Tips to Relieve Hypothyroidism Related Constipation: जीवनशैली, खानपान और भोजन में पोषक की कमी के कारण इन दिनों लोगों के बीच हाइपोथायरायडिज्म एक आम समस्या बनती जा रही है। हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) की स्थिति में थायराइड ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाती है। थायराइड ग्रंथि के जरिए ही शरीर का मेटाबॉलिज्म नियंत्रित होता है। जब शरीर में थायराइड हार्मोन की मात्रा कम हो जाती है, तो शरीर के सभी कार्य धीमे हो जाते हैं। थायराइड ग्रंथि के सही तरीके से काम नहीं करने का सीधा असर पाचन तंत्र पर असर पड़ता है।
ऐसे में हाइपोथायरायडिज्म के कारण कब्ज की परेशानी देखी है। हाइपोथायरायडिज्म में कब्ज की समस्या ज्यादा क्यों होती है और इससे बचाव के लिए क्या करना चाहिए, इस लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने दिल्ली के जनरल फिजिशियन और एमबीबीएस डॉ. सुरिंदर कुमार से बात की।
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हाइपोथायरायडिज्म में कब्ज क्यों होती है- Why does constipation occur in hypothyroidism
डॉ. सुरिंदर कुमार के अनुसार, थायराइड हार्मोन की कमी से आंतों के कार्य (peristalsis) करने की क्षमता कम हो जाती है। इसके कारण आंतों में भोजन देर तक पड़ा हुआ रहता है और पाचन क्रिया रुक जाती है। जिसकी वजह से कब्ज होना एक आम बात है। कुछ मामलों में थायराइड के मरीज शारीरिक तौर पर कम एक्टिव रहते हैं। खाना खाने के तुरंत बाद सो जाना, सारा दिन स्क्रीन के सामने बैठना और एक्सरसाइज करने स परहेज करने से भी कब्ज की परेशानी होती है।
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो थायराइड के कुछ मामलों में आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट भी दिए जाते हैं, ताकि हार्मोन को बैलेंस किया जा सके। इस तरह के सप्लीमेंट भी हाइपोथायरायडिज्म में कब्ज का कारण बनते हैं।
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हाइपोथायराडिज्म के कारण कब्ज के लक्षण- Symptoms of Constipation Due to Hypothyroidism
- मल का अत्यधिक टाइट हो जाना
- पेट में हमेशा भारीपन और दर्द होना
- प्रतिदिन शौच न जाना
- लगातार गैस और ब्लोटिंग की परेशानी
- मल त्याग करने में कठिनाई
हाइपोथायरायडिज्म में कब्ज से बचाव के उपाय- Ways to prevent constipation in hypothyroidism
अगर आप हाइपोथायरायडिज्म के मरीज हैं और आपको अक्सर कब्ज या पाचन से जुड़ी अन्य परेशानियां होती हैं, तो डॉ. सुरिंदर कुमार द्वारा बताए गए उपायों को अपना सकते हैं।
1. फाइबर युक्त आहार खाएं
दिन में प्रतिदिन 25 से 30 ग्राम फाइबर का सेवन जरूर करें। फाइबर मल को मुलायम बनाकर कब्ज से राहत दिलाता है। फाइबर के लिए खाने में अंकुरित अनाज, दलिया, सेब, पपीता, अमरूद जैसी चीजों को शामिल करें।
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2. 3 लीटर पानी पिएं
प्रतिदिन 3 लीटर पानी जरूर पिएं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और मल त्याग की प्रक्रिया आसान बनती है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि नियमित तौर पर सही मात्रा में पानी पीने से हार्मोन को भी संतुलित करने में मदद मिलती है।
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3. खाली पेट दवा का सेवन करें
थायराइड की दवा खाली पेट सुबह लें और उसके बाद 30 मिनट तक कुछ न खाएं। थायराइड की दवा के बाद तुरंत कुछ खाने से कब्ज की परेशानी हो सकती है।
4. फिजिकली एक्टिव रहें
थायराइड में बीमारी के लक्षणों से राहत पाने के लिए डॉक्टर मरीज को नियमित तौर पर फिजिकली एक्टिव रहने की सलाह देते हैं। जब मौका मिले, घर के अंदर ही या फिर ऑफिस में छोटी-छोटी फिजिकल एक्टिविटी करें। रोजाना सुबह 30 मिनट वॉक या रनिंग जैसी एक्सरसाइज जरूर करें। फिजिकली एक्टिव रहने से कब्ज और पाचन से जुड़ी परेशानियां कम होती हैं।
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निष्कर्ष
हाइपोथायरायडिज्म और कब्ज का सीधा कनेक्शन है। लेकिन रोजमर्रा की जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव करके इससे राहत पाई जा सकती है। अगर कब्ज की परेशानी ज्यादा समय तक बनी रहती है, तो इस विषय पर डॉक्टर से बात करें।
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