कैंसर को पहले लाइलाज बीमारी समझा जाता था। इसका मरीज और परिजन स्वयं को असहाय समझते थे। उनके पास मृत्यु का इंतजार करने के सिवाय कोई दूसरा विकल्प मौजूद नहीं होता था। लेकिन, आधुनिक चिकित्सा पद्धति ने इस अवधारणा को तोड़ दिया है कि कैंसर होने के बाद व्यक्ति ठीक नहीं हो सकता। कैंसर को मात देकर व्यक्ति एक बार फिर स्वस्थ और लगभग सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है।
कैंसर जानलेवा बीमारी है। और सारी दुनिया में लोग इस बीमारी से पीडि़त हैं। इस बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए डॉक्टर और वैज्ञानिक पूरी शिद्दत से लगे हुए हैं।
कैंसर के 40 से 50 फीसदी मामलों को जीवनशैली में बदलाव कर रोका जा सकता है।
10 से 20 प्रतिशत कैंसर की रोकथाम स्वयं का निरीक्षण या अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देकर किया जा सकता है। 40 से 50 फीसदी कैंसर के मामलों की रोकथाम वर्ष में एक बार पूर्ण रूप से स्वास्थ्य निरीक्षण कर की जा सकती है।
अगर कैंसर का पता शुरुआती दौर में लग जाए तो कैंसर का इलाज कर पाना संभव होता है।
कैंसर की रोकथाम के कुछ उपायः
धूम्रपान और शराब से रहें दूर
धूम्रपान और शराब को कैंसर का बड़ा कारण माना जाता है। तम्बाकू मुंह, फेफड़े और गले के कैंसर का सबसे बड़ा कारण होता है। इसलिए इसका सेवन कम कर कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। वहीं शराब का अधिक सेवन भी कैंसर को जन्म देता है।
वसायुक्त आहार से रहें दूर
यदि आपका आहार सही हो, तो आप कैंसर से दूर रह सकते हैं। ज्यादा तला-भुना और वसायुक्त भोजन आपको कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी दे सकता है। तैलीय भोजन आपको स्तन और प्रोस्टेट कैंसर दे सकता है। वसायुक्त भोजन आपको कैंसर के अलावा भी अन्य कई बीमारियां भी दे सकता है।
व्यायाम है जरूरी
व्यायाम आपको न केवल कैंसर बल्कि कई अन्य बीमारियों के खतरे से भी बचाता है। व्यायाम करने से आपके शरीर में रक्त और ऑक्सीजन संचार सुचारू होता है। इससे आपके शरीर से विषैले पदार्थ भी दूर रहते हैं।
रखें सेहत का ध्यान
फंगीसाइड, इंसेक्टिसाइड, पेन्ट, क्लीनर आदि के अधिक संपर्क में रहने से आपको कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इन उत्पादों से दूर रहें। या इन उत्पादों का उपयोग करते समय जरूरी सावधानी बरतें।
सनस्क्रीन का इस्तेमाल
सूरजी की पराबैंगनी किरणों के अधिक संपर्क में आने से त्वचा के कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप घर से बाहर निकलते समय सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। अच्छी क्वालिटी और सही एसपीएफ की सनस्क्रीन आपके रूप का तो खयाल रखती ही है साथ ही त्वचा के कैंसर के संभावित खतरे को भी कम करती है।
प्रोस्टेट कैंसर
पुरुषों में होने वाला यह सबसे सामान्य कैंसर है। इस कैंसर को फैलने से रोकने के लिए आपको नियमित जांच करने की जरूरत होती है। यह अपने अंडाकोषों की जांच करते रहें। किसी भी प्रकार की अनियिमतता दिखायी देने पर निसंकोच विशेषज्ञ से संपर्क करें।
कैंसर को कैसे पहचानें
- साल में कम से कम एक बार अपने शरीर की पूरी जांच करवायें।
- किसी भी प्रकार का संदेह होने पर डॉक्टरी सलाह लेने से न बचें।
- शरीर पर किसी भी प्रकार की गांठ को अनदेखा न करें।
- लगातार थकान या सांस फूलने को गंभीरता से लें।
कैंसर-चिकित्सा के कुछ उपायः
रेडियेशन
रेडियेशन्स की मदद से कैंसर को ठीक किया जा सकता है। आधुनिक रेडियेशन तकनीकों का चिकित्सा के दौरान दूसरे षरीर के भागो पर कोइ प्रभाव नहीं पड़ता।
सर्जरी
सर्जरी से इलाज में 2 से 12 घंटे तक का समय लगता है। इसमें सर्जिकल ऑन्कालाजिस्ट, एनेस्थालाजिस्ट व विशेषज्ञ होते हैं। सर्जिकल ऑन्कालाजिस्ट ही सर्जरी का प्रकार निर्धारित करते हैं।
कीमोथेरेपी
कीमोथेरेपी की मदद से भी कैंसर का इलाज संभव है। जिसका निर्धारण मेडिकल आन्कालाजिस्ट करते हैं।
इस प्रकार सही समय पर कैंसर का पता लगाकर और सही तकनीक से कैंसर का इलाज संभव है।
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