सौंदर्य उत्पाद खरीदने के पीछे हमारी मंशा अपना रूप निखारने की होती है। लेकिन, कई बार ऐसा भी होता है कि इन पर्सनल केयर और सौंदर्य उत्पादों से हमारा रूप निखरने के बजाय और खराब हो जाता है। इसके पीछे की बड़ी वजह उन सौंदर्य उत्पादों में मौजूद केमिकल्स होते हैं। लेकिन, नॉन-टॉक्सिक उत्पाद पसंद खरीदना वाकई मुश्किलों भरा काम हो सकता है। हालांकि, आपकी खरीदारी को आसान बनाने के लिए कई प्रकार के शोध किये जाते रहे हैं।
खतरनाक टॉक्सिन हमारी त्वचा और सेहत को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। लेकिन, समस्या यह है कि अधिकतर लोगों को इन उत्पादों के बारे में सही जानकारी नहीं होती। वे नहीं जानते कि कौन से उत्पाद उनके लिए फायदेमंद हैं और किनके इस्तेमाल से उन्हें नुकसान पहंच सकता है। कंपनियां भी अपने उत्पादों में अच्छी चीजों का जिक्र तो करती हैं, लेकिन उन बुरे तत्वों का जिक्र कभी नहीं करतीं। चलिए हम आपको बताते हैं ऐसे तत्वों के बारे बताते हैं जो आपकी त्वचा और सेहत के लिए काफी खतरनाक हो सकते हैं।
ट्रिक्लोसन (Triclosan)
ट्रिक्लोसन कई सौंदर्य उत्पादों में पाया जाता है। इस केमिकल्स से कई प्रकार की समस्यायें हो सकती हैं। लेकिन, इससे होने वाली सबसे बड़ी समस्या यह है कि यह प्रतिरोधी बैक्टीरिया उत्पन्न करता है। हालांकि, सुनने में यह भले ही अधिक गंभीर न लेग, लेकिन यह हमारी सेहत के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। इसलिए कोई भी सौंदर्य उत्पाद खरीदने से पहले लेबल जरूर चैक कर लें कि कहीं उसमें यह तत्व तो मौजूद नहीं।
मेथिलिसोथिआजोनलिनॉन (Methylisothiazonlinone)
लेबल पर आपको या तो इसका पूरा नाम नजर आ सकता है, या फिर शॉर्ट फॉर्म में एमआई और एमआईटी लिखा होता है। इससे त्वचा में खुजली होने की शिकायत भी हो सकती है। यह तत्व कई स्किन प्रोडक्ट्स जैसे बेबी वाइप्स और लोशन आदि में मिलता है।
परफ्यूम (Fragrance/Parfum)
जब आप लेबल पर यह लिखा देखते हैं, तो आपको यही लगता है कि फूलों अथवा तेलों से बनायी गयी खुशबू है। लेकिन, फ्रेग्रेंस अथवा परफ्यूम सैकड़ों केमिकल्स की ओर इशारा करती है। इनमें से कुछ पूरी तरह सुरक्षित होते हैा। लेकिन कुछ एलर्जी अथवा अंत:स्रावी भी होते हैं। कुछ केमिकल्स कैंसर भी उत्पन्न कर सकते हैं। आप इन बातों को जानते नहीं हैं, और कंपनियां आपको बताने की जहमत नहीं उठातीं। हालांकि, बाजार से खरीदे गए परफ्यूम में यह तत्व होता है, लेकिन बाकी अन्य सौंदर्य उत्पादों का क्या। किसी भी सौंदर्य उत्पाद को खरीदने से पहले लेबल जरूर ध्यान से पढ़ लें।
सोडियम सल्फेट (Sodium Lauryl Sulfate/Sodium Laureth Sulfate)
ये सौंदर्य उत्पाद त्वचा में खुजली उत्पन्न करने वाले होते हैं। आप उत्पाद के लेबल पर इन्हें इनके शॉर्ट नेम एसएलएस/एसएलईएस के रूप में लिखा देख सकते हैं। ये उत्पाद आपके शरीर के अवशोषण की क्षमता को बढ़ा देते हैं। यानी आपकी त्वचा सौंदर्य उत्पादों में मौजूद अन्य केमिकल्स को भी अधिक अवशोषित करने लगती है। इन दोनों में एसएलईएस अधिक टॉक्सिक है।
ऑक्सीबेजोन (Oxybenzone)
यह तत्व स्प्रे-ऑन सनस्क्रीन में सबसे ज्यादा पाया जाता है। इसमें बच्चों के लिए सनस्क्रीन भी शामिल है। यह केमिकल हॉर्मोंस पर काफी बुसा असर डालता है। तो, आपको इसके तत्व के इस्तेमाल से बचाना चाहिए। साथ ही आप नहीं चाहेंगे कि आपका बच्चा भी इस खतरनाक केमिकल के संपर्क में आए।
पारा (Lead)
पारा हमारी त्वचा और सेहत के लिए काफी नुकसानदेह होता है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि अधिकतर कंपनियां लेबल पर इसे लिखने से बचती हैं। इसके लिए कई बार लचर कानूनी नियम भी जिम्मेदार होते हैं। कई नामी ब्रांड्स की लिपस्टिक में पारा होता है, लेकिन आप लैड-फ्री विकल्प भी तलाश सकते हैं।
बूटिलेटेड हाइड्रोक्सीआनिसोल और बूटटिलेटेड हायड्रोक्यटोल्यून (Butylated hydroxyanisole and butylated hydroxytoluene)
इन उत्पादों को आप लेबल पर बीएचए और बीएचटी के रूप में लिखा देख सकते हैं। इन्हें सौंदर्य उत्पादों में प्रिजरवेटिव के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। ये अंत: स्रावी होते हैं, इसलिए यूरोपीय देशों में इन पर प्रतिबंध भी लगाया जा चुका है।
पेट्रोलेटेम (Petrolatum)
यह एक पेट्रोलियम उत्पाद है, जिसके कई नाम होते हैं। यह मिनरल ऑयल, पेट्रोलियम जैली, और मिनरल ऑयल जैली में मिल सकता है। पेट्रोलेटम में मौजूद केमिकल्स, कैंसर, एलर्जी और त्वचा में खुजली जैसी समस्यायें पैदा कर सकते हैं।
आपके लिए कौन सा सौंदर्य उत्पाद अच्छा और सुरक्षित है इसकी जांच करने के लिए इन्वायरमेंटल वर्किंग ग्रुप का स्किन डीप डाटाबेस काफी काम आ सकता है। इस डाटाबेस में हजारों ब्यूटी प्रोडक्ट और तत्व मौजूद हैं। इनमें से आप अपनी पसंद के सौंदर्य उत्पाद को देखकर उसमें मौजूद तत्वों की जानकारी हासिल कर सकते हैं। इससे आपको मालूम रहेगा कि आप जिन सौंदर्य उत्पादों पर इतना भरोसा कर उन्हें खरीद रहे हैं, वे वास्तव में इसके काबिल हैं भी या नहीं। वैसे ईडब्लयूजी के मोबाइल एप्लीकेशन से भी आपको काफी मदद मिल सकती है।