटल नहीं गए और 14 दिन में रिकवर कर लिया था।  

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नजर आ रहे हैं पोस्ट कोविड लक्षण (Post Covid Symptoms)

तरुण बताते हैं कि कोरोना पॉजिटिव होने के बाद हमने अपनी डाइट का काफी ध्यान रखा और पैनिक नहीं हुए, जिससे हम दोनों बार 14 दिन में कोरोना से रिकवर हो गए। लेकिन अभी हम दोनों में पोस्ट कोविड लक्षण नजर आ रहे हैं। मुझे सांस फूलना, कमजोरी जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं। अब थोड़ा-सा चलने या फोन पर बात करते हुए भी मेरी सांस फूलने लगती है। तरुण की पत्नी गौरांशी कहती हैं कि मुझे पोस्ट कोविड में सांस संबंधी समस्या हो रही है। इसी वजह से मुझे अपनी जॉब भी छोड़नी पड़ी, क्योंकि मैं भले ही कोरोना नेगेटिव हो गई हूं लेकिन पोस्ट कोविड लक्षण मेरे में अभी दिख रहे हैं। कोरोना से ठीक होने के बाद कमजोरी महसूस होने लगती है। तरुण कहते हैं कि मुझे जिम करने का काफी शौक है, पहले में 1-2 घंटे जिम करता था, लेकिन अब सीढ़ियां चढ़ते हुए ही मेरी सांस फूलने लगती है। काफी कमजोरी और थकान महसूस होती है।

प्लाज्मा डोनेट करना चाहते हैं (Want to Donate Plasma)

गौरांशी कहती हैं हम दोनों ही कोरोना पॉजिटिव लोगों को प्लाज्मा डोनेट करना चाहते हैं। इसके लिए हमने कई लोगों को सूचित भी कर रखा है। जैसे ही हमारी रिकवरी को 28 दिन हो जाएंगे, हम जरूरतमंद को प्लाज्मा डोनेट करेंगे।

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लोगों को दिया ये सुझाव (Tarun and Gauranshi Suggestion to People About COVID Treatment and Recovery)

गौरांशी कहती हैं कि हम दोनों पति-पत्नी कोरोना से दो बार रिकवर हुए हैं। हमारे लिए यह आसान नहीं था, लेकिन स्ट्रांग बनकर हम कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए। मैं लोगों से यही कहना चाहती हूं कि पैनिक बिल्कुल न हो। अपनी विल पॉवर को मजबूत रखें और घबराएं नहीं। घबराने से शरीर की रोग प्रतिरोध क्षमता कमजोर पड़ जाती है, जिससे तबियत ज्यादा खराब होने की संभावना रहती है। इसलिए अगर आप कोरोना पॉजिटिव हो भी जाते हैं, तो टेंशन न लें। अपने खान-पीने का ध्यान रखें और ज्यादा से ज्यादा आराम करें। बस मन में सोचे की हमें ठीक होना है और जल्दी से नॉर्मल लाइफ में आना है। इस दौरान हमने खुद को नेगेटिव चीजों से दूर रखा। हम दोनों मूवीज देखते थे, कॉमेडी वीडियोज देखते थे। आप मेंटली जितने स्ट्रांग होंगे, उतनी जल्दी रिकवर कर पाएंगे। 

जिस तरह से तरुण और उनकी पत्नी गौरांशी ने घर पर रहकर ही कोरोना से जंग जीती है, वैसे ही आप भी जीत सकते हैं। बस कोरोना पॉजिटिव होने पर घबराने या डरने की जरूरत नहीं है। पॉजिटिव होने के बाद खुद को होम आइसोलेशन में रखें और डॉक्टर के संपर्क में रहें। आप भी हिम्मत दिखाकर तरुण और गौरांशी की तरह घर पर रहकर ही कोरोना से ठीक हो सकते हैं। ध्यान रखें घबराना नहीं है।  

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